किशोरावस्था 12-15 की आयु के बीच शुरू हो जाती है। इस दौरान टेस्टोस्टेरोन लेवल काफी अधिक होता है। किशोरावस्था की समाप्ति के बाद प्रौढ़ावस्था शुरू हो जाती है। लड़कों में प्यूबर्टी के दौरान टेस्टोस्टेरोन का प्रोडक्शन होने लगता है। यहीं से दाढ़ी आने की सही उम्र की शुरुआत होती है। हालांकि, आपकी दाढ़ी कितनी घनी और लंबी होगी यह टेस्टोस्टेरोन पर निर्भर करता है। इस दौरान लड़कों की आवाज, कंधों की चौड़ाई और चेहरे की मुखाद में परिवर्तन आता है। लड़कों का चेहरे पहले से और ज्यादा मसक्युलिन लगता है।
19 और 38 वर्ष की आयु में सामान्य टेस्टोस्टेरोन का स्तर 264-916 नेनोग्राम प्रति डेकिलिटर (ng/dL) होता है। बॉडी में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने से दाढ़ी का विकास बाधित होता है।
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जिन पुरुषों में जांच के माध्यम से कम टेस्टोस्टेरोन की पुष्टि की जा चुकी वो सप्लिमेंट से इसे बढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से दाढ़ी के विकास में मदद मिलती है। टेस्टोस्टेरोन के सामान्य लेवल पर होने से यह सप्लिमेंट बेअसर साबित होते हैं।
शेविंग और दाढ़ी की ग्रोथ
कुछ लोगों को प्रौढ़ावस्था में प्रवेश करने के बाद भी दाढ़ी नहीं आती है। इन लोगों को लगता है कि शेविंग करने से दाढ़ी जल्दी उग आती है। हालांकि, हकीकत में ऐसा नहीं है। दाढ़ी उगने से पहले चेहरे पर कुछ बाल उग सकते हैं। असल दाढ़ी को आने में एक लंबा वक्त लग सकता है, जिसके संकेत आपको इन बालों के रूप में नजर आ जाते हैं। शेविंग करने से जल्दी दाढ़ी आती है या नहीं, इस पर अभी आमराय नहीं है। चेहरे पर बालों के आने का अहसास होता है तो शेविंग की जा सकती है।
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दाढ़ी आने की सही उम्र और DHT
जैसा कि ऊपर पहले ही बता दिया गया है कि टेस्टोस्टेरोन दाढ़ी की ग्रोथ को प्रभावित करता है। कुछ अध्ययनों के मुताबिक, दाढ़ी उगने की रफ्तार या ग्रोथ डीहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (dihydrotestosterone) पर निर्भर करती है। डीहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन का एक बायप्रोडक्ट है। यह टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन के बाद प्रोड्यूस होता है।