अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (American Society of Clinical Oncology) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार भारत में साल 2020 में 1,392,179 कैंसर के पेशेंट्स रजिस्टर किए गए। कैंसर शरीर के अलग-अलग अंगों में होने वाली गंभीर बीमारी है। अगर हार्ट से जुड़े कैंसर की समस्या शुरू हो जाए तो इसे हार्ट कैंसर की श्रेणी में रखा जाता है। आज इस आर्टिकल में हार्ट कैंसर (Heart Cancer) से जुड़ी सभी जानकारी आपके साथ शेयर करेंगे।
- हार्ट कैंसर क्या है?
- हार्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं?
- हार्ट कैंसर के कारण क्या हैं?
- हार्ट कैंसर का डायग्नोसिस कैसे किया जाता है?
- हार्ट कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है?
दि इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (The Indian Council of Medical Research) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार आने वाले 5 सालों में कैंसर पेशेंट्स की संख्या में 12 प्रतिशत कैंसर पेशेंट्स की संख्या बढ़ सकती है। हार्ट कैंसर से जुड़े सवालों पर क्या कहती है रिसर्च रिपोर्ट्स चलिए जानते हैं।
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हार्ट कैंसर (Heart Cancer) क्या है?
हार्ट कैंसर को मेडिकल टर्म में प्राइमरी हार्ट कैंसर (Primary heart cancer) या प्राइमरी कार्डियक ट्यूमर (Primary cardiac tumor) कहा जाता है। हार्ट कैंसर की समस्या रेयर है और एक लाख (100,000) लोगों में 2 लोगों को हार्ट कैंसर की समस्या होती है। वहीं दिल में कैंसर का दूसरा प्रकार है सेकेंडरी हार्ट कैंसर (Secondary heart cancer), जो हृदय से हृदय के आसपास के ऑर्गेन को अपना शिकार बनाता है। प्राइमरी हार्ट कैंसर की तुलना में सेकेंडरी हार्ट कैंसर होने की संभावना 40 प्रतिशत ज्यादा होती है, लेकिन सेकेंडरी हार्ट कैंसर भी रेयर कैंसर माना गया है। रेयर कैंसर की लिस्ट में शामिल दिल में कैंसर के लक्षण को समझना बेहद जरूरी ही।
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हार्ट कैंसर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Heart Cancer)
दिल में कैंसर की समस्या होने पर शुरुआती दिनों में इसे समझना आसान नहीं होता है, लेकिन जैसे-जैसे कैंसरस सेल फैलने लगते हैं वैसे-वैसे बीमारी की गंभीरता भी बढ़ने लगती है। हार्ट ट्यूमर हार्ट के आउटर लेयर को नुकसान पहुंचाते हैं और कैंसरस सेल्स भी बनने लगते हैं। ऐसी स्थिति में हार्ट कैंसर के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं। जैसे:
- सांस लेने में कठिनाई (Breathing problem) होना।
- बिना कारण थकावट (Tiredness) महसूस होना।
- सीने में तेज दर्द (Chest pain) होना।
- बेहोश (Faint) होना या ऐसे लक्षण नजर आना।
- खांसने पर खून (Blood) आना।
- पीठ में तेज दर्द (Back pain) होना
- पैरों में सूजन (Swollen feet) आना।
- कमजोरी (Weakness) महसूस होना।
- बुखार (Fever) आना।
- ठण्ड (Cold) लगना।
- शरीर का वजन कम (Weight loss) या ज्यादा होना (Weight gain)।
- रात के वक्त ज्यादा पसीना (Sweat) आना।
ऐसे लक्षण दिल में कैंसर (Heart Cancer) की ओर इशारा करते हैं। अगर आप या कोई अन्य हार्ट कैंसर के लक्षण की जानकारी देते हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
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हार्ट कैंसर के कारण क्या हैं? (Cause of Heart Cancer)
हार्ट कैंसर के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं-
- एज (Age)- वयस्कों में ट्यूमर होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। वहीं ट्यूमर नवजात शिशुओं और बच्चों में भी होने की संभावना ज्यादा होती है।
- हेरेडेट्री (Heredity)- अगर परिवार में दिल में कैंसर की समस्या हुई हो, तो इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- जेनेटिक कैंसर सिंड्रोम (Genetic cancer syndromes)- रबडोमायोमा वाले अधिकांश बच्चों में ट्यूबलर स्केलेरोसिस (Tubular sclerosis) होता है, जो डीएनए में परिवर्तन (म्यूटेशन) के कारण होता है।
- इम्यून सिस्टम ठीक नहीं होना (Damaged immune system)- जिन लोगों में इम्यून सिस्टम (Immune system) से जुड़ी समस्या होती है, उनमें दिल में कैंसर की संभावना बढ़ सकती है।
दिल में कैंसर के संकेत मिलते ही और इन कारणों को समझने के साथ-साथ डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है। कैंसर गंभीर बीमारी है, इससे नाकारा नहीं जा सकता, लेकिन किसी भी कैंसर का इलाज अगर शुरुआती स्टेज से करवाया जाए तो इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है।
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हार्ट कैंसर का डायग्नोसिस कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Heart Cancer)
हार्ट कैंसर डायग्नोस करने के लिए डॉक्टर सबसे पहले पेशेंट के हेल्थ कंडिशन को समझते हैं। हार्ट कैंसर होने के दौरान ज्यादातर लक्षण हार्ट डिजीज से मिलते हैं इसलिए इनसभी बातों को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है। जैसे:
- इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram)- इकोकार्डियोग्राफी की सहायता से हार्ट बीट की स्पीड और डियूरेशन को समझने में मदद मिलती है। इसके साथ ही चेस्ट पेन जैसी अन्य तकलीफों को समझना आसान हो जाता है।
- सीटी स्कैन (CT scan)- ट्यूमर को या कैंसरस सेल्स को सीटी स्कैन के माध्यम से समझा जाता है।
- एमआरआई (MRI)- एमआरआई की सहायता से ट्यूमर से जुड़ी सभी जानकारी मिलती है, जिससे कैंसर के प्रकार को समझा जा सकता है।
इन टेस्ट के अलावा क्लीवलैंड क्लिनिक ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स (Cleveland Clinic of United States) द्वारा पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर निम्नलिखित टेस्ट भी किये जा सकते हैं। जैसे:
- कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC)
- चेस्ट एक्स-रे (Chest X-rays)
- कोरोनरी एंजियोग्राफी (Coronary angiography)
- कार्डियक कैथीटेराइजेशन (Cardiac catheterization)
- कोरोनरी कंप्यूटेड टोमोग्राफी एंजियोग्राम (CTA)
नोट : हार्ट में कैंसर होने पर बायोप्सी नहीं की जाती है, क्योंकि सीटी स्कैन (CT scan) और एमआरआई (MRI) से ट्यूमर से जुड़ी जानकारी मिल जाती है।
टेस्ट रिपोर्ट और पेशेंट की हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर हार्ट में कैंसर का इलाज शुरू करते हैं।
हार्ट कैंसर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Heart Cancer)
हार्ट में कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरिपी (Chemotherapy) या रेडिएशन (Radiation) की मदद ली जा सकती है। हालांकि नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार हार्ट में कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरिपी और रेडिएशन दोनों से एकसाथ इलाज किया जाता है। अगर हार्ट में कैंसरस सेल फैल चुके हैं, तो डॉक्टर सबसे पहले प्राइमरी कैंसर का ट्रीटमेंट करेंगे। इसके अलावा हार्ट में कैंसर (Heart Cancer) के इलाज के दौरान यह भी ध्यान रखा जाता है कि कैंसर कहां है और इसका साइज क्या है। जरूरत पड़ने पर और पेशेंट के हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर सर्जरी (Surgery) की सहायता से ट्यूमर को हटाया जा सकता है।
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कैंसर से बचाव कैसे करें? (Tips to prevent Cancer)
कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें। जैसे:
- स्मोकिंग (Smoking) ना करें और स्मोकिंग जोन से दूर रहें।
- गुटखा का सेवन ना करें।
- एल्कोहॉल (Alcohol) का सेवन ना करें।
- पौष्टिक आहार (Healthy food) का सेवन करें।
- दवाओं का सेवन प्रिस्क्राइब्ड अनुसार करें।
- हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें।
- डॉक्टर से समय-समय पर कंसल्ट करते रहें।
किसी भी कैंसर पेशेंट को इन 7 बातों का ध्यान अवश्य रखें।
अगर आप हार्ट कैंसर या हार्ट कैंसर के लक्षण से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे। हालांकि अगर दिल में कैंसर (Heart Cancer) के शिकार हैं, तो डॉक्टर से कंसल्टेशन करें, क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपके हेल्थ कंडिशन (Health condition) को ध्यान में रखकर इलाज करते हैं।
स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी डायट (Healthy diet) फॉलो करना बेहद जरूरी है। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर जानिए हेल्दी रहने के लिए कब और क्या खाना जरूरी है।
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