3. व्हे प्रोटीन में ऐससल्फेम पोटैशियम (Whey protein acesulfame potassium)
कंज्यूमर इंडिया द्वारा किये गए सर्वे के मुताबिक व्हे प्रोटीन में ऐससल्फेम पोटैशियम कैंसर जैसे गंभीर बीमारियों को दावत दे सकता है। इसलिए नैचुरल प्रोडक्ट्स का सेवन करना लाभकारी होता है। आप व्हे प्रोटीन में ऐससल्फेम पोटैशियम की जगह दूध (Milk), मक्खन (Butter), मूंगफली (Peanut), दालें (Pulses), तोफू (Tofu), सोया (Soya), चिकन (Chicken), मछली (Fish) और अंडे (Egg) का सेवन कर सकते हैं।
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4. प्रोटीन पाउडर (Protein powder)
न्यूट्रास्यूटिकल्स के प्रकार (Types of Nutraceuticals) में प्रोटीन पाउडर भी शामिल है। दरअसल हर्बल, सोयाबीन, मटर, चावल, आलू, अंडे और दूध का विशेष कॉम्बिनेशन तैयार किया जाता है, जिससे प्रोटीन पाउडर बनाया जाता है। प्रोटीन पाउडर (Protein powder) का सेवन वर्कआउट के बाद किया जाता है, जिससे शरीर को ज्यादा ऊर्जा (Energy) मिलती है। फिटनेश एक्सपर्ट के मुताबिक वर्कआउट के शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है और ऐसे में प्रोटीन का सेवन आवश्यक होता है। प्रोटीन पाउडर या प्रोटीन डायट भी फॉलो किया जा सकता है।
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5. डेली हेल्थ सप्लीमेंट कैप्सूल (Daily health supplements capsule)
कंज्यूमर इंडिया के सर्वे के अनुसार बाजार में कई ऐसे अलग-अलग सप्लिमेंट्स आसानी से मिल जाते हैं, जो नॉन प्रिस्क्राइब्ड होते हैं, लेकिन ऐसे सप्लिमेंट्स (Supplements) का सेवन करना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेकर किसी भी तरह के सप्लिमेंट्स का सेवन करना चाहिए। अगर आप चाहें, तो इन सप्लिमेंट्स की जगह नैचुरल फूड का सेवन भी कर सकते हैं। नैचुरल फूड में पालक (Spinach) और गाजर (Carrot) का सेवन अत्यधिक लाभकारी माना जाता है। दरअसल एक कप उबले हुए पालक में 11 हजार 458 आईयू होती है, वहीं आधे कप गाजर में 9,189 आईयू होती हैं। इसलिए हरी सब्जियों की लिस्ट में इनका सेवन नियमित करें।
न्यूट्रास्यूटिकल्स के पूर्ति के लिए इन ऊपर बताये विकल्पों को ध्यान रख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप किसी शारीरिक परेशानी से पीड़ित हैं, तो ऐसे में न्यूट्रास्यूटिकल्स के अन्य विकल्पों को भी अपना सकते हैं।