डायबिटीज डायट में कोई फल रिस्ट्रिक्ट नहीं हैं। हालांकि, यह सच है कि कुछ फलों में दूसरों की तुलना में अधिक नैचुरल शुगर होती है, यदि आप उचित पोर्शन के साथ स्टिक रहते हैं तो आप किसी भी फल का सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज से जुड़े मिथ : फैट से ब्लड शुगर (Blood Sugar) पर कोई फर्क नहीं पड़ता है
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, टाइप 2 मधुमेह होने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, डायबिटीज वाले कई लोग ओवरवेट होते हैं। उन्हें अक्सर हाय ब्लड प्रेशर या अनहेल्दी ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल की भी समस्या होती है। हृदय रोग के रिस्क को कम करने के लिए, ट्रांस वसा से बचें और अपने आहार में सैचुरेटेड फैट को सीमित करें।
डायबिटीज से जुड़े मिथ : शुगर-फ्री प्रोडक्ट्स (Sugar free products) सेहतमंद होते हैं
किसी भी स्टोर में आसानी से मिलने वाले शुगर फ्री, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ आपकी हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं। आपको लगता होगा कि प्रोडक्ट्स पर शुगर-फ्री लेबल उसे हेल्दी बनाता है। यह फैक्ट नहीं है इन प्रोडक्ट्स में बहुत अधिक कार्ब्स, फैट या कैलोरी हो सकती है। टोटल कार्ब कंटेंट के लिए नुट्रिशन लेबल की जांच करना सुनिश्चित करें।
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डायबिटीज को मैनेज करना कठिन हो सकता है, लेकिन यह बहुत आसान हो जाता है जब आपको डायबिटीज से जुड़े मिथ (Diabetes myths) और फैक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी होती है। एक बार जब आप मिथकों को समझ लेते हैं, तो आप पाएंगे कि डायबिटीज ईटिंग प्लान को ज्यादा रेस्ट्रिक्टिव और कॉम्प्लिकेटेड नहीं बनाना चाहिए। इसकी बजाय एक हेल्दी ईटिंग पैटर्न को डेवलप करना चाहिए। इसके लिए आप अपने डॉक्टर या डायटीशियन से सलाह ली जा सकती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप अपने स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम विकल्प चुन रहे हैं। इससे निश्चित रूप से डायबिटीज के लक्षणों को मैनेज करना आसान होगा।
डायबिटीज से जुड़े मिथ के बारे में अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।