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सेक्स वर्कर्स के लिए भी जरूरी है हाइजीन, अपनाएं ये टिप्स

सेक्स वर्कर्स के लिए भी जरूरी है हाइजीन, अपनाएं ये टिप्स

45 साल पहले 2 जून 1975 को फ्रांस के एक शहर की सड़कों पर करीब 100 सेक्स वर्कर्स ने प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन उनके खिलाफ हो रहे आपराधीकरण और उनकी शोषणकारी स्थिति के खिलाफ किया गया था। हमारे समाज में सेक्स वर्कर्स जो कि मुख्यतः और सामान्यतः महिलाएं होती हैं, के स्वास्थ्य और रहन-सहन के प्रति उदासीनता देखने को मिलती है।

यह भी इस दुनिया का कटु सत्य है कि, इस समाज में सेक्शुअल वर्कर्स को अलग और घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन, आपको शायद इस बात का अंदाजा नहीं होगा कि, न जाने दुनियाभर में कितनी सेक्स वर्कर्स संक्रामत बीमारियों से ग्रसित हैं और इसके पीछे सिर्फ एक वजह यह है कि, उनकी हाइजीन की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जाता।

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सेक्स वर्कर्स कौन होते हैं?

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सेक्शुअल वर्कर में एचआईवी इंफेक्शन के बचाव संबंधित एक आंकलन में सेक्स वर्कर्स को परिभाषित कर रखा है। जिसके मुताबिक, सेक्स वर्कर्स वो लोग होते हैं, जो कमर्शियल सेक्स करते हैं और कमर्शियल सेक्स वो सेवा होती है, जो रुपयों या सामान (बार्टर सिस्टम जैसा) के एक्सचेंज में दी जाती है। सेक्शुअल वर्कर महिला, आदमी और ट्रांसजेंडर कोई भी हो सकता है, हालांकि यह सभी जानते हैं कि, कई कारणों की वजह से अधिकतर यह महिलाएं होती हैं। यकीनन, इनके स्वास्थ्य या हाइजीन के प्रति उदासीनता और घृणा की दृष्टि के पीछे इनकी मजबूरी और इनके प्रति हिंसा नहीं देखी जा पाती।

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सेक्स वर्कर्स के लिए हाइजीन क्यों जरूरी है?

इंडोनेशिया के बाली में मौजूद 625 फीमेल सेक्शुअल वर्कर पर हुए अध्ययन में पाया गया कि, जिन महिलाओं ने दिन में एक बार या हर इंटरकोर्स के बाद वजायनल या सेक्स हाइजीन का ध्यान रखा, उनमें वजायनल या सेक्स हाइजीन का ध्यान न रखने वालों के मुकाबले जेनिटल लक्षण जैसे, बेरंग डिस्जार्च, एसआईटी आदि के मामले कम देखने को मिले। यह दर्शाता है कि, सेक्स वर्कर्स में सेक्स हाइजीन कितनी मायने रखती है। आज हम सेक्स वर्कर्स की हाइजीन के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि ऐसा न करने से उन्हें किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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सेक्स हाइजीन का मतलब क्या है?

सेक्स हाइजीन से मतलब है कि, सेक्स के दौरान (चाहे वह किसी कपल के बीच हो रहा हो या फिर सेक्स वर्कर या फिर उसके क्लाइंट के बीच) सुरक्षित यौन संबंध बनाए जाएं और वजायनल, एनल व ओरल सेक्स से पहले और बाद में जेनेटिल ऑर्गन की साफ-सफाई का खास ख्याल रखा जाए। वरना, इसकी वजह से कई यौन संचारित रोग या संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है। जैसे-

  • क्लैमाइडिया
  • जेनिटल हर्पीज
  • जेनिटल वार्ट्स
  • गोनोरिया
  • बैक्टीरियल वैजिनोसिस
  • एचआईवी
  • एचपीवी, आदि

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सेक्शुअल वर्कर के लिए सेक्स हाइजीन टिप्स

सेक्स वर्कर्स इन सेक्स हाइजीन टिप्स का प्रयोग कर सकती हैं, वरना एक क्लाइंट के रूप में दूसरे व्यक्ति को भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि, अपने साथ-साथ किसी दूसरे के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जा सके।

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हाथों की साफ-सफाई

संक्रमण के फैलाव या हानिकारक व खतरनाक बैक्टीरिया के एक जगह से दूसरे जगह तक जाने का सबसे आम जरिया हाथ होते हैं। इसके अलावा, हमारे हाथों में कई कीटाणु हो सकते हैं, जो आपके या सामने वाले व्यक्ति के जेनिटल ऑर्गन के लिए काफी खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए, सेक्स से पहले और बाद में हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें और साबुन व पानी से अच्छी तरह धोएं।

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सेक्स वर्कर्स के लिए शरीर की सफाई

एसटीआई` (सेक्शुअल ट्रांसमिटिड इंफेक्शन) सीमन, प्री-इजैकुलेटरी फ्लूड, वजायनल फ्लूड, ब्लड व म्यूकस मेंब्रेन में मौजूद पैथोजन के कारण फैलता है। पैथोजन कुछ समय तक आपके शरीर की त्वचा व हाथों पर भी जीवित रह सकते हैं, जिसके कारण आपको संक्रमण आपकी त्वचा व हाथ के जरिए भी हो सकता है। इसलिए, सेक्स के बाद नहाना एक बेहतरीन तरीका रहेगा या फिर पूरे शरीर की साफ-सफाई की तरफ अलग तरीके से ध्यान देना चाहिए।

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यूरिन को कंट्रोल न करें

सेक्स से पहले, बाद में या सेक्स के दौरान कभी भी यूरिन को कंट्रोल करने की कोशिश न करें। खासकर, सेक्स के बाद आपको पेशाब जरूर करना चाहिए, इससे वजायना में मौजूद कई बैक्टीरिया यूरिन के सहारे बाहर निकल जाते हैं।

अंडरगार्मेंट हाइजीन

अंडरगार्मेंट में पसीने या डिस्चार्ज की वजह से कई बैक्टीरिया या पैथोजन हो सकते हैं और सेक्स वर्कर्स के मामले में तो यह खतरा ज्यादा होता है। क्योंकि, एक दिन में वह कई क्लाइंट्स के साथ इंटरकोर्स करती हैं। ज्यादा देर तक अंडरगार्मेंट में मौजूद खतरानाक बैक्टीरिया या पैथोजन शरीर के अन्य भागों पर भी पहुंच सकते हैं या फिर उनकी जांघों या प्रजनन अंगों में संक्रमण का कारण भी बन सकते हैं।

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वजायनल सेक्स करें पहले

सेक्शुअल वर्कर के पास अलग-अलग तरह के क्लाइंट आते हैं, जिनकी मांग भी अलग-अलग हो सकती है। मजबूरन, सेक्स वर्कर्स को उनकी मांग पूरी करना होती है। लेकिन, हमेशा ध्यान रखें कि, अगर कोई क्लाइंट वजायनल और एनल सेक्स करना चाहता है, तो हमेशा पहले वजायनल सेक्स करें। क्योंकि, एनल में मौजूद कई कीटाणु या सूक्ष्मजीव वजायना के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसके अलावा, दोनों तरह के सेक्स के लिए अलग-अलग कॉन्डम का इस्तेमाल करें।

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माउथवॉश करना न भूलें

अगर, आपका क्लाइंट ओरल सेक्स के लिए कहता है, तो सुनिश्चित करें कि, ओरल सेक्स से पहले और बाद में दोनों माउथवॉश करना न भूलें। क्योंकि, इससे जननांग और मुंह दोनों में संक्रमण होने का खतरा रहता है।

कॉन्डम का इस्तेमाल

सभी तरह के एसटीआई से बचाव के लिए कॉन्डम काफी प्रभावशाली है। इसलिए, कभी भी असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं। क्योंकि, रोजाना आने वाले अलग-अलग क्लाइंट्स के बारे में पता होना या उनके हेल्थ स्टेटस के बारे में जानकारी होना नामुमकिन है और बचाव हमेशा सुरक्षा से बेहतर होता है।

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जांच करवाती रहें

सेक्स वर्कर्स को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद एक नियमित अंतराल पर एसटीआई या शारीरिक जांच करवाते रहना चाहिए। इससे यदि उन्हें किसी भी संक्रामक बीमारी की आशंका होगी, तो उसे जल्द से जल्द पहचानकर उपचार शुरू किया जा सकता है और सही समय पर बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। इन बीमारियों की जांच और निदान में देरी काफी खतरनाक हो सकती है।

सेक्स के बाद कैसे रखें खुद को साफ

ज्यादतर मामलों में सेक्स के बाद कई अंगों को साफ करने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, किसिंग या कडलिंग के दौरान शरीर के कई तरल पदार्थ एक दूसरे के शरीर में चले जाते हैं जिसके कारण सेक्स की प्रकिया थोड़ी अव्यवस्थिति हो सकती है।

ऐसे में सेक्स वर्कर्स के लिए यह स्थिति और भी ज्यादा सामान्य हो जाती है। तो आखिर सेक्स के बाद आपने शरीर की स्वच्छता को कैसे बनाए रखें? आइए जानते हैं –

सेक्स के बाद योनि के हाइजीन का कैसे ध्यान रखें?

जब कभी योनि को साफ करने की बात आती है तो यह कोई आसान काम नहीं होता है। बल्कि यूं कह लीजिए की इसे करना एक तरह से नामुमकिन ही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि योनि अपने आप को खुद साफ करने की क्षमता रखती है। इसके साथ ही यदि आप योनि को साफ करने के लिए हाथों या अन्य तरीको का इस्तेमाल करते हैं तो स्थिति और हानिकारक हो सकती है।

योनि को साफ करने या रखने वाले प्रोडक्ट्स पर कभी भी भरोसा न करें। योनि एक अद्भुत बायोलॉजिक्ल मशीन है जिसकी प्रकिया में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।

सेक्स बाद योनि को केवल पानी से साफ करें और उसके बाद उसको अपना काम स्वयं करने दें। हालांकि, यदि आपको दाग का डर रहता है तो बिना खुशबु वाले बेबी वाइप्स का इस्तेमाल करें।

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सेक्स हाइजीन में एनल सेक्स के बाद क्या करें?

एनल सेक्स के कारण स्फिंक्टर को क्षति पहुंच सकती है, और यदि उन घाव के जरिए बैक्टीरिया आपके गुदा में चला जाता है तो इसके कारण संक्रमण हो सकता है।

यदि आपने एनल सेक्स किया है तो उसके बाद शावर (नहाना) जरूर लें। इसके साथ ही अपने जेनिटल को पानी से अच्छे से साफ करें।

सेक्स हाइजीन के लिए हाथ जरूर धोएं

खुद को बैक्टीरिया से बचाने के लिए हाथ धोना सबसे बेहतर उपाय है। सेक्स के दौरान हम हाथो का बहुत इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण उनके जरिए संक्रमण होना सामान्य होता है। ऐसे में सेक्स के बाद साबुन या सैनिटाइजर की मदद से हाथों को अच्छे से धो लें।

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सेक्स के बाद हाइजीन के लिए हमेशा निम्न चीजों को अपने पास रखें –

तौलिया – सेक्स के बाद तुरंत अपना पसुना साफ करने के लिए हमेशा अपने पास तौलिया रखें।

बिना खुशबु वाले बेबी वाइप्स – अगर आप तौलिये का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं तो पसीनो और अन्य शारीरिक तरल से छुटकारा पाने के लिए बेबी वाइप्स का इस्तेमाल करें।

पानी – सेक्स के बाद शरीर में पानी की कमी होना बेहद आम बात है। ऐसे में पानी की कमी से बचने के लिए सेक्स के बाद पानी जरूर पियें।

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

SEX WORKERS : PART OF THE
SOLUTION – https://www.who.int/hiv/topics/vct/sw_toolkit/115solution.pdf – Accessed on 20/5/2020

Sexually transmitted infections (STIs) – https://www.healthywa.wa.gov.au/Articles/A_E/About-sexually-transmitted-infections-STIs – Accessed on 20/5/2020

The Bali STD/AIDS Study: Association Between Vaginal Hygiene Practices and STDs Among Sex Workers – https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/11158691/ – Accessed on 20/5/2020

International Sex Worker Day – https://www.nswp.org/event/international-sex-worker-day-1 – Accessed on 20/5/2020

Current Version

03/09/2020

Surender aggarwal द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Shivam Rohatgi


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डॉ. प्रणाली पाटील

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Surender aggarwal द्वारा लिखित · अपडेटेड 03/09/2020

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