
डायबिटीज को मेडिकल टर्म में डायबिटीज मेलिटस कहते हैं। यह मेटाबॉलिज्म से जुड़ी बहुत पुरानी और आम बीमारी है। डायबिटीज में आपका शरीर इंसुलिन नाम के हॉर्मोन को बनाने और उसे इस्तेमाल करने की क्षमता खो देता है। डायबिटीज की बीमारी होने पर आपके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अत्यधिक बढ़ जाती है। यह स्तिथि आगे चल कर आंखों, किडनी, नसों और दिल से संबंधित गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। आज जानेंगे डायबिटीज से बचने के घरेलू उपाय क्या हैं? किस तरह से अपने जीवनशैली में बदलाव कर इस बीमारी से बचा जा सकता है?
डायबिटीज के घरेलू उपाय (Diabetes Home Remedies) क्या हैं?
हमारी तेज-रफ्तार और भागमभाग भरी जिंदगी में डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी बड़े पैमाने पर फैल रही है। कहा जाता है कि भारत में लगभग 50 लाख लोग इस बीमारी के शिकार हैं। बदलते जीवन, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, तनाव और शारीरिक-मानसिक व्यायाम की कमी इस बीमारी के फैलने के कुछ अहम कारण बनते जा रहें हैं। डायबिटीज हमारे स्वास्थ्य को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा कर हमें अंदर से खोखला कर देती है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका पता चलने के बाद मरीज को जीवन भर के लिए एंटी-डायबिटिक दवाओं का सहारा लेना पड़ता है। हम यहां डायबिटीज के घरेलू उपाय बता रहे हैं जिनसे डायबिटिक मरीज को रक्त के शुगर स्तर को सामान्य रखने में मदद मिलेगी।
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1. डायबिटीज के घरेलू उपाय में शामिल है दालचीनी
दालचीनी डायबिटीज के घरेलू उपाय के लिए सबसे अच्छा विकल्प होता है। यह शरीर में नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और खून में मधुमेह शर्करा (DIABETIC शुगर) को कम करती है। चुटकी भर दालचीनी पाउडर को उबाल कर उसकी चाय बना कर पीने से डायबिटीज को नियंत्रण में रखा जा सकता है। दरअसल दालचीनी में मौजूद 11 प्रतिशत पानी, 81 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 4 प्रतिशत प्रोटीन और 1 प्रतिशत फैट शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है।
2. करेले का सेवन पहुंचाएगा फायदा
करेला में मौजूद पोषक तत्व रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम करने की खूबी रखता है। करेला पूरे शरीर में न केवल ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को कम करता है बल्कि यह इंसुलिन को भी बढ़ाता है। रोजाना सुबह एक गिलास करेला का जूस पीना चाहिए। इसके अलावा अपने खाने में करेले से बनी सब्जी शामिल करके आप उसके ज्यादा से ज्यादा फायदे हासिल कर सकते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार करेले के सेवन से खून भी साफ होता है।
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3. मेथी के सेवन से दूर होगी समस्या
मेथी भारतीय रसोई में आमतौर पर इस्तेमाल होती है जिसके कई फायदे हैं। यह मधुमेह को नियंत्रित करने, ग्लूकोज सहनशीलता में सुधार लाने, रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और ग्लूकोज पर निर्भर इंसुलिन के स्राव को प्रोत्साहित करने में मदद करती है। शरीर में मौजूद ग्लूकोस लेवल को कम करने के लिए 2 चम्मच मेथी के दाने रात में भिगो कर रख दें और सुबह खली पेट उस पानी को बीज के साथ पी लें। मेथी के दानों एक पाउडर बना कर उसे ठंडे या गरम पानी के अलावा दूध के साथ भी पिया जा सकता है। दरअसल इसमें एंटीइंफ्लमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। कुछ अध्ययन में पाया गया है कि मेथी का सेवन करने से पेट में शुगर का अवशोषण कम हो जाता है और इंसुलिन उत्तेजित हो जाती है, जिससे डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। मेथी की खास बात यह है कि यह डायबिटीज के टाइप-1 और टाइप-2 दोनों में काम आती है।
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4. डायबिटीज के घरेलू उपाय में शामिल है अलसी के बीज (फ्लेक्स सीड)
अलसी का बीज फाइबर से भरपूर होता है। फाइबर पाचन में तो मदद करता ही है साथ ही फैट और शुगर के अवशोषण में भी सहायक सिद्ध होता है। कहा जाता है कि, अलसी के बीज के आटे का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों में शुगर की स्तर लगभग 28 प्रतिशत तक कम हो सकती है। रिसर्च के अनुसार यह शाकाहारी लोगों के लिए वरदान है, क्योंकि मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड अलसी में मौजूद होता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, फायबर और अल्फा लिनोलिक एसिड भी मौजूद होता है, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है।
5. ग्रीन टी का करें इस्तेमाल
ग्रीन टी में काफी उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल मौजूद होता है। ये पॉलीफिनोल्स एक मजबूत एंटी-ऑक्सीडेंट और हाइपो-ग्लाइसेमिक तत्व माने गए हैं, इससे ब्लड शुगर को मुक्त करने में सहायता मिलती है और शरीर इन्सुलिन का बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर पाता है। प्रतिदिन सुबह और शाम ग्रीन टी पीने से आप खुद फर्क महसूस कर सकेंगे। हाल ही में हुए शोध के मुताबिक ग्रीन टी जितना दिमाग को एकाग्रता प्रदान करता है, उससे कहीं ज्यादा शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। ग्रीन टी डिप्रेशन, अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग, वजन घटना, पेट की बीमारियां, उल्टी, दस्त में फायदेमंद है। इसके अलावा सिरदर्द, (ऑस्टियोपोरोसिस), पार्किंसंस रोग, दिल और रक्त वाहिकाओं के रोग, डायबिटीज, लो ब्लड प्रेशर, क्रोनिक फैटिग सिंड्रोम (सीएफएस), और गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन) जैसे बीमारियों से लड़ने में भी सहायक होती है।
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6. मधुमेह के घरेलू उपाय शामिल है जामुन के बीज:
जामुन के बीज पत्तियां और छाल में भी औषधीय गुण होते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए इसे वरदान समान माना जाता है। जामुन के बीज भी डायबिटीज कंट्रोल करने में मददगार हैं। जामुन के बीज धो कर अच्छी तरह सूखा लें और अच्छी तरह सूख जाने पर उन्हें बारीक पीस कर पाउडर बना लें। रोजाना सुबह खाली पेट जामुन के बीजों के चूरन को गुनगुने पानी के साथ पीएं। ऐसा नियमित करने से डायबिटीज कंट्रोल में रहेगा।
7. एलोवेरा (Aloe vera) एक फायदे अनेक
एलोवेरा का नाम सुनते ही हम चेहरे और बालों से जुड़ी खूबसूरती बढ़ाने का बेहतर विकल्प मान लेते हैं लेकिन, यह डायबिटीज के मरीज के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसमें विटामिन सी से लेकर कई अन्य नेचुरल लैक्सेटिव पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। एलोवेरा का जूस डायबिटीज के अलावा कब्ज, मसूड़ों की परेशानी और साथ ही पेट के अल्सर जैसी बीमारियों से बचाता है।
अगर आप डायबिटीज या डायबिटीज के घरेलू उपाय से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। डायबिटीज की होम रेमिडीज को अपनाकर आपको कुछ ही समय बाद बहुत से फायदे नजर आएंगे। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।
नोट : नए संशोधन की डॉ. प्रणाली पाटील द्वारा समीक्षा
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