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जानिए क्या है ऑयल पुलिंग थेरिपी (Oil Pulling Therapy) और इसके फायदे

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. अभिषेक कानडे · आयुर्वेदा · Hello Swasthya


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 02/11/2020

    जानिए क्या है ऑयल पुलिंग थेरिपी (Oil Pulling Therapy) और इसके फायदे

    बढ़ती उम्र के साथ-साथ दांत भी कमजोर होने लगते हैं। ऐसे में, सवाल ये उठता है कि दांतों की देखभाल कैसे करें? अगर आप दांतों की नियमित रूप से देखभाल करेंगे, तो यकीनन बढ़ती उम्र में भी यह मजबूत बने रहेंगे। आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसी थेरिपी के बारे में बताएंगे, जो दांत मजबूत रखने में मदद करेगी। इस थेरिपी का नाम है ‘ऑयल पुलिंग थेरिपी’ (Oil Pulling Therapy)। आइए, पहले जानते हैं क्या है ऑयल पुलिंग थेरिपी।

    ऑयल पुलिंग थेरिपी (Oil Pulling Therapy) क्या है?

    ऑयल पुलिंग एक ऐसी थेरिपी है, जो 300 सालों से चली आ रही है। इसमें किसी भी फूड ऑयल जैसे सनफ्लॉवर ऑयल, नारियल का तेल या वेजिटेबल ऑयल से पांच से 20 मिनट तक कुल्ला किया जाता है।

    कैसे करें ऑयल पुलिंग थेरिपी (Oil Pulling Therapy)?

    ऑयल पुलिंग थेरिपी के लिए निम्नलिखित स्टेप्स अपनायें। जैसे-

    • सबसे पहले एक बड़ा चम्मच तेल मुंह में डाल लें।
    • फिर पांच से बीस मिनट तक मुंह में रखने के बाद इस तेल से कुल्ला कर लें।
    • फिर नमक से दांतों और मसूड़ों की हल्के हाथों से मसाज करें।
    • इसके बाद, सामान्य तरीके से ब्रश कर लें। 

    इन ऊपर बताये गये टिप्स को फॉलो करें और नियमित रूप से इसका पालन करें। ऐसा करने से मुंह से जुड़ी परेशानी कम हो सकती है। हालांकि अगर इस उपाय से परेशानी कम न हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें और खुद से इलाज न करें।

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    ऑयल पुलिंग थेरिपी (Oil Pulling Therapy) के फायदे क्या हैं?

    इस थेरिपी से नीचे बताई गई मुंह की समस्या में राहत मिल सकती है, जैसे :

    • पायरिया की परेशानी दूर हो सकती है। अगर आपको मसूढ़ों से ब्लड आने की समस्या है तो आप इस थेरिपी का सहारा ले सकते हैं। 
    • अगर आप बैड स्मेल को दूर करने के उपाय कर चुके हैं और आपको लाभ नहीं मिला है तो ऑयल पुलिंग मेथड अपना सकते हैं। इस थेरिपी से मुंह से बदबू आने की समस्या खत्म हो सकती है।  
    • कैविटी की परेशानी ठीक हो सकती है। अगर आप दांतों की सड़न की समस्या से पीड़ित हैं, तो ऐसी स्थिति में भी यह थेरिपी आपके ले लाभकारी हो सकती है।
    • मसूड़ों की सूजन या मसूड़ों से जुड़ी परेशानी होती रहती है, तो ऑयल पुलिंग थेरिपी अपना कर इस परेशानी से बचा जा सकता है। 

    ऊपर बताये गये तरीकों से आप दांतों को हेल्दी रख सकते हैं लेकिन, वैसे लोग जिन्हें नारियल तेल से एलर्जी है तो वो क्या कर सकते हैं?

    ऑयल पुलिंग थेरिपी से दांतों की समस्या से बचा जा सकता है लेकिन, अगर आपको नारियल या नारियल तेल से एलर्जी है तो इस थेरिपी का प्रयोग न करें। क्योंकि आपकी परेशानी कम होने की बजाये बढ़ सकती है। आप नारियल तेल की जगह अन्य ऑयल जैसे सेसमे ऑयल या ऑलिव ऑयल का प्रयोग कर सकते हैं। सेसमे ऑयल या ऑलिव ऑयल के प्रयोग के बाद ब्रश करना न भूलें या इसे न टालें। कई लोग ऑयल पुलिंग थेरिपी के बाद ब्रश करना ठीक नहीं समझते हैं। लेकिन, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ऑयल पुलिंग थेरिपी के बाद ब्रश अवश्य करना चाहिए।

    आइए, अब दांत मजबूत रखने के कुछ सामान्य टिप्स जान लेते हैं।

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    दांत मजबूत रखने के लिए क्या हैं टिप्स?

    दांतों को मजबूत रखने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो किये जा सकते हैं। जैसे- 

  • दांत भले ही मजबूत दिखें लेकिन, डेंटिस्ट से अपनी दांतों की जांच नियमित रूप से करवाते रहना चाहिए।
  • कैवेटी से दांतों को बचा कर रखें और फ्लोराइड युक्त टूथ पेस्ट का इस्तेमाल करें। डेंटिस्ट की सलाह पर आप टूथ पेस्ट का चयन कर सकते हैं। अच्छे टूथ पेस्ट से मसूड़ों में होने वाली समस्या या परेशानी भी धीरे-धीरे ठीक हो सकती है।
  • बहुत देर तक टूथ ब्रश न करें और दांतों पर ब्रश से ज्यादा दबाव भी न डालें। दांतों की सफाई आराम से और ठीक से करें, क्योंकि दांतों के बीच गैप में छोटे-छोटे खाद्य पदार्थ फसे होते हैं। इसके अलावा, आप हर ढ़ाई से तीन महीने के अंदर टूथ ब्रश चेंज करते रहें। 
  • आप ब्रश करते समय टूथ पेस्ट की मात्रा का भी ध्यान रखें। बहुत ज्यादा पेस्ट का इस्तेमाल आपकी दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • मुंह को सूखने नहीं दें। मुंह सूखने पर सलाइवा (लार) बनना बंद हो जाता है और ऐसे में दांत कमजोर होने लगते हैं। इसलिए, थोड़ी-थोड़ी देर पर पानी पीते रहें, जिससे मुंह में सलाइवा बनता रहेगा और दांत मजबूत भी रहेंगे।  
  • खाने में कैल्शियम और विटामिन-डी युक्त पदार्थों का सेवन जरूर करें। 
  • सिगरेट और तंबाकू का सेवन बंद कर दें। इससे सिर्फ दांत ही नहीं पूरा शरीर प्रभावित होता है और इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 
  • सुबह उठकर और रात को सोने से पहले टूथ ब्रश करने की आदत डालें।
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     इन बातों का रखें खास ख्याल 

    • आप नियमित रूप से डेंटिस्ट से दांतों का चेकअप करवाना न भूलें।
    • दांत में हो रही किसी भी समस्या पर डॉक्टर से मिलें और खुद से इलाज न करें।
    • दांतों या मसूड़ों में हो रही परेशानी को इग्नोर न करें। इन परेशानियों को नजरअंदाज करने से परेशनी कम होने की बजाये बढ़ सकती है। 
    • दांतों की सफाई पर हर दिन ध्यान दें। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार सुबह और रात को सोने से पहले ब्रश अवश्य करें। 
    • जरूरत से ज्यादा टूथ पिक का इस्तेमाल न करें। इससे दांतों को नुकसान हो सकता है।

    दांतों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपनाएं ये उपाए 

    • रोजाना दूध और दही का सेवन करें। इनके सेवन से दांत मजबूत होती हैं। 
    • खाने के बाद ककड़ी, गाजर, खीरा और अमरुद खाने की आदत डालें। इससे पोषक तत्व भी मिलेंगे और दांतों की सेहत अच्छी होने के साथ मजबूत भी होंगे।
    • बहुत ज्यादा गर्म और ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें।
    • उम्र बढ़ने के साथ-साथ टॉफी या चॉकलेट जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें।
    • ब्रश करने के बाद साफ पानी से कुल्ला करें और इसी समय उंगली से मसूड़े की मसाज करें। 

    अगर आप ऑयल पुलिंग थेरिपी से जुड़े या दांत से जुड़ी परेशानी से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।

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