प्रेग्नेंसी बन सकती है हायपरटेंशन का कारण
प्रेग्नेंसी में हॉर्मोन में होने वाले बदलाव व बजन बढ़ने आदि जैसे अन्य बदलाव भी हाय ब्लड प्रेशर को बढ़ाने में मददगार होते हैं।
कोटेशन ऑफ द एओर्टा (Coarctation of the aorta) बन सकता है हायपरटेंशन का कारण
यह विकार जन्म के साथ ही उत्पन्न हो सकता है। इसमें शरीर की महाधमनी यानी एओर्टा संकुचित हो जाती है। महाधमनी के संकुचित हो जाने के कारण हृदय को महाधमनी और शरीर के बाकी हिस्सों से रक्त प्राप्त करने में ज्यादा कठिनाई होती है। इस कारण हायपरटेंशन बढ़ता है।
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एल्डोस्ट्रीनिज्म (Aldosteronism) बन सकता है हायपरटेंशन का कारण
एल्डोस्ट्रीनिज्म में एड्रिनिल ग्लैंड से एल्डोस्टेरोन हॉर्मोन बहुत अधिक मात्रा में निकलता है। इसके कारण किडनी पानी और नमक को शरीर में बनाए रखते हैं और पोटेशियम को बाहर निकालते हैं। यह ब्लड प्रेशर को हाई करने का कारण बनता है।
दवाएं बन सकती हैं हायपरटेंशन का कारण
गर्भनिरोधक दवाएं, पेन किलर, एंटिडिप्रेस्सेंट आदि ऐसी कई दवाएं हैं जो हाय ब्लड प्रेशर को बढ़ावा दे सकती हैं।
हायपरटेंशन का कारण यह अन्य कारक भी हो सकते हैं (Other cause of Hypertension)
जेनेटिक भी हो सकता है हायपरटेंशन का कारण
यदि आपके परिवार में हायपरटेंशन की समस्या है तो यह भी हायपरटेंशन का कारण (Cause of Hypertension) बन सकता है।
स्मोकिंग बन सकती है हायपरटेंशन का कारण
स्मोकिंग से हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ावा मिलता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार स्मोकिंग (Smoking) के कारण आने वाले वक्त में मौत की संख्या में इजाफा होगा। स्मोकिंग छोड़ने के 12 घंटे के अंदर ही कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर शरीर में कम होने लगता है। इस कारण शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का संचार बढ़ता है। यानी कह सकते हैं कि स्मोकिंग को छोड़ते ही हाइपरटेंशन से बचाव संभव है।
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एल्कोहॉल बन सकता है हायपरटेंशन का कारण
यदि स्टडी की मानें तो कई दिनों तक लगातार शराब का सेवन करने से ब्लड प्रेशर में वृद्धि होती है। लगातार और लंबे समय तक भारी मात्रा में शराब पीने से क्रोनिक हायपरटेंशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। क्रोनिक हायपरटेंशन कोरोनरी आर्टरी की बीमारी का एक बहुत बड़ा कारण बन सकती है। एथेरोस्क्लेरोसिस जर्नल (Journal Atherosclerosis) के अनुसार वैज्ञानिकों ने पाया है कि लगातार शराब का सेवन करने से आर्टरी का संकुचित हो जाती है। इससे दिल का दौरा या स्ट्रोक आ सकता है। इसलिए अमेरीकन हार्ट एसोसिएशन ने सुझाव दिया है कि पुरुषों को प्रति दिन 2 से अधिक ड्रिंक्स नहीं पीने चाहिए और महिलाओं को प्रतिदिन 1 से अधिक ड्रिंक का सेवन नहीं करना चाहिए।