जब भी आपके जोड़ों में और आसपास दर्द, सूजन और कठोरता की परेशानी होती है, उसे सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic arthritis) कहते हैं। साथ ही जिन लोगों को सोरियाटिक हो उन लोगों को इसकी परेशानी ज्यादा होती है। यह आमतौर पर उन लोगों को प्रभावित करता है, जिनको पहले से ही त्वचा का सोरायसिस होता है। यह सफेद और चांदी के गुच्छे की तरह दिखनेवाले लाल, उभरी हुई त्वचा के पैच का कारण भी बनता है।
और पढ़ें : बुजुर्गों के लिए योगासन, जो उन्हें रखेंगे फिट एंड फाइन
सोरियाटिक अर्थराइटिस क्या है? (What is Psoriatic arthritis?)
कभी-कभी लोगों में सोरायसिस (Psoriasis) से पहले गठिया के लक्षण दिखने लगते हैं। दुर्लभ मामलों में, लोगों को सोरियाटिक अर्थराइटिस होता है और कभी भी सोरायसिस पैच ध्यान देने लायक नहीं होते हैं। सोरियाटिक अर्थराइटिस और सोरायसिस शरीर की ऑटोइम्यून स्थितियां हैं। हमारा इम्यून सिस्टम (Immune system) बीमारी और संक्रमण (Infection) से बचाती है। ऑटोइम्यून स्थितियों में, इम्यून सिस्टम योग्य तरह से कम नहीं करती है और शरीर के स्वस्थ हिस्सों में इसका संक्रमण हो जाता है। ये दोनों ही स्थितियां किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि सोरायसिस (Psoriasis) वाले पांच में से लगभग एक व्यक्ति को सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic arthritis) हो जाता है।
इस बीमारी से पीड़ित लोगों को किसी अन्य प्रकार के अर्थराइटिस होने की संभावना होती है, जैसे कि पुराने ऑस्टियोअर्थराइटिस (Osteoarthritis) या रूमेटोइड अर्थराइटिस (Rheumatoid arthritis)। हालांकि यह स्थितियां सोरायसिस से जुड़ी हुई नहीं हैं। सोरियाटिक अर्थराइटिस एक प्रकार का स्पोंडिलोअर्थराइटिस है। ये कुछ समान लक्षणों के साथ कुछ स्थितियों का एक समूह हैं।
और पढ़ें : Teazle: टीज्ल क्या है?
आइए जानते हैं सोरियाटिक अर्थराइटिस के लक्षणों के बारे में (Symptoms of Psoriatic arthritis):
सोरियाटिक अर्थराइटिस के मुख्य लक्षणों में जॉइंट पेन, सूजन और कठोरता शामिल है। यह उंगुलियों और रीढ़ (Spine) की हड्डी समेत शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है।
जोड़ों का दर्द या जकड़न
सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic arthritis) जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, जो दर्द के कारण आनेवाली कोमलता और बाहरी कठोरता का भी कारण बन सकता है। आप इसे शरीर के कई जोड़ो में महसूस कर सकते हैं। ये बीमारी आमतौर पर घुटनों, अंगुलियों, पैर की उंगुलियों, पैरों और पीठ के निचले हिस्से को प्रभावित करती है। दर्द और कठोरता के लक्षण कभी-कभी बिना उपचार ठीक हो जाते हैं, लेकिन वो वापस आने की आशंका होती हैं। जब लक्षण एक समय के लिए कम हो जाते हैं, तो इसे रेमिशन के नाम से जाना जाता है। लेकिन वो अगर लंबे समय तक हैं तो उसे फ्लेअर अप कहा जाता है।
इस बीमारी के कारण जोड़ों में सूजन होना एक सामान्य लक्षण है। इससे जोड़ो में दर्दनाक गर्मी भी पैदा होती है, इसलिए आपके जोड़ों को स्पर्श करने पर आप गर्मी महसूस करते हैं।
और पढ़ें : कैसे प्लान करें अपने लिए एक हेल्दी और हैप्पी रिटायरमेंट?
नाखून में बदलाव
इस बीमारी में आपके नाखूनों में परिवर्तन दिखने लगते हैं। सड़े हुए नाखून (Nails) या नूखनों के रंग में परिवर्तन दिखाई देते हैं। सोरायसिस नाखूनों को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे उन्हें ऐसा लग सकता है कि उन्हें फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) हुआ है। इस बीमारी में अगर आपके नाखूनों में परिवर्तन हो रहा है, तो इसका खतरा विकसित हो सकता है। अगर नाखून आसानी से टूट रहे हैं तो उन्हें ऑनिहोलिसिस कहा जाता है, यह भी इस बीमारी का ही एक संकेत हो सकता है। यह नाखुनो में पिट्टिंग के साथ या बिना पिट्टिंग के भी हो सकता है।
और पढ़ें : Aceclofenac+Rabeprazole: एसिक्लोफेनाक+रेबेप्राजोल क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां
पीठ के निचले हिस्से में दर्द
इस बीमारी में स्पोंडिलाइटिस (Spondylitis) नामक स्थिति जन्म ले सकती है, जो आपके रीढ़ के जोड़ों में सूजन का कारण बनती है।
हाथ और पैर की अंगुलियों में सूजन
इस बीमारी में सूजन की शुरुआत शरीर के छोटे जोड़ों से शुरू हो सकती है, जैसे कि हाथ पैरों की उंगलियों। सूजी हुई उंगलियों को डाक्टीलायीटीस कहा जाता है। इस बीमारी के लक्षणों में मरीज की सारी अंगुलियों में ही नहीं जोड़ो में भी सूजन होने की आशंका होती है।
आंखों की समस्या
इस बीमारी से लक्षणों में आंखों की समस्याओं, जैसे कि सूजन और लालिमा का अनुभव हो सकता है। यदि आपकी आंखें फड़क रही हैं, तो आपको आंखों में और आसपास जलन, दर्द या लालिमा दिखाई दे सकती है। आप अपनी आंखों में बदलाव देख सकते हैं।
और पढ़ें : वृद्धावस्था में दवाइयां लेते समय ऐसे रखें ध्यान, नहीं होगा कोई नुकसान
पैरों में दर्द
पैरों में दर्द, इस बीमारी का संकेत हो सकता है। उन जगहों पर दर्द होता है जहां टेंडॉन्स हड्डियों से जुड़ते हैं। यह आपकी एड़ी या आपके पैर के निचले हिस्से में दर्द, सूजन महसूस करते हैं।
जोड़ो में गति की कमी
इस बीमारी का संभावित संकेत आपके जोड़ों में गति कम होना है। आपको अपनी बाहों का विस्तार करना, अपने घुटनों को मोड़ना, या आगे करना मुश्किल हो सकता है। आपको अपनी अंगुलियों आसानी से उपयोग करने में भी समस्या हो सकती है। यह उन लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता है, जो टाइपिंग और ड्राइंग से ज्यादा करते हैं।
थकान
इस बीमारी का सामान्य लक्षण थकान है। आपको थोड़ा आराम किए बिना कोई भी काम करने में कठिनाई हो सकती है।
फुजैल पठान, साई संदीप हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्स का कहना है, “इस बीमारी को घर पर व्यायाम करके या एक्सरसाइज एक्सपर्ट के साथ व्यायाम करके ठीक किया जा सकता है और प्रत्येक रोगी की बीमारी और शारीरिक क्षमताओं के अनुसार अनुकूलित किया जाता है। वार्म-अप स्ट्रेचिंग, या अन्य तकनीकों, जैसे कि हॉट बाथ या गर्मी के व्यायाम की तकनीकों से मांसपेशियों को आराम दिलाने में मदद होती है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए व्यायाम को नियमित रूप से किया जाना चाहिए।’
और पढ़ें : ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी (Osteoporosis) रोकने के लिए करें ये उपाय
सोरियाटिक अर्थराइटिस के घरेलू उपचार (Home remedies of Psoriatic arthritis)
सोरियाटिक अर्थराइटिस के ट्रीटमेंट के साथ-साथ आप कुछ घरेलू उपायों को अपनाने के साथ ही, लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदाल भी ला सकते हैं, जिनमें आप शामिल कर सकते हैंः
- नियमित तौर पर व्यायाम करें। इससे शरीर के विभिन्न जोड़ सक्रिय होते हैं। इसके लिए आप किसी एक्सपर्ट से बात कर सकते हैं, जो आपको सिर्फ सोरियाटिक अर्थराइटिस से राहत पाने के व्यायाम की जानकारी और ट्रेनिंग दे सकें।
- अगर मोटापे से ग्रस्त हैं, तो अपने मोटापे कम करने के विचारों के बारे में सोचें और उसका उपचार करें।
- अपने आहार में सिर्फ पौष्टिक आहार को ही शामिल करें। फैट बढ़ाने वाले आहार का सेवन न करें।
- दर्द से राहत पाने के लिए कोल्ड पैक और हीट थेरिपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।