कोरोना काल, दुनिया के लिए एक बहुत कठिन समय है, ऐसे में दुनिया मानो थम सी गई है। लोग कहीं ना जा पा रहें और ना ही किसी से मिल पा रहे हैं। इस दौरान अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और अपनों से गले मिलना भी दुश्वार हो गया है। भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन भी लगाया गया और कई तरह की गाइडलाइंस के साथ अनलॉक 1.0 भी शुरू कर दिया है। ऐसे में सरकार की तरफ से कहीं भी आने जाने की छूट दे दी गई है और कोरोनावायरस ट्रेवल एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है। ऐसे में ट्रेन, फ्लाइट आदि माध्यमों से जाने पर कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ भी गया है। इस स्थिति में कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस बहुत जरूरी है। कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस के लिए आपको मुंबई के खार स्थित हिंदुजा हॉस्पिटल के डॉ. भारेश देडिया की सलाह मान सकते हैं।
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एक्सपर्ट ने दी कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस
डॉ. भारेश देडिया कहते हैं कि जैसा कि अब भारतीय रेलवे खुल रही है, तो हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम यात्रा से पहले पूरी सावधानी बरतें। यूं कह लें कि यात्रा के पहले पूरी तैयारी कर लें, ताकि कोरोना आपके आसपास भी ना फटक सके। सबसे पहले, आपको पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने से पहले ट्रेवल मोड के सभी रूपों पर अच्छे से सोच लेना चाहिए। तभी यात्रा के लिए बाहर कदम निकालना चाहिए। हालांकि, अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट ही सबसे अच्छा ऑप्शन या एक मात्र विकल्प है, तो आपको ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत पड़ सकती है।
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कोरोना काल में ट्रेन से सफर करते समय रखें इन बातों का ध्यान
डॉ. भारेश देडिया कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस में बताते हैं कि कोरोना काल में ट्रेन से सफर करते समय टाइम मैनेजमेंच सबसे ज्यादा जरूरी है। क्योंकि हाल के ही दिनों में देखने में आया है कि ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए उसमें यात्रियों की संख्या घटा दी गई है। ऐसे में कई रूटों पर ट्रेनें ज्यादा वक्त ले रही है। इस दौरान हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम कैसे खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
अगर आपकी यात्रा में कई ट्रांसपोर्ट शामिल है तो तो आपको पर्याप्त समय लेना चाहिए। कोशिश करें कि आप उस वक्त के ट्रेवल को ना चुनें जिसमें ज्यादातर लोग ट्रेवल करते हो। कम भीड़-भाड़ वाली जगहों से होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचें। इसके साथ ही अपनी टिकट आप ऑनलाइन ही बुक करें। इससे आप किसी के संपर्क में भी नहीं आएंगे और सुरक्षित भी रहेंगे। लेकिन अगर ऐसा हो कि आपको टिकट की कतार में खड़ा होना पड़े, तो अपने आगे और पीछे वाले व्यक्ति से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
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कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : मास्क है बहुत जरूरी
कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस में डॉ. भारेश बताते हैं कि हमेशा घर से बाहर निकलते ही मास्क पहनें। साथ ही अपने साथी यात्रियों से 6 फीट की दूरी बनाए रखने की कोशिश करें। फेस शील्ड का उपयोग फेस मास्क के ऊपर भी किया जा सकता है, जो मास्क के साथ आपको अधिक सुरक्षा प्रदान करता है। खास कर किसी ऐसे व्यक्ति से जो आपके पास खांसता या छींकता है।
कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : सोशल डिस्टेंसिंग का रखें ध्यान
अगर ट्रेन में भीड़ ज्यादा है, तो कोशिश करें थोड़ा रुके फिर ट्रेन में चढ़ें। अगर भीड़ ज्यादा है और आपको ट्रेन में जल्दी चढ़ना है तो उन यात्रियों के पास खड़े हो, जिन्होंने मास्क लगा रखा हो। क्योंकि कोविड-19 ट्रांसमिशन कम से कम उन लोगों के बीच पाया गया है जो मास्क पहने हुए हैं। कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस में एक बात को गांठ बांध लें कि आप उस स्टेशन का ही चुनाव करें, जिस पर ज्यादा भीड़ ना हो। ऐसे ही स्टेशन पर चढ़ें और ऐसे ही कम भीड़-भाड़ वाले स्टेशन पर उतरें। अगर जरूरी ना हो तो कम भीड़-भाड़ स्टेशन पर ही जाएं और अपनी पर्सनल गाड़ी से अपने गंतव्य तक पहुंचें।
कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए आप बोर्डिंग करते समय लोगों से उपयुक्त दूरी नहीं रख सकते हैं, तो कोशिश करें कि शारीरिक संपर्क ना हो सके। अन्य लोगों से दूर रहने का प्रयास करें। सार्वजनिक स्थान पर किसी भी सतह को छूने से बचें। वहीं, ध्यान दें कि सार्वजनिक स्थान की सतह आपके चेहरे के संपर्क में ना आए। खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को अपनी कोहनी से ढक लें। अगर किसी को खांसी या छींक आ रही है, तो उनसे दूर जाने की कोशिश करें।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा के दौरान भोजन या पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें। क्योंकि किसी भी चीज को खाने या पीने के लिए आपको अपना मास्क हटाना होगा। इस दौरान आपका चेहरा भी आपके हाथों से छू सकता है। यदि संभव हो तो खिड़की की सीट पाने की कोशिश करें, क्योंकि लगातार खिड़की से आ रही हवा के कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करती है। ट्रेनों में बार-बार छुई गई सतहों जैसे ट्रेन के खंभे, होल्डिंग हैंडल आदि को छूने से बचें।
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कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : गर्भवती और बच्चों का रखें ध्यान
कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस में डॉ. भारेश बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं, वृद्ध और विकलांग लोगों में कोरोना के संक्रमण का सबसे ज्यादा रिस्क है। यात्रा के दौरान उनको सीटें देना न भूलें। अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो बच्चे का मास्क हर समय मुंह पर लगा के रखें। बच्चों को किसी भी सतहों छूने ना दें। उन्हें बार-बार हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कराएं। क्योंकि बच्चे अक्सर चीजों को छूते और खेलते रहते हैं। वहीं, 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को फेस मास्क पहनाने की सलाह नहीं दी जाती है। जब आप अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाते हैं, तो अपने हाथों को साबुन और पानी के साथ कम से कम 20 सेकंड के लिए धोएं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : सैनिटाइजर से हाथ करें साफ
कोरोनावायरस ट्रेवल एडवाइजरी और कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस में ये बात कही गई है कि हर व्यक्ति के पास हर समय अपने साथ हैंड सैनिटाइजर की एक पोर्टेबल बोतल रखें। इसका इस्तेमाल हर 15 से 30 मिनट के बीच करते रहें। किसी भी सतह को छूने के तुरंत बाद हैंड सैनिटाइजर लगाएं।
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कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : मोबाइल को करें डिसइंफेक्ट
आपका मोबाइल फोन बैक्टीरिया और वायरस के संक्रमण का एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है। उसे डिसइंफेक्ट स्प्रे के साथ साफ किया जाना चाहिए। यात्रा के दौरान बैग में मौजूद सामान को बैग से बाहर ना निकालें। इसके अलावा अगर जरूरी हो तो जिस चीज को बैग से निकालें, उसे डिसइंफेक्ट कर के बैग में रखें। अगर आप ट्रेनों से लंबी दूरी की यात्रा कर रहे हैं, तो जरूरी दवाएं, टिकट, हैंड सैनिटाइजर, टिश्यू, फेस मास्क और अपनी यात्रा की योजना बनाना न भूलें।
कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस : बुजुर्गों का रखें खास ध्यान
यदि आप एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो आपको उनकी ज्यादा देखभाल करनी होगी। क्योंकि बुजुर्गों की इम्यून पावर कमजोर होती है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा हो जाता है। सुनिश्चित करें कि बुजुर्ग व्यक्ति मास्क पहने रहे। कभी-कभी मास्क उनके लिए बहुत असुविधाजनक हो सकता है। लेकिन उन्हें मास्क के महत्व के बारे में आप समझाएं। आपको अक्सर बुजुर्ग के हाथ को सैनिटाइज कराना चाहिए। बुजुर्ग की नियमित तौर पर ली जाने वाली दवाओं को उन्हें देना ना भूलें। बुजुर्गों को मास्क के साथ फेस शील्ड का भी उपयोग करना चाहिए, इससे उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मिलेगी। उनके फेस शील्ड और मास्क उतारने से पहले और बाद में उन्हें अपना हाथ जरूर धोना चाहिए।
इसके अलावा यात्रा के बाद खुद को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन रखें। इससे अगर कोरोना का संक्रमण हो गया है तो उसके लक्षण सामने आ सके और किसी अन्य को कोविड- 19 का संक्रमण ना हो।
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कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस की जरूरी बातें
- यात्रा के दौरान अपने चेहरे को खासतौर से अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं
- मास्क के साथ फेस शील्ड का भी उपयोग करें
- अपनी यात्रा की योजना बनाएं और अपने टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें
- ऑनलाइन टिकट बुक करें
- कम से कम 6 फीट की सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें
- हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग जितनी बार संभव हो उतनी बार करें।
- बुजुर्गों और बच्चों के साथ अतिरिक्त सावधानी बरतें
- अपने गंतव्य तक पहुंचने के बाद अपने हाथ 20 सेकेंड तक अच्छे से धोएं
इस तरह से आप कोरोनावायरस (कोविड-19) ट्रेवल एडवाइस को मान कर अपना और अपने परिवार का यात्रा के दौरान ध्यान रख सकते हैं।
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