त्वचा से संबंधित समस्याओं से निपटने के लिए आपको कई तरह के उपाय करने पड़ते हैं। यदि त्वचा का सही ढंग से ख्याल ना रखा जाए, तो समय के साथ आपको त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए त्वचा में हो रहे बदलावों को समझना आपके लिए जरूरी हो जाता है। आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी स्किन कंडिशन (Skin condition) की, जो आमतौर पर कई मौकों पर कई लोगों को हो सकती है। यह कंडीशन है क्लैमी स्किन की। क्लैमी स्किन (Clammy Skin) यानी कि चिपचिपी त्वचा की समस्या आप में से कई लोगों को हो सकती है, जिसके अलग-अलग कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं इस आर्टिकल में क्लैमी स्किन से जुड़ी जरूरी बातें।
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क्या है क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की समस्या?
आमतौर पर क्लैमी स्किन की समस्या के पीछे कई अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिन्हें तुरंत मेडिकल केयर की जरूरत पड़ती है। क्लैमी स्किन उस स्थिति को कहते हैं, जब अधिक पसीने के चलते आपकी स्किन चिपचिपी महसूस होने लगती है। क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की समस्या शरीर में आ रहे पसीने के कारण होती है। लेकिन यदि आपको जरूरत से ज्यादा पसीना आ रहा है, तो यह किसी गंभीर समस्या की ओर इशारा हो सकती है। इसलिए क्लैमी स्किन की समस्या से निपटने के लिए आपको अपने हेल्थ का पर खास ध्यान देने की जरूरत पड़ती है।आइए अब जानते हैं क्लैमी स्किन की समस्या के क्या कारण हो सकते हैं।
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क्या हैं क्लैमी स्किन की समस्या के कारण? (Cause of Clammy Skin)
जैसा कि हमने जाना, क्लैमी स्किन की समस्या जरूरत से ज्यादा पसीना आने की वजह से हो सकती है। जब आपको जरूरत से ज्यादा पसीना आए, तो कई बार इसकी वजह किसी अंडरलाइन डिजीज को माना जाता है। जिसके लिए आपको तुरंत मेडिकल केयर की जरूरत पड़ सकती है। क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की कई वजहें हो सकती हैं, जिसमें से कुछ वजहें आपके लिए जान का जोखिम भी खड़ा कर सकती हैं। आइए जानते हैं इन वजहों के बारे में।
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- हार्ट कंडिशन : कई तरह की हार्ट कंडिशन क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की वजह बन सकती है, जिसमें हार्ट अटैक, हार्ट फैलियर, एंडोकार्डिटिस जैसी समस्याएं एक हो सकती हैं। इन समस्याओं में हार्ट स्ट्रक्चरल डैमेज हो सकता है, जिसके चलते शरीर जरूरत से ज्यादा पसीना पैदा करता है और क्लैमी स्किन की समस्या हो सकती है।
- शॉक : शॉक (Shock problem) की समस्या भी व्यक्ति को हार्ट की तकलीफ के चलते हो सकती है। शॉक की स्थिति के पीछे लो ब्लड वॉल्यूम, सेप्सिस और एलर्जिक रिएक्शन इत्यादि समस्याएं हो सकती हैं।
- हायपोग्जिमिया : हायपोग्जिमिया (Hypoxemia) की समस्या उस समस्या को कहा जाता है, जिसमें शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है। जिसकी वजह से शरीर के एयरवेज ब्लॉक हो जाते हैं और व्यक्ति को ज्यादा पसीना आने लगता है। इसके अलावा हायपोग्जिमिया के पीछे कई तरह के हार्ट डिफेक्ट भी हो सकते हैं।
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इसके साथ ही क्लैमी स्किन की समस्या के पीछे इंटरनल ब्लीडिंग, हार्ट एक्सरशन भी कारण बन सकते हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को क्लैमी स्किन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कई तरह के इंफेक्शन जो क्लैमी स्किन (Clammy Skin) के कारण बन सकते हैं, वह हैं –
- इनफ्लुएंजा
- स्टमक फ्लू
- किडनी इन्फेक्शन
- पेन्क्रियाटाइटिस
- वैली फीवर
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इसके अलावा कई तरह की कंडिशन हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति को क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की समस्या हो सकती है। इन समस्याओं में सामवेश होता है –
- पैनिक अटैक
- हाइपोटेंशन
- हाइपोग्लाइसीमिया
- हाइपोथाइरॉएडिज्म और
- मेनोपोज
यह सभी कारण क्लैमी स्किन का कारण बन सकते हैं। आइए अब जानते हैं क्लैमी स्किन के लिए ट्रीटमेंट (Treatment of Clammy Skin) कौन-कौन से उपलब्ध हैं।
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क्लैमी स्किन ट्रीटमेंट के तौर पर कैसे लें मदद? (Treatment of Clammy Skin)
क्लैमी स्किन (Clammy Skin) के ट्रीटमेंट के तौर पर अलग-अलग तरह के उपाय किए जा सकते हैं। यह सभी उपाय क्लैमी स्किन के लिए जिम्मेदार मानी जाने वाली अंडर लाइन हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रख कर किए जा सकते हैं। आमतौर पर इन समस्याओं में व्यक्ति को तुरंत मेडिकल अटेंशन की जरूरत पड़ सकती है। इनमें हार्ट अटैक, शॉक, इंटरनल ब्लीडिंग (Internal bleeding) आदि एक मानी जाती हैं। वहीं कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जिसके कारण होने वाली क्लैमी स्किन की समस्या को आसानी से ठीक किया जा सकता है। आमतौर पर यह समस्याएं बैक्टीरिया की वजह से हो सकती हैं, जिसमें इनफ्लुएंजा और अन्य इनफेक्शन एक माने जाते हैं। इन समस्याओं में ओवर द काउंटर (Over-the-counter) मेडिसिन आपकी मदद कर सकती है।
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वहीं क्लैमी स्किन की समस्या के लिए जिम्मेदार कुछ तकलीफें डॉक्टर द्वारा डायग्नोसिस किए जाने के बाद ठीक हो सकती हैं। जिसके लिए आपको कुछ खास तरह के टेस्ट करवाने पड़ सकते हैं। कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जिसमें क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की समस्या एक सिम्टम की तरह सामने आती है। इन समस्याओं में समावेश हो सकता है –
- चेस्ट पेन
- तेज हार्टबीट
- सांस लेने में दिक्कत
- चेहरे और गले में सूजन
- पल्स का गिरना
- कमजोरी
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यह सभी समस्याएं क्लैमी स्किन (Clammy Skin) के लिए जिम्मेदार मानी जा सकती हैं। इसलिए इन समस्याओं में व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
आमतौर पर क्लैमी स्किन की समस्या जानलेवा नहीं होती और इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। लेकिन इसके पीछे के कारण को समझ कर इसे ठीक करना जरूरी होता है। यदि आपको लंबे समय से क्लैमी स्किन (Clammy Skin) की समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर कंसल्ट करना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति को समझते हुए जरूरी होने पर टेस्ट कर सकते हैं। जिससे आपकी असल समस्या को समझा जा सकता है।