पार्सले (अजमोद) एक विदेशी हर्ब है, जिसे अजमोद भी कहते हैं। यह धनिया की पत्तियों जैसा दिखता है। पार्सले (Parsley) का इस्तेमाल मध्य पूर्वी, यूरोपीय और अमरीकी खाने का स्वाद बढ़ाने और सजावट के लिए किया जाता है, लेकिन अब यह भारतीय किचन का भी हिस्सा बन चुका है। पार्सले में पौष्टिक तत्व जैसे-विटामिन-सी (Vitamin C), विटामिन-ए (Vitamin A), विटामिन-के (Vitamin K) और विटामिन-बी 12 (Vitamin B12) आदि होने के कारण यह हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसके अलावा इसमें फोलेट (Folate), कैल्शियम(Calcium), आयरन (Iron) और फाइबर (Fiber) की मौजूदगी इसे हेल्थ के लिए अत्यधिक लाभकारी बनाने का काम करते हैं।
पार्सले के सेहत संबंधित लाभ क्या हैं? (Health benefits of Parsley)
पार्सले निम्नलिखित स्थितियों में शरीर के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। पार्सले के लाभ निम्न हैं।
1. सांसों को ताजगी दे पार्सले (Parsley for fresh breath)
बात करते समय मुंह से अजीब सी बदबू आना किसी को पसंद नहीं होता है। अगर आपके मुंह से बदबू आती है, तो अपने भोजन में पार्सले को शामिल करें। इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह में बदबूदार बैक्टीरिया को जगह बनाने का मौका नहीं देते, जिससे आपके मुंह से फ्रेश सांस आती है। आप खाने के बाद, अजमोद की कुछ पत्तियां चबाकर मुंह की बदबू से छुटकारा पा सकते हैं।
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2. कैंसर (Cancer) से लड़ने में फायदेमंद पार्सले
पार्सले एंटी-कैंसर गुणों से भरपूर है। इसमें मौजूद मिरिस्टिकन (Myristicin) नाम का तत्व स्किन कैंसर (Skin cancer) से बचाता है। पार्सले में पाया जाने वाला एपिजेनिन नाम का तत्व स्तन कैंसर के ट्यूमर का साइज कम करने में मदद करता है।
3. डायबिटीज (Diabetes) का खतरा कम करे पार्सले
मिरिस्टिकन डायबिटीज की रोकथाम के लिए भी फायदेमंद है। यह तत्व शरीर में शुगर (Sugar) के स्तर को कम करके इंसुलिन (Insulin) को नियंत्रित करता है। इसके एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण खून में वसा की मात्रा कम करने में भी फायदेमंद साबित होते हैं।
4. हड्डियों (Bones) को मजबूत बनाए पार्सले
शरीर में विटामिन-के की कमी हड्डियों के टूटने का कारण बन सकती है। पार्सले में विटामिन-के की अच्छी मात्रा मौजूद होने के कारण यह शरीर को कैल्शियम प्राप्त करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें कई विटामिन और मिनरल्स होते हैं जिसके कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
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5. बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाए पार्सले (Parsley for good immune system)
पार्सले में मौजूद विटामिन-सी, इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाकर शरीर को बीमारियों से निपटने की क्षमता देता है। सभी जानते हैं कि विटामिन-सी आम बीमारियों जैसे-सर्दी-जुखाम और इन्फ्लुएंजा (Influenza) से राहत दिलाने में मदद करता है। अजमोद में मौजूद बीटा कैरोटीन, एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर से फ्री रेडिकल्स को निकालकर बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
6. दिल की सेहत के लिए (Heart health) फायदेमंद पार्सले
पार्सले में फोलेट होने के कारण यह सेल्स बनाने में मदद करते हैं। इसमें विटामिन-बी (Vitamin-B) होता है जो दिल से जुड़ी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है और शरीर में दिल की बीमारी पैदा करने वाले हानिकारक तत्वों से लड़ने में मदद करता है।
7. गठिया की सूजन (Arthritis) और दर्द में राहत दे पार्सले
विटामिन-सी जैसे तत्वों के मौजूद होने के कारण पार्सले, एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम करता है। इसका नियमित रूप से इस्तेमाल किया जाए तो ऑस्टियोआर्थराइटिस और गठिया की बीमारी में जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत पाई जा सकती है।
इन सब गुणों के अलावा, पार्सले का इस्तेमाल वजन घटाने, शरीर को डीटॉक्स करने, त्वचा का रंग निखारने और बालों की ग्रोथ को बेहतर बनाने में किया जाता है। पार्सले सेहत का खजाना है, इसे अपनी डाइट में शामिल करें और इसके बेहतरीन गुणों का फायदा उठाएं।
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8. चोट को ठीक करने में मददगार है पार्सले
चोट के निशान पर लगाने के लिए अजमोद के पत्तों को हाथों से रगड़ लीजिए। फिर इन पत्तों को चौट पर फैलाकर इलास्टिक बैंड से बांध दीजिए। मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि अजमोद के पत्तों को घाव पर लगाने से दर्द और सूजन नहीं होता है।
9. पार्सले से कोलेस्ट्राॅल (Cholesterol) होता है कम
अजमोद में मौजूद रासायनिक यौगिक ब्लड से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। माना जाता है कि सिलेरी के केवल दो डंठल से निकाला गया रस, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सात पॉइंट्स तक कम कर सकता है।
10. पार्सले वजन करता है कम (Parsley can reduce weight)
रोजाना पार्सले का सेवन करने से वजन कम हो सकता है। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। यह भूख को शांत कर वजन को कम करने में मदद करता है।
पार्सले को सेलेरी भी कहते हैं और सेलेरी का जूस पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं कि पार्सले जूस को पीने का क्या फायदा है?
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पार्सले जूस (Parsley juice) पर एक्सपर्ट की राय क्या है?
हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च (HIMSR), दिल्ली के एमबीबीएस डॉ. मयंक खंडेलवाल कहते हैं कि “रोजाना एक गिलास सिलेरी जूस लेने से बॉडी डिटॉक्स होती है। वहीं, इसमें शुगर कम मात्रा में और फाइबर ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है जिसकी वजह से वजन घटाना आसान हो जाता है। लेकिन, यूं ही कहीं ऑनलाइन देखे गए उपायों को बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं आजमाना चाहिए क्योंकि सबकी मेडिकल कंडिशंस अलग-अलग होती हैं।”
डॉ. श्रुति श्रीधर (कंसल्टिंग होमियोपैथ एंड क्लिनिकल नूट्रिशनिस्ट) का कहना है “अजमोद में विटामिन सी, फोलेट, फाइबर के साथ-साथ पानी बढ़ी मात्रा में पाया जाता है। लेकिन अगर इसका उपयोग जूस के रूप में किया जाता है तो शरीर को फाइबर नहीं मिल पाते हैं, जो शरीर के लिए सबसे आवश्यक है। इसलिए डॉक्टर सलाह देती हैं कि अजमोद के जूस की बजाय, इसे ग्रीन स्मूदी में मिलाकर लें। इससे फाइबर के साथ ही अन्य पोषक तत्व भी मिल सकेंगे। वहीं, हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त लोगों को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।” सिलेरी जूस थायरॉयड की दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकता है। इसलिए अपनी डायट में अजमोद का रस शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें। तभी पार्सले के लाभ मिल सकेंगे।
पार्सले जूस (Parsley juice) को कैसे बनाएं?
सामग्री :
पार्सले का एक बंच लें
विधि :
पार्सले के बंच को मिक्सर में डाल कर अच्छे से पीस लें। इसमें पानी या बर्फ कत्तई न मिलाएं। इसके बाद जब पार्सले अच्छे से पिस जाएं तो इसे छन्नी या किसी साफ-सुथरे कॉटन के महीन कपड़े से इस जूस को छान लें। फिर इसका तुरंत सेवन करें। वैसे आप चाहें तो ताजे पार्सले (Parsley) के अलावा ड्रायड यानि सूखे पार्सले को आसानी स्टोर कर सकते हैं और सलाद, सूप, पिज्जा या पास्ता का स्वाद और बढ़ा सकते हैं।
अगर आप पार्सले के लाभ या इसके सेवन से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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