साल 2019 में इंटरनैशनल डायबिटीज फेडरेशन एटलस (IDF Diabetes Atlas) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत में 15900 केसेस डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) के डायग्नोस्ड किये गए हैं। ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि विदेशों में हेल्थ पॉलिसी (Health policy), लाइफ स्टाइल चेंजेस (Lifestyle changes), हेल्दी फूड हैबिट्स (Healthy food habits) एवं डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) की मदद से इस बीमारी को खत्म करने में अत्यधिक सहायक हैं। इसलिए आज इस आर्टिकल में टाइप 1 डायबिटीज एवं डायबिटीज टाइप 1 के लिए रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) से जुड़े हर सवालों का जवाब जानेंगे, जिससे इस बीमारी से निजात मिल सके।
- डायबिटीज टाइप 1 क्या है?
- डायबिटीज टाइप 1 के लक्षण क्या हैं?
- डायबिटीज टाइप 1 के कारण क्या हैं?
- डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन से जुड़ी जानकारी क्या है?
चलिए अब एक-एक कर इन सवालों के जवाब जानते हैं।
डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) क्या है?
टाइप-1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून कंडिशन (Autoimmune condition) है। ऐसी स्थिति में इम्यून सिस्टम कमजोर होने की वजह से पैंक्रियाज से इंसुलिन (Insulin) का उत्पादन पर्याप्त नहीं हो पाता है। दरअसल इंसुलिन एक तरह का हॉर्मोन है, जो ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है। इंसुलिन के अभाव में बॉडी में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बैलेंस नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति होने पर शरीर में कुछ बदलाव भी देखे या महसूस किये जा सकते हैं। आर्टिकल में आगे डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) के बारे में जानेंगे, लेकिन सबसे पहले लक्षणों को जान लेते हैं।
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डायबिटीज टाइप 1 के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Diabetes Type 1)
डायबिटीज टाइप 1 के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- बार-बार प्यास लगना।
- बार-बार टॉयलेट जाना।
- बच्चों का बिस्तर पर टॉयलेट करना (ध्यान रखें बच्चे पहले ऐसा नहीं करते हों और फिर बाद में ऐसी परेशानी होना)।
- बिना कारण वजन कम (Weight loss) होना।
- बहुत ज्यादा भूख (Hunger) लगना।
- चिड़चिड़ापन स्वभाव होना।
- मूड स्विंग (Mood changes) होना।
- अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूस होना।
- धुंधला दिखाई (Blurred vision) देना।
ये लक्षण डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) की ओर इशारा करते हैं। ऐसा नहीं है कि इससे निजात नहीं मिल सकता, इसलिए आज डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आपसे शेयर करेंगे, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं डायबिटीज टाइप 1 के कारणों के बारे में।
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डायबिटीज टाइप 1 के कारण क्या हैं? (Cause of Diabetes Type 1)
रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार जिन लोगों के शरीर में ऑटोएंटीबॉडीज (Autoantibodies) होती हैं, उन लोगों में टाइप 1 डायबिटीज (Diabetes Type 1) का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा डायबिटीज टाइप 1 के कारणों में शामिल है जेनेटिक और इंवायरमेंट।
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डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन जे जुड़ी खास जानकारी (Reverse vaccine for Diabetes Type 1)
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया (Stanford University of California) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन की मदद से टाइप 1 डायबिटीज की समस्या से निजात पाया जा सकता है। डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) की मदद से पैंक्रियाज (Pancreas) में इंसुलिन (Insulin) के प्रॉडक्शन को बनाये रखा जा सकता है। दरअसल डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन की सहायता से वैसे सेल्स के निर्माण पर रोक लगाई जा सकती है, जो इंसुलिन (Insulin) को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसा माना जाता है कि डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन की एक शॉट ही बेहद कारगर होती है, जो ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को बैलेंस बनाये रखने में सहायक हो सकती है। मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स (Massachusetts General Hospital of United States) द्वारा किये गए सर्वे के अनुसार डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन की डोज कारगर बताई गई है। दरअसल साल 2018 में अस्पताल द्वारा ऑर्गनाइस किये गए सर्वे के अनुसार जब डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) के 52 लोगों पर यह सर्वे किया गया तो उनके ब्लड शुगर लेवल में गिरावट देखी गई।
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डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) कैसे काम करती है?
डायबिटीज टाइप 1 के लिए रिवर्स वैक्सीन बेहद कारगर मानी जा रही है, क्योंकि डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाने में सहायक होती है। दरअसल जिस तरह से पोलियो का टीका, इम्यून सिस्टम को उन वॉयरस या बैक्टीरिया पर हमला करना सिखाती है, जो शरीर में बीमारी का कारण बनते हैं। स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के रिसर्चर्स ने भी डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) का इस्तेमाल इम्यून सिस्टम को हमले से बचाने के लिए किया है। दरअसल डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन बीटा सेल्स पर हमला करने वाली वाइट ब्लड सेल्स (WBC) पर इस्तेमाल किया जाता है, जिससे वाइट ब्लड सेल्स का निर्माण आसानी से होने लगता है। हालांकि ब्लड टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) पेशेंट पर कितनी कारगर हुई है इसकी जानकारी मिलती है।
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बॉडी में मौजूद सभी सेल्स को काम करने के लिए एनर्जी की जरूरत आवश्यकता पड़ती है। यह एनर्जी मुख्य रूप से ग्लूकोज से आती है, जो कि कार्बोहायड्रेट में पाई जाने वाली एक प्रकार की शुगर है।
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नोट: डायबिटीज टाइप 1 के लिए रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) से जुड़ी विशेष जानकारी के लिए अपने हेल्थ एक्सपर्ट से कंसल्ट करें। हेल्थ एक्सपर्ट आपके हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखते हुई वैक्सिनेशन की सलाह दे सकते हैं या डायबिटीज की दवाओं से ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखा जा सकता है।
कहते हैं स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है और स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार (Healthy food) का सेवन करना बेहद जरूरी है। इसलिए अगर आप डायबिटिक हैं और अपने डायट का रखते हैं ख्याल, लेकिन क्या आप फॉलो कर रहें हैं हेल्दी डायट? जानने के लिए नीचे दिए इस क्विज को खेलिए और अपना स्कोर जानिये।
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डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) को रिवर्स करने के लिए अन्य विकल्प क्या हैं?
डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन के इस्तेमाल के अलावा खानपान एवं कुछ अन्य बातों को ध्यान में रखकर टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) को कंट्रोल किया जा सकता है। सबसे पहले तो डायबिटीज टाइप 1 के पेशेंट को अपने डायट में सुपरफुड्स को शामिल करना चाहिए। जैसे:
- हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी खट्टे फल, साबुत अनाज, नट्स (Nuts), फैट-फ्री दही और दूध या फिर ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (Omega 3 Fatty acids) वाली मछलियों का सेवन करना चाहिए।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज (Workout), योग (Yoga) या फिर टहलने (Walking) की आदत डालें।
- स्मोकिंग (Smoking) एवं एल्कोहॉल (Alcohol) से दूरी बनाये रखें।
- फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) करना ना भूलें।
- डॉक्टर द्वारा दिए गए सलाह का पालन करें।
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इन 5 बातों को ध्यान में रखकर ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बैलेंस या कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) की बीमारी को इग्नोर किया जाए, तो अन्य शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है और इसके साथ ही अन्य बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है। जैसे:
- हार्ट अटैक (Heart attack)।
- धुंधला दिखाई (Blurred vision) देना।
- नसों (Nerve) से जुड़ी समस्या।
- इंफेक्शन (Infection) का खतरा।
- किडनी फेलियर (Kidney failure) का खतरा।
अगर आप डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) या डायबिटीज टाइप 1 की रिवर्स वैक्सीन (Reverse vaccine for Diabetes Type 1) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर आप डायबिटीज टाइप 1 के शिकार हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर और डायबिटीज टाइप 1 (Diabetes Type 1) या डायबिटीज टाइप 1 के लिए रिवर्स वैक्सीन लेने की सलाह दे सकते हैं।
डायबिटीज पेशेंट इम्यूनिटी कैसे बनायें स्ट्रॉन्ग जानिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक को क्लिक कर।
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