आम (Mango), जिसे फलों का राजा कहा जाता है, यह लोगों का फेवरेट फल माना जाता है। इसका फ्लेवर और रंग अपने आप में खूबसूरती की मिसाल है। यह एशिया, अफ्रीका और सेंट्रल अमेरिका के ट्रॉपिकल एरिया में पैदा होता है, जिसका स्वाद दुनिया भर के लोग लेते हैं। इसमें नेचुरल शुगर और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित लोगों के लिए स्वादिष्ट तोहफ़ा माना जाता है। डायबिटीज में आम (Mango and diabetes) के सेवन को लेकर लोगों के मन में अक्सर सवाल होते हैं। इसलिए डायबिटीज में आम (Mango) खाया जा सकता है या नहीं, इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। आइए जानते हैं डायबिटीज में आम खाने के फायदे आपको किस तरह मिल सकते हैं। लेकिन उससे पहले जानते हैं डायबिटीज के बारे में यह जानकारी।
कुछ ऐसे होती है डायबिटीज (Diabetes) की समस्या
डायबिटीज (Diabetes) की तकलीफ का सीधा असर हमारे इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। आमतौर पर जब व्यक्ति खाना खाता है, तो शरीर भोजन से मिले शुगर को तोड़कर उसका इस्तेमाल कोशिका में उर्जा बनाने के लिए करता है। इस कार्य को पूरा करने के लिए पैंक्रियाज को इंसुलिन का उत्पादन करना पड़ता है। इंसुलिन हॉर्मोन शरीर में एनर्जी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब आप डायबिटीज की गिरफ्त में होते हैं, तो यही पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (Insulin) पैदा नहीं कर पाती। इसकी वजह से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता चला जाता है। जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल ज्यादा बढ़ जाता है, तो शरीर के कामकाज पर इसका प्रभाव पड़ता है और शरीर की कार्यप्रणाली कमजोर होती चली जाती है।
यदि समय पर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल ना किया जाए, तो डायबिटीज अपने साथ-साथ कई अन्य जटिलताओं को भी साथ ले आता है। आपके साथ ऐसी स्थिति ना हो, इसलिए जरूरत है आपको डायबिटीज (Diabetes) के लक्षण पहचानने की। आइए जानते हैं डायबिटीज के लक्षणों के बारे में।
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पहचानें डायबिटीज के लक्षणों को! (Symptoms of Diabetes)
यह तो सभी जानते हैं कि डायबिटीज के दो प्रमुख प्रकार होते हैं, टाइप वन डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप टू डायबिटीज (Type 2 Diabetes)। टाइप वन डायबिटीज में पैंक्रियाज इंसुलिन बनाना बंद कर देता है, जिसकी वजह से बीमार व्यक्ति को इंसुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। वहीं टाइप टू डायबिटीज में पैंक्रियाज में इंसुलिन बनाने की रफ्तार कम हो जाती है, जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। लेकिन जब आपको डायबिटीज की समस्या रहती है, तब आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
- बार-बार प्यास लगना जिसे पॉलीडिप्सिया (Polydipsia) कहते हैं।
- ज्यादा पेशाब होना, अक्सर हर एक घंटे पर। इस स्थिति को पॉल्यूरिया कहते हैं
- बिना किसी कारण के वजन घटना।
- जल्दी थकावट महसूस होना।
ऐसे भी कुछ लक्षण हैं जो व्यक्तिगत रूप से किसी को महसूस हो सकते हैं और किसी को नहीं। जिनमें शामिल हैं:
- मतली और उलटी।
- धुंधला दिखाई देना।
- महिलाओं में बार-बार योनि संक्रमण।
- मुंह सूखना।
- जख्म या कट्स भरने में ज्यादा समय लगना।
- त्वचा में खुजली होना, खासतौर पर कमर और जेनिटल एरिया के आस-पास।
जब आपको यह लक्षण दिखाई दें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जितनी जल्दी आप डॉक्टर से संपर्क करेंगे, उतनी ही जल्दी आप ब्लड शुगर लेवल को सामान्य स्तर पर ला सकते हैं। इसलिए समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी माना जाता है। जैसा कि अभी आपने जाना डायबिटीज आपके शरीर को अपनी गिरफ्त में तेजी से लेती है, लेकिन डायबिटीज (Diabetes) की समस्या को सामान्य बनाए रखने के लिए आप सही डायट की मदद ले सकते हैं। डायबिटीज डायट (Diabetes Diet) के अंतर्गत फलों का महत्व सबसे ज्यादा होता है, इसलिए आज हम बात कर रहे हैं डायबिटीज में आम के सेवन की। आइए जानते हैं डायबिटीज में आम (Mango and diabetes) के सेवन से आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
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डायबिटीज में आम : फल एक, फायदे अनेक! (Mango and diabetes)
डायबिटीज में आम (Mango) के सेवन से आपको एक नहीं, बल्कि कई फायदे हो सकते हैं। इसका कारण है कि आम में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। आम में भरपूर मात्रा में जरूरी विटामिंस, मिनरल्स (Vitamins, Minerals) और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में आपकी मदद करते हैं। एक कप कटे हुए आम में आपको यह न्यूट्रिएंट्स मिल सकते हैं –
इसके अलावा आम (Mango) में भरपूर मात्रा में मिनरल्स भी होते हैं, जिसमें मैग्निशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन (Magnesium, Calcium, Phosphorus, Iron) और जिंक का समावेश होता है। इसलिए डायबिटीज में आम खाना आपके लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। आइए जानते हैं कि कैसे डायबिटीज में आम (Mango and diabetes) के सेवन से आपके ब्लड शुगर लेवल पर असर पड़ता है।
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डायबिटीज में आम (Mango and diabetes) का क्या है ब्लड शुगर लेवल से ताल्लुक?
आपको जानकर हैरानी होगी कि आम (Mango) में 90% शुगर की मात्रा पाई जाती है, जो आपका ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ा सकती है। लेकिन फिर भी आम में भरपूर मात्रा में फाइबर और अलग-अलग तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखते हैं। फाइबर शरीर के ब्लड शुगर सोखने की क्षमता पर सीधा असर डालता है और इसे कम करता है, वही एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देते। इसलिए आपका शरीर आसानी से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख पाता है।
डायबिटीज में आम : ग्लाइसेमिक इंडेक्स है महत्वपूर्ण (GI of Mango)
इसके अलावा आम (Mango) का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) कम माना जाता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स ‘0 से 100’ की स्केल में जो खाद्य पदार्थ 55 की रेंज में आते हैं, उन्हें आप आसानी से डायबिटीज (Diabetes) में खा सकते हैं। आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) 51 माना जाता है, इसलिए डायबिटीज में आम एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड माना जाता है। यही कारण है कि डायबिटीज में आम के सेवन में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती।
फिर भी आपको ध्यान रखना चाहिए कि अलग-अलग लोगों का शरीर अलग-अलग तरह से आम (Mango) के सेवन के प्रति प्रतिक्रिया करता है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही आपको आम की एक सीमित मात्रा का सेवन करना चाहिए। यदि आप अपने डायट में सामान्य तौर पर आम का सेवन करना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसकी सीमित मात्रा तय करें। आइए जानते हैं कि डायबिटीज में आम खाने के और क्या-क्या फायदे हो सकते हैं और किस तरह डायबिटीज में आम आसानी से खाया जा सकता है।
डायबिटीज में आम खाने से पहले जान लें ये तरीके! (Mango and diabetes)
डायबिटीज में आम (Mango) का सेवन करना आपके लिए आसान माना जाता है, इसका कारण है इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) लो होता है। लेकिन इसके बाद भी आपको कुछ बातों की सावधानी रखनी होती है। आइए जानते हैं किस तरह डायबिटीज में आम का सेवन किया जा सकता है।
डायबिटीज में आम (Mango in diabetes) : मात्रा का रखें ख्याल
फलों से ब्लड शुगर लेवल का सीधा तालमेल होता है। यदि आप चाहते हैं कि फलों के सेवन के बाद आपका ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) अचानक ना बढ़े, तो आपको इसकी मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। फलों में मौजूद कार्ब आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ा सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप डायट में फलों का सेवन नहीं कर सकते। इसलिए आपको डॉक्टर की सलाह के बाद इसकी एक सही मात्रा चुननी होती है, जो आपके शरीर के अनुसार सामान्य मानी जाती है। इसे पोर्शन साइज कहा जाता है। यदि आप डायबिटीज में आम (Mango) खाना चाहते हैं, तो आपको इस पोर्शन साइज का ध्यान रखने की जरूरत पड़ सकती है।
डायबिटीज में आम : प्रोटीन (Protein) का करें सामवेश
फाइबर (Fiber) की ही तरह प्रोटीन भी ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद करती है। इसलिए जब आप आम जैसा हाय कार्ब फल खा रहे हों, तो आपको इसके साथ प्रोटीन की मात्रा बढ़ानी चाहिए। आम (Mango) में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा नहीं होती, इसलिए किसी भी तरह के प्रोटीन सोर्स को ऐड करके आप अपने ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का रिस्क कम कर सकते हैं। डॉक्टर की सलाह के बाद आप आम के साथ चीज, बॉयल्ड एग या नट्स (Cheese, Boiled Egg or Nuts) अपने खाने में सम्मिलित कर सकते हैं। डायबिटीज में आम खाना हो तो प्रोटीन को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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वैसे तो आम के ज्यादा सेवन से आपका ब्लड शुगर (Blood Sugar) बढ़ सकता है। लेकिन यदि आप इसे सीमित मात्रा में और सही ढंग से खाएं, तो आप आम का लुत्फ उठा सकते हैं और अपना ब्लड शुगर लेवल सामान्य भी बनाए रख सकते हैं। डायबिटीज में आम (Mango) एक अच्छी चॉइस हो सकती है, लेकिन आपको इसे खाने का ढंग पता होना चाहिए। इसलिए डॉक्टर से सलाह करके अपनी डायट में आम का सेवन किया जा सकता है। डायबिटीज में आम का सेवन आपको फायदा तक पहुंचाएगा, जब आप इसका सही ढंग से इस्तेमाल करेंगे।
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