कई बार मैंने अपने आसपास के लोगों को हॉर्मोनल इम्बैलेंस के बारे में बात करते सुना है, तो मैंने सोचा इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आपसे शेयर करूं। लेकिन सबसे पहले हॉर्मोन क्या है यह समझना जरूरी है, तभी इनसे जुड़ी अन्य जानकारियों को हासिल कर सकते हैं। इस अट्रिकल में पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी (Hormone Replacement Therapy (HRT) for men) की जरूरत क्यों पड़ती है, यह भी समझेंगे। दरअसल एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक टेस्टोस्टेरोन की समस्या या टेस्टोस्टेरोन में कमी (Cause of Low Testosterone) 45 साल से कम उम्र के 40 प्रतिशत लोगों में देखी गई। टेस्टोस्टेरोन लेवल की बैलेंस मात्रा बदलती रहती है, क्योंकि शरीर का बॉडी मास इंडेक्स (BMI) बदलता रहता है। वहीं यह शरीर में मौजूद न्यूट्रिशन, एल्कोहॉल के सेवन, दवाओं या किसी बीमारी से पीड़ित होने की वजह से भी टेस्टोस्टेरोन लेवल में बदलाव आ सकता है।
क्या है हॉर्मोन? (What is Hormone)
हॉर्मोन शरीर में बनने वाला एक केमिकल है, जो ब्लड के माध्यम से पूरे शरीर के टिशू तक पहुंचता है। शरीर में एक नहीं, बल्कि कई तरह के हॉर्मोन होते हैं। शरीर के विकास के लिए, मेटाबॉलिज्म बनाये रखने के लिए, रिप्रोडक्टिव ऑर्गेन के विकास में या फिर मूड स्विंग से बचाने में अलग-अलग तरह के हॉर्मोन की अहम भूमिका होती है। लेकिन क्यों पुरुषों को हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी (Hormone Replacement Therapy for men) की जरूरत पड़ती है, इसे समझेंगे।
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पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की जरूरत क्यों पड़ती है? (Why Hormone Replacement Therapy is required for men)
पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी या यूं कहें कि टेस्टोस्टेरोन की आवश्यकता क्यों पड़ती है। रिसर्च के अनुसार टेस्टोस्टेरोन पुरुषों में मुख्य हॉर्मोन होता है। इसकी आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से पड़ती है। जैसे:
- सेक्शुअल डेवलपमेंट के लिए
- रिप्रोडक्टिव फंक्शन के लिए
- मसल्स के निर्माण के लिए
- रेड ब्लड सेल्स के लेवल को बैलेंस रखने के लिए
- बोन डेंसिटी को बनाये रखने के लिए
इन्हीं ऊपर बताये शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने के लिए पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की जरूरत पड़ती है।
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पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी कितने तरह की होती है?
पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की मदद से ब्रेस्ट साइज को कम करने, टेस्टिकल्स के नॉर्मल साइज के लिए, स्पर्म काउंट को बैलेंस करने, इनफर्टिलिटी की समस्या एवं
रेड ब्लड सेल्स की संख्या को बैलेंस करने के लिए किया जाता है। अगर डॉक्टर पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की सलाह देते हैं, तो निम्नलिखित तरह की हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी दी जा सकती है। इनमें शामिल है:
1. इंट्रामस्क्युलर टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन (Intramuscular Testosterone Injections)-
ये इंजेक्शन मसल्स में दिया जाता है। इंट्रामस्क्युलर टेस्टोस्टेरोन इंजेक्शन का डोज पहली बार देने के बाद दूसरे या तीसरे सप्ताह में लेने की सलाह दी जाती है या इंजेक्शन लेने के लिए प्रिस्क्राइब किया जाता है।
2. टेस्टोस्टेरोन पैचेस (Testosterone patches)-
हेल्थ एक्सपर्ट टेस्टोस्टेरोन पैचेस बैक, आर्म्स, बोटॉक्स या एब्डॉमेन में लेने की सलाह देते हैं।
3. टॉपिकल टेस्टोस्टेरोन जेल (Topical Testosterone gel)-
इस जेल को शोल्डर, आर्म्स और एब्डॉमेन में लगाने की सलह देते हैं।
इन तीन तरहों से पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की जा सकती है।
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पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी के रिस्क क्या हैं?
टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन थेरिपी (Risks of testosterone therapy) की वजह से निम्नलिखित परेशानी या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे:
- फ्लूइड रिटेंशन
- एक्ने
- बार-बार पेशाब लगना
ये साइड इफेक्ट्स सामान्य हो सकते हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा साइड इफेक्ट्स देखे या महसूस किये जा सकते हैं। जैसे:
- ब्रेस्ट साइज के बड़ा होना (Gynecomastia)
- टेस्टिकल्स का साइज छोटा होना
- नींद नहीं आना या स्लीप एप्निया होना
- कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना
- स्पर्म काउंट कम होना
- इनफर्टिलिटी की समस्या
- रेड ब्लड सेल्स की संख्या सामान्य से ज्यादा होना
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अगर रेड ब्लड सेल्स की संख्या सामान्य से ज्यादा हो जाए, तो इससे निम्नलिखित परेशानी हो सकती है। जैसे:
- मसल्स पेन
- हाय ब्लड प्रेशर
- आंखों से ब्लर दिखाई देना (धुंधला दिखना)
- चेस्ट पेन होना
- ब्लड वेसल्स में ब्लड क्लॉट होना
पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी के रिस्क समझने के साथ अगर किसी व्यक्ति में टेस्टोस्टेरोन की कमी हो जाए, तो इसे कैसे समझा जा सकता है।
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टेस्टोस्टेरोन में कमी के लक्षण क्या हैं?
टेस्टोस्टेरोन में कमी होने पर निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं। इन लक्षणों में शामिल है:
- व्यक्ति को हमेशा थकावट महसूस होना या सुस्त रहना
- डिप्रेस्ड रहना
- चिंतित रहना
- स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना
- शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा ना होना
- इनफर्टिलिटी की समस्या होना (बेबी प्लानिंग में कठिनाई होना)
- ज्यादा वक्त तक एक्सरसाइज नहीं करपाना
- दाढ़ी और मूंछों के बाल ना बढ़ना
- सामान्य से ज्यादा पसीना आना
- यादाश्त कमजोर होना
- किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना
अक्सर ये लक्षण पुरुषों में विशेष रूप से टेस्टोस्टेरोन में आई कमी की वजह से होता है। इसलिए व्यक्ति में अगर कोई लक्षण नजर आ रहें हों, तो देर ना करते हुए डॉक्टर से कंसल्ट करना सबसे सही निर्णय होता है।
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टेस्टोस्टेरोन कम होने के कारण क्या हो सकते हैं?
पुरुषों में 30 साल के उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन में कमी आने लगती है। इसके अलावा टेस्टोस्टेरोन में कमी के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:
- टेस्टिस में इंफेक्शन होना
- टेस्टिस में ब्लड सप्लाई ठीक तरह नहीं होना
- मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होना (शरीर में आयरन की मात्रा ज्यादा होना)
- पिट्यूटरी ग्लैंड में ट्यूमर होना
- स्टेरॉइड्स जैसे मेडिकेशन लेना
- कोई पुरानी गंभीर बीमारी होना
- अत्यधिक एल्कोहॉल का सेवन करना
- लिवर सोराइसिस की समस्या
- किडनी फेलियर
- एचआईवी/एड्स होना
- कल्मन सिंड्रोम (कल्मन सिंड्रोम को अगर सामान्य शब्दों में कहें, तो प्यूबर्टी की शुरुआत देर से होना)।
- किन्लिफिल्ट्र सिंड्रोम (इनफर्टिलिटी की समस्या होना या टेस्टिकल्स का ठीक तरह से काम नहीं करना)।
- प्रोलैक्टिन हॉर्मोन का प्रोडक्शन ज्यादा होना
- शरीर के वजन सामान्य से ज्यादा बढ़ना या घटना
- टाइप 2 डायबिटीज की समस्या
- ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया (Obstructive sleep apnea)
- बढ़ती उम्र
इन कारणों के अलावा इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं।
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पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की आवश्यकता पड़ती है, तो व्यक्ति को डॉक्टर से क्या पूछना चाहिए?
आपको निम्नलिखित सवालों के जवाब आपने हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर लेने चाहिए। जैसे:
- किन कारणों से मुझे इसके लक्षण नजर आ रहें हैं?
- क्या किसी विशेष कारणों से ऐसा हो रहा है?
- कौन-कौन से टेस्ट करवाने चाहिए?
- मेरी हेल्थ कंडिशन सिर्फ कुछ समय के लिए है या क्रोनिक है?
- कैसे इलाज किया जा सकता है?
- मुझे अन्य शारीरिक परेशानी भी है। ऐसे में दोनों परेशानियों को कैसे मैनेज करूंगा?
इन सवालों के अलावा अगर आपके मन में कोई अन्य सवाल हों, तो अपने डॉक्टर से जानने में या पूछने में शर्माए नहीं।
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पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी के दौरान डॉक्टर आपसे क्या पूछ सकते हैं?
अगर टेस्टोस्टेरोन में होने पर ट्रीटमेंट के दौरान डॉक्टर आपसे निम्नलिखित सवाल पूछ सकते हैं। जैसे:
- आपको इसके लक्षण कभी-कभी या रेग्यूलर महसूस होता है?
- आपके लक्षण कितने गंभीर हैं?
- प्यूबर्टी की शुरुआत कब हुई?
- बचपन में शारीरिक विकास से जुड़ी कोई समस्या भी हुई?
- क्या टेस्टिल्स ने कभी चोट लगी थी?
- क्या कभी आपने ग्रोइन हर्निया या जेनाइटल सर्जरी करवाई है?
ऐसे सवाल डॉक्टर पेशेंट से पूछ सकते हैं। ध्यान रखें डॉक्टर के किसी भी सवालों का जवाब दें और शर्माएं नहीं। शरीर में हॉर्मोन का कम होना या ज्यादा होना, दोनों ही नुकसानदायक है, क्योंकि इससे शरीर की गतिविधियों की जानकारी मिलती है। डेली लाइफ स्टाइल को हेल्दी बनाकर हॉर्मोन और मेटाबॉलिज्म को स्वस्थ्य बनाये रखा जा सकता है। अगर आप पुरुषों में हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी (Hormone Replacement Therapy for men) से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
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