सोरियाटिक अर्थराइटिस (Psoriatic arthritis) जोड़ों में सूजन का कारण बनता है, जो दर्द के कारण आनेवाली कोमलता और बाहरी कठोरता का भी कारण बन सकता है। आप इसे शरीर के कई जोड़ो में महसूस कर सकते हैं। ये बीमारी आमतौर पर घुटनों, अंगुलियों, पैर की उंगुलियों, पैरों और पीठ के निचले हिस्से को प्रभावित करती है। दर्द और कठोरता के लक्षण कभी-कभी बिना उपचार ठीक हो जाते हैं, लेकिन वो वापस आने की आशंका होती हैं। जब लक्षण एक समय के लिए कम हो जाते हैं, तो इसे रेमिशन के नाम से जाना जाता है। लेकिन वो अगर लंबे समय तक हैं तो उसे फ्लेअर अप कहा जाता है।
इस बीमारी के कारण जोड़ों में सूजन होना एक सामान्य लक्षण है। इससे जोड़ो में दर्दनाक गर्मी भी पैदा होती है, इसलिए आपके जोड़ों को स्पर्श करने पर आप गर्मी महसूस करते हैं।
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नाखून में बदलाव
इस बीमारी में आपके नाखूनों में परिवर्तन दिखने लगते हैं। सड़े हुए नाखून (Nails) या नूखनों के रंग में परिवर्तन दिखाई देते हैं। सोरायसिस नाखूनों को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे उन्हें ऐसा लग सकता है कि उन्हें फंगल इंफेक्शन (Fungal infection) हुआ है। इस बीमारी में अगर आपके नाखूनों में परिवर्तन हो रहा है, तो इसका खतरा विकसित हो सकता है। अगर नाखून आसानी से टूट रहे हैं तो उन्हें ऑनिहोलिसिस कहा जाता है, यह भी इस बीमारी का ही एक संकेत हो सकता है। यह नाखुनो में पिट्टिंग के साथ या बिना पिट्टिंग के भी हो सकता है।
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पीठ के निचले हिस्से में दर्द
इस बीमारी में स्पोंडिलाइटिस (Spondylitis) नामक स्थिति जन्म ले सकती है, जो आपके रीढ़ के जोड़ों में सूजन का कारण बनती है।
हाथ और पैर की अंगुलियों में सूजन
इस बीमारी में सूजन की शुरुआत शरीर के छोटे जोड़ों से शुरू हो सकती है, जैसे कि हाथ पैरों की उंगलियों। सूजी हुई उंगलियों को डाक्टीलायीटीस कहा जाता है। इस बीमारी के लक्षणों में मरीज की सारी अंगुलियों में ही नहीं जोड़ो में भी सूजन होने की आशंका होती है।
आंखों की समस्या