डायबिटीज की समस्या किसी भी व्यक्ति के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। यदि समय पर डायबिटीज की स्थिति को कंट्रोल में ना लाया जाए तो व्यक्ति को इससे जुड़ी कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ता है। यह कॉम्प्लिकेशन कई बार व्यक्ति के लिए गंभीर बीमारियों को न्योता देने के समान हो सकती है, इसलिए डायबिटीज की समस्या को जल्द से जल्द सामान्य बनाने की कोशिश करनी चाहिए। यदि डायबिटीज में सही दवाओं का इस्तेमाल किया जाए, तो इसे समय के साथ कंट्रोल में किया जा सकता है। आज हम बात करने जा रहे हैं ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी के बारे में। कुछ ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) किस तरह होती है और किस तरह अलग-अलग तरह की दवाइयां ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन (Glucose Absorption) को रोकती है, आइए जानते हैं। लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कि डायबिटीज की समस्या आखिर कैसे होती है।
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क्या है डायबिटीज (Diabetes) की समस्या?
डायबिटीज (Diabetes) की तकलीफ का सीधा असर हमारे इम्यून सिस्टम पर पड़ता है। आमतौर पर जब व्यक्ति खाना खाता है, तो शरीर भोजन से मिले शुगर को तोड़कर उसका इस्तेमाल कोशिका में उर्जा बनाने के लिए करता है। इस कार्य को पूरा करने के लिए पैंक्रियाज को इंसुलिन का उत्पादन करना पड़ता है। इंसुलिन हॉर्मोन शरीर में एनर्जी बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जब आप डायबिटीज की गिरफ्त में होते हैं, तो यही पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन (Insulin) पैदा नहीं कर पाती। इसकी वजह से शरीर में ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बढ़ता चला जाता है। जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल ज्यादा बढ़ जाता है, तो शरीर के कामकाज पर इसका प्रभाव पड़ता है और शरीर की कार्यप्रणाली कमजोर होती चली जाती है।
यदि समय पर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल ना किया जाए, तो डायबिटीज (Diabetes) अपने साथ-साथ कई अन्य जटिलताओं को भी साथ ले आता है। आपके साथ ऐसी स्थिति ना हो, इसलिए जरूरत है आपको डायबिटीज के लक्षण पहचानने की। आइए जानते हैं डायबिटीज के लक्षणों के बारे में।
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ये हो सकते हैं डायबिटीज के लक्षण! (Symptoms of Diabetes)
यह तो सभी जानते हैं कि डायबिटीज के दो प्रमुख प्रकार होते हैं, टाइप वन डायबिटीज (Type 1 Diabetes) और टाइप टू डायबिटीज (Type 2 Diabetes)। टाइप वन डायबिटीज में पैंक्रियाज (Pancreas) इंसुलिन बनाना बंद कर देता है, जिसकी वजह से बीमार व्यक्ति को इंसुलिन के इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। वहीं टाइप टू डायबिटीज में पैंक्रियाज में इंसुलिन बनाने की रफ्तार कम हो जाती है, जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। लेकिन जब आपको डायबिटीज की समस्या रहती है, तब आपको यह लक्षण दिखाई दे सकते हैं –
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बार-बार प्यास लगना
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थकावट महसूस होना
ऐसे भी कुछ लक्षण हैं जो व्यक्तिगत रूप से किसी को महसूस हो सकते हैं और किसी को नहीं। जिनमें शामिल हैं:
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मतली और उलटी (Nausea and vomiting)
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धुंधला दिखाई देना
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मुंह सूखना
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जख्म या कट्स भरने में ज्यादा समय लगना
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त्वचा में खुजली होना
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जब आपको यह लक्षण दिखाई दें, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जितनी जल्दी आप डॉक्टर से संपर्क करेंगे, उतनी ही जल्दी आप ब्लड शुगर लेवल को सामान्य स्तर पर ला सकते हैं। इसलिए समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी माना जाता है। जैसा कि आपने जाना डायबिटीज की स्थिति आपको लंबे समय तक परेशान कर सकती है, इसलिए समय रहते सही दवाओं के साथ डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल में लाना जरूरी माना जाता है। आज हम बात करने जा रहे हैं ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) के बारे में। आइए जानते हैं इससे जुड़ी है जरूरी बातें।
ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी किस तरह होती है? (Drugs Interfere with Glucose Absorption)
ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) के बारे में जानने से पहले आपको ग्लूकोस अब्जॉर्प्शन और डायबिटीज के बीच संबंध को समझना होगा। जब आप खाना खाते हैं, तो आपका डायजेस्टिव सिस्टम खाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को शुगर में बदलता है और इसे आपके ब्लड में भेजता है। यह शुगर इंटेस्टाइन की वॉल से होती हुई ब्लड में जाती है। जब आपको डायबिटीज की समस्या होती है, तो ब्लड में मौजूद शुगर आसानी से आपके शरीर के सेल्स तक नहीं पहुंचती। यही वजह है कि आप के ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ती चली जाती है। इसी को हाय ब्लड शुगर लेवल का नाम दिया गया है। यदि समय पर इस समस्या का समाधान न किया जाए, तो आपको डायबिटीज से जुड़े कॉम्प्लिकेशन भी हो सकते हैं। लेकिन कई ऐसे ड्रग्स हैं, जो शुगर के अब्ज़ॉर्प्शन (Glucose Absorption) के साथ जुड़े होते हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी के बारे में। आइए जानते हैं उन दवाओं के बारे में, जो शरीर में ग्लूकोस के अब्जॉर्प्शन को नियंत्रित करती है।
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ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) तब मुमकिन होती है, जब डायबिटीज से जुड़ी दवाओं का सेवन समय पर किया जाए। यह दवाएं शरीर में हो रही ग्लुकोसिडेस (Glucosidase) की प्रक्रिया को रोकते हैं, जिससे आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल सामान्य बना रहता है। दरअसल ग्लुकोसिडेस एक ऐसा एंजाइम है, जो कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट को सिंपल शुगर में परिवर्तित करता है। डायबिटीज से जुड़ी यह दवाएं जिन्हें अल्फा-ग्लूकोसिडेस इन्हिबिटर (Alpha-glucosidase inhibitor) कहा जाता है, यह ग्लुकोसिडेस की प्रक्रिया को ब्लॉक करती हैं। इससे स्मॉल इंटेस्टाइन से शुगर आपकी ब्लड स्ट्रीम में जाने से रूकती है। इस दवा को आप सामान्य टेबलेट की तरह ले सकते हैं। इसे आप खाना शुरू करने से पहले ले सकते हैं, इससे इन दवाओं का असर आसानी से होता है।
ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) तब मुमकिन होती है, जब डॉक्टर की सलाह के बाद इसे लिया जाए। आमतौर पर इन ड्रग्स का इस्तेमाल टाइप टू डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए किया जाता है। यह उन लोगों को दी जाती है, जिनका ब्लड शुगर लेवल बेहद ज्यादा होता है और खाने के बाद उनके शरीर में कार्बोहाइड्रेट बढ़ जाते हैं। इन दवाओं का इस्तेमाल डायबिटीज ट्रीटमेंट के अंतर्गत किया जा सकता है। हालांकि यह दवाएं सभी लोगों के लिए सही नहीं मानी जाती, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बाद पूरा चेकअप कराने के बाद ही आपको इन दवाओं का सेवन करना चाहिए। डॉक्टर आपकी जरूरत के मुताबिक यह दवाई प्रिसक्राइब कर सकते हैं। हालांकि इन दवाओं के साइड इफेक्ट कुछ लोगों में दिखाई दे सकते हैं। आइए जानते हैं ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी की प्रक्रिया में आपको कौन से साइड इफेक्ट दिखाई दे सकते हैं।
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ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन को कम करनेवाली दवाओं के हो सकते हैं ये साइड इफ़ेक्ट!
आम तौर पर ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) के लिए इस्तेमाल की जानेवाली अल्फा-ग्लूकोसिडेस इन्हिबिटर में एकरबोस और माइग्लिटोल (Acarbose and miglitol) नामक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट दिखाई दे सकते हैं, जिससे जुड़ी जानकारी आपको होनी चाहिए। इसमें आमतौर पर आपको कमजोरी और डिजीनेस की समस्या हो सकती है, लेकिन इसके अलावा आपको
- पेट में दर्द
- डायरिया
- लिवर के एंजाइम का बढ़ना
- एलर्जी के लक्षण
- चक्कर आना
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यह सभी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा कुछ लोगों में यह लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं –
- कब्ज
- सिर दर्द
- जोड़ों में दर्द
- भूख ना लगना
- उल्टी
- मितली
यह सभी तरह के साइड इफेक्ट ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) के चलते दिखाई दे सकते हैं। साथ ही साथ इन दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है। कई बार यह दवाएं दूसरी दवाओं के साथ इंटरेक्ट करती है, जिसका नकारात्मक प्रभाव आपकी सेहत पर पड़ता है। ऐसी स्थिति में आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करके अपना चेकअप करवाना चाहिए।
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टाइप टू डायबिटीज से ग्रसित लोगों में ड्रग्स के कारण ग्लूकोज अब्जॉर्प्शन में कमी (Drugs Interfere with Glucose Absorption) की संभावना रहती है, लेकिन इससे जुड़ी दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले आपको अपना पूरा चेकअप करवाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही आपको दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि दवाई लेने के बाद आपको किसी तरह के साइड इफेक्ट दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे आप आसानी से इस समस्या का समाधान निकाल सकें।
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