हमारा हार्ट या फिर ह्रदय एक जटिल संरचना है और इससे जुड़ी समस्याएं भी जटिल हो सकती हैं। कुछ बीमारियां ऐसी भी होती हैं, जो रेयर होती है और जन्मजात होती है। ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन भी इन्हीं समस्याओं में से एक है। ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) की समस्या जन्म से उपस्थित हो सकती है, इसलिए इसे जन्मजात हृदय दोष भी कहते हैं। इस समस्या के कारण हार्ट से निकलने वाली दो मुख्य धमनियां या आर्टरीज उलट जाती हैं। इस कंडीशन के दुर्लभ प्रकार को ग्रेट आर्टरीज की लेवो- ट्रांसपुजिशन कहते हैं। ट्रांसपुजिशन के कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन के तरीके में बदलाव आता है, जिससे हार्ट से शरीर के बाकी हिस्सों में बहने वाले ब्लड में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इस कंडीशन को ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन डेक्स्ट्रो ट्रांसपुजिशन (Dextro- Transposition of the great arteries) भी कहते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) कैसे होता है और इसके लक्षण क्या है, इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
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ग्रेट आर्टरीज का डेक्स्ट्रो ट्रांसपुजिशन (Dextro- Transposition of the great arteries): जानिए क्या दिख सकते हैं लक्षण?
ग्रेट आर्टरीज का डेक्स्ट्रो ट्रांसपुजिशन (Dextro- Transposition of the great arteries) होने पर शरीर में होने वाले रक्त संचार पर बुरा असर पड़ता है और शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। शरीर को ऑक्सिजन युक्त रक्त न मिल पाने के कारण शरीर के बहुत से काम बुरी तरह से प्रभावित होते हैं और कुछ सीरियस कॉम्प्लीकेशंस भी पैदा हो जाते हैं। अगर समय पर ट्रीटमेंट न मिल पाए, तो बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है। ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) के बारे में जन्म के पहले बाद या फिर बच्चे के जन्म के कुछ घंटों बाद ही जानकारी मिल जाती है। जन्म के तुरंत बाद करेक्टिव सर्जरी अपनाई जाती है। अगर बच्चे में ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन है, तो ये खतरनाक स्थिति है लेकिन समय पर ट्रीटमेंट बड़े खतरे से बचाने का काम कर सकता है। जानिए ग्रेट आर्टरीज का डेक्स्ट्रो ट्रांसपुजिशन (Dextro- Transposition of the great arteries) होने पर क्या लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं।
- त्वचा का नीला रंग पड़ना (Cyanosis)
- सांस लेने में कठिनाई (Shortness of breath)
- भूख की कमी (Lack of appetite)
- वजन बढ़ना (Weight gain)
बच्चे के जन्म के तुरंत बाद या पैदा होने के पहले सप्ताह के दौरान ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) का पता लगाया जाता है। अगर अस्पताल में लक्षण दिखें, तो आपातकालीन चिकित्सा की जरूरत पड़ती है। आपके बच्चे की त्वचा का नीलापन बीमारी के मुख्य लक्षण के रूप में दिख सकता है।
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ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन का कारण (Causes of Transposition of the great arteries)
ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) जब होता है, जब गर्भ में बच्चे का विकास हो रहा होता है। फीटल ग्रोथ के दौरान हार्ट में होने वाली इस समस्या का कारण फिलहाल ज्ञात नहीं है। सामान्य तौर पर पल्मोनरी आर्टरी हार्ट से लंग्स यानी फेफड़ों में रक्त पहुंचाने का काम करती है, जो कि लोअर राइट चैम्बर (Right ventricle) से जुड़ी हुई होती है। फफड़ों से ब्लड हार्ट के अपर चैम्बर में जाता है। ब्लड माइट्रल वाल्व के माध्यम से लोअर लेफ्ट चैम्बर में जाता है। यह आपके हार्ट से ऑक्सीजन युक्त रक्त को आपके शरीर के बाकी हिस्सों में वापस ले जाता है।
ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन (Transposition of the great arteries) के कारण पल्मोनरी आर्टरी ( Pulmonary artery) और एऑर्टा की पुजिशन बदल जाती है।पल्मोनरी आर्टरी लेफ्ट वेंट्रिकल से जुड़ी हुई होती है, जबकि एऑर्टा राइट वेंट्रिकल से जुड़ी हुई होती है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त ब्लड ना पहुंच पाने के कारण त्वचा का रंग नीला हो जाता है। इसे सियानोटिक जन्मजात हृदय दोष (Cyanotic congenital heart defect) कहा जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ फैक्टर जैसे कि जेनेटिक या फिर वायरल इलनेस, 40 से अधिक उम्र में मां बनना, प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज (Maternal diabetes) आदि इस कंडीशन के रिस्क को बढ़ाने का काम करते हैं।
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इस बीमारी से जुड़े रिस्क फैक्टर क्या हैं?
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि टीजीए (TGA) का कारण अब तक नहीं पता चल पाया है। इस स्थिति के साथ कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर जुड़े हैं, जो बच्चे के जन्म के दौरान जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं।
- मां में रुबेला (Rubella) या अन्य वायरल इलनेस
- प्रेग्नेंसी के दौरान एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol during pregnancy)
- प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग (Smoking during pregnancy)
- प्रेग्नेंसी के दौरान अनकंट्रोल्ड डायबिटीज (Poorly controlled diabetes)
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जानिए इससे जुड़े जोखिम
इस बीमारी से एक नहीं बल्कि बहुत से जोखिम जुड़े हुए हैं। ऑक्सीजन की कम मात्रा होने पर बच्चे को भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीन नहीं मिल पाता है। ऐसे में बच्चे के लिए सर्वाइव करना मुश्किल हो जाता है। पर्याप्त मात्रा में ब्लड पंपिंग न हो पाने के कारण हार्ट फेल होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन फेफड़ों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है और उनके डैमेज का कारण भी बन सकता है। डॉक्टर से इस बारे में अधिक जानकारी लें। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता।
ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपुजिशन का इलाज (Treatment of Transposition of the great arteries)
बीमारी के इलाज के लिए बच्चे के जन्म के पहले सप्ताह में सर्जरी का होना बहुत जरूरी है। डॉक्टर सर्जरी के समय ग्रेट आर्टरीज को हटा देते हैं और सही चैम्बर से जोड़ देते हैं। इस तरह से सर्जरी की हेल्प से बच्चे की जान बचाई जा सकती है लेकिन भविष्य में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हार्ट रिदम एब्नॉर्मलटी (Heart rhythm abnormalities), लीकी हार्ट वॉल्व (Leaky heart valves), हार्ट मसल्स का वीक होना आदि समस्याओं की संभावना भविष्य में बनी रहती है।
इस बीमारी का बचाव नहीं किया जा सकता है लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ सावधानियों को रख आप बीमारी के खतरे को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन या स्मोकिंग बिल्कुल न करें। बेहतर होगा कि 25 से 27 की उम्र में प्रेग्नेंसी प्लान कर लें। अधिक उम्र में प्रेग्नेंसी के कारण कई जोखिमों की संभावना बढ़ जाती है। आप इस बारे में डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से आपको हार्ट संबंधी रेयर डिजीज टीजीए के बारे में जानकारी मिल गई होगी। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको ग्रेट आर्टरीज का ट्रांसपोजिशन (Transposition of the great arteries) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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