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डायबिटीज में करेला : खाने के हैं इतने सारे फायदे!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Toshini Rathod द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

    डायबिटीज में करेला : खाने के हैं इतने सारे फायदे!

    करेले का नाम सुनते ही लोगों की जबान में कड़वापन आ जाता है। भले ही करेला स्वाद में आखिरी स्थान पर आता हो, लेकिन स्वास्थ्य से जुड़े फायदों की बात करें, तो करेले का स्थान सबसे ऊंचा माना जाता है। करेला स्वाद में कड़वा भले ही हो, लेकिन यह पोषक तत्व की खान माना जाता है। इसलिए डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) अपने आप में एक जड़ी बूटी साबित होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि करेला एक सब्जी नहीं, बल्कि एक फल है और यह फल मेडिसिन के तौर पर भी काम आता है। डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) इतना फायदेमंद होता है कि यह आपके शुगर लेवल (Sugar level) को आसानी से मेंटेन रख सकता है। इसलिए आज हम जानेंगे डायबिटीज में करेला खाने के क्या फायदे हो सकते हैं।

    डायबिटीज में करेला : फल एक, फायदे अनेक (Bitter gourd in diabetes)

    डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) खाने के एक नहीं, दो नहीं, बल्कि कई फायदे आपको मिलते हैं। इन फायदों की शुरुआत होती है करेले में मौजूद पोषक तत्वों से। यदि आप डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) खाते हैं, तो आपको विटामिन ए, विटामिन सी, जिंक, फोलेट (Vitamin A, Vitamin C, Zinc, Folate) इत्यादि पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलते हैं। डायबिटीज में करेला इसलिए फायदेमंद है, क्योंकि यह आपका ब्लड शुगर लेवल आसानी से नियंत्रित कर सकता है। खास तौर पर करेले में पाए जाने वाले बीज भी आपके लिए रामबाण इलाज साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं डायबिटीज में करेला खाने के कौन-कौन से फायदे आपको मिलते हैं।

    डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes)

    डायबिटीज में करेला : कब्ज करें दूर (Bitter gourd in diabetes)

    जब आप डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) बीज समेत खाते हैं, तो इसे पचाने के लिए हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को मेहनत करनी पड़ती है। जब हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म सही तरह से काम करता है, तो पाचन क्रिया बेहतर बनती है। यही वजह है कि डायबिटीज में करेला खाने से कब्ज की परेशानी कम हो जाती है और आप बेहतर महसूस करते हैं।

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    डायबिटीज (Diabetes) में करेला : इन्सुलिन का करे काम

    डायबिटीज (Diabetes) से ग्रसित व्यक्ति के लिए इंसुलिन एक जरूरी तत्व माना जाता है। इंसुलिन की कमी के कारण ही शरीर शुगर को अच्छी तरह पचा नहीं पाता, जिससे रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ती है। डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) खाने से इंसुलिन बेहतर बनता है। करेले के बीज के सेवन से शरीर में मौजूद शुगर कम होती है। डायबिटीज में करेला खाने से हमें कई फायदे होते हैं, क्योंकि करेले में इंसुलिन की तरह काम करने वाले गुण होते हैं, जो कोशिकाओं तक ग्लूकोज लेकर आता है। साथ ही साथ ये आपके डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) को बेहतर बनाकर ग्लूकोज का सही इस्तेमाल करने में शरीर की मदद करता है।

    डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) : कोलेस्ट्रॉल का लेवल करे कम 

    डायबिटीज में करेला खाने का एक फायदा यह भी है कि इससे आपका कोलेस्ट्रॉल बेहतर बनाता है। डायबिटीज (Diabetes) में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। कोलेस्ट्रॉल की वजह से धमनियों में फैट बढ़ने लगता है जिससे हार्ट को ब्लड पंप करने में दिक्कत आती है। डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) खाने से एलडीएल, जिसे खराब कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, इसका स्तर घटता है और डायबिटीज (Diabetes) में कोलेस्ट्रॉल की समस्या कम होती है।

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    डायबिटीज में करेला : वजन रखे संतुलित (Bitter gourd in diabetes)

    जब आप डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) उसके बीजों के साथ खाते हैं, तो यह आपके वजन पर भी असर करता है। करेले के बीज पचाने में मुश्किल होते हैं, इसलिए यह शरीर के वेस्ट मटेरियल को साथ लेकर आसानी से बाहर निकल आते हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति का वजन बेहतर बना रहता है।

    डायबिटीज (Diabetes) में करेला : इम्यूनिटी बढ़ाए

    जब आप डायबिटीज में करेला बीजों के साथ खाते हैं, तो आपकी पाचन क्रिया अच्छी तरह से काम करती है। जब आपकी पाचन क्रिया बेहतर रूप से काम करती है, तो आपका इम्यून सिस्टम धीरे-धीरे इंप्रूव होता चला जाता है। डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) खाने के और भी फायदे हैं, जैसे कि करेले में आयरन, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्निशियम (Iron, Vitamin C, Potassium, Magnesium) इत्यादि पोषक तत्वों की मात्रा अच्छी मात्रा होती है, जो आपके इम्यूनिटी में चार चांद लगा देते हैं। इसलिए डायबिटीज में करेला (Diabetes) खाना फ़ायदे का सौदा माना गया है। आइए अब जानते हैं डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) आप कितने प्रकारों से खा सकते हैं।

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    डायबिटीज में करेला : खाएं तरह-तरह से (Bitter gourd in diabetes)

    वैसे तो डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) खाना आसान है। आप चाहें तो इसे एक सब्जी के तौर पर भी खा सकते हैं, लेकिन करेले के बीज आपके लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होते हैं। इसलिए आप इसे सूखे पाउडर के रूप में परिवर्तित करके भी खा सकते हैं। करेले का पाउडर मार्केट में आसानी से उपलब्ध है। आप चाहे तो इसे घर पर भी बना कर खा सकते हैं। करेले को बीज समेत सुखाकर इसका पाउडर बना सकते हैं और रोजाना गर्म पानी के साथ इसका सेवन कर सकते हैं।

    डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) आसानी से खाया जा सकता है और यह आसान तरीका है करेले की सब्जी। करेले की सब्जी को अलग-अलग तरह से बनाया जा सकता है, जिसमें करेले के कबाब, करेले की भरवा सब्जी और करेले के चिप्स लोगों के बीच फेमस है। आप अपनी इच्छा अनुसार डायबिटीज में करेला बनाकर खा सकते हैं।

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    डायबिटीज में करेला (Bitter gourd) खाने का एक और बेहतर उपाय है करेले की चटनी। करेले को उबालकर आम और धनिया के साथ पीसकर इसकी चटनी भी बनाई जा सकती है। इसका लुत्फ आप आसानी से उठा सकते हैं।

    ध्यान रहे कि कोई भी खाद्य पदार्थ आपको फायदा तब देता है, जब इसे सीमित मात्रा में खाया जाए। इसलिए डायबिटीज में करेला (Bitter gourd in diabetes) खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। डॉक्टर के मतानुसार एक सीमित मात्रा में इसका सेवन कर आप इससे फायदा ले सकते हैं। डायबिटीज में करेला (Diabetes)  खाना एक अच्छा उपाय माना जाता है, बस रोजाना इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए, जिसके बाद आपको समय के साथ इसका प्रभाव अपनी सेहत पर आसानी से दिखाई देगा।

    डिस्क्लेमर

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