वैक्सिनेशन से शरीर को सुरक्षा प्रदान होती है। अगर बच्चों को समय पर वैक्सीन लगवाई जाती है, तो उन्हें कई बीमारियों से सुरक्षा मिलती है। वैक्सीन की डोज देने से बच्चों के शरीर में उस बीमारी के खिलाफ एंटीबॉडी बननी शुरू हो जाती है और बच्चे को भविष्य में उस बीमारी का खतरा बहुत कम या न के बराबर रहता है। बच्चों को DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) के तीन डोज दिए जाते हैं। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) के बारे में जानकारी देंगे और उनके कुछ ब्रांड के नाम भी बताएंगे। जानिए DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) बच्चों को किन बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करती है।
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DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) किस संक्रमण से देती है सुरक्षा ?
DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) बच्चों को एक नहीं बल्कि तीन संक्रमित बीमारियों से बचाने का काम करता है। DTaP वैक्सीन डिप्थीरिया (Diphtheria), टेटनस (Tetanus), और पर्टुसिस (Pertussis) के संक्रमण से बचाने का काम करता है। डिप्थीरिया, बैक्टीरियम कोरेनेबैक्टीरियम डिप्थीरिया (Corynebacterium diphtheriae) के कारण फैलता है। इस बैक्टीरिया के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है और साथ ही किडनी और हार्ट को भी नुकसान पहुंचता है।
टेटनेस गंभीर संक्रामक रोग है, जो शरीर मसल्स के साथ ही नर्व्स को भी नुकसान पहुंचाती है। टिटनेस बैक्टीरियम क्लोस्ट्रीडियम टेटानी (Bacterium Clostridium tetani) के कारण होता है, जो मिट्टी में रहता है। जब चोट लगती है, तो ये शरीर में प्रवेश कर सकता है।
पर्टुसिस (Pertussis) या काली खांसी की समस्या बैक्टीरियम बोर्डेटेला पर्टुसिस (Bacterium Bordetella pertussis) के कारण होती है। ये शरीर में तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। पर्टुसिस से संक्रमित बच्चों को तेजी से खांसी आती है और साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
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वैक्सिनेशन के बाद दिख सकते हैं ये साइड इफेक्ट
DTaP टीकाकरण के बाद बच्चों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर ये मामुली समस्याएं होती हैं, जो समय के साथ ही ठीक भी हो जाती हैं। आपको इस बारे में डॉक्टर को जानकारी जरूर देनी चाहिए।
- इंजेक्शन की जगह पर सूजन (Welling at the site of injection)
- इंजेक्शन स्थल पर टेंडरनेस (Tenderness at the injection site)
- बुखार (Fever)
- चिड़चिड़ापन या उतावलापन (Irritability or fussiness)
- थकान (Tiredness)
- भूख में कमी (Loss of appetite)
संक्रमण से बचाने के लिए डॉक्टर इस्तेमाल कर सकते हैं ये DTaP वैक्सीन
डॉक्टर बच्चे को DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) के पांच डोज देते हैं। पहला डोज दो माह में दिया जाता है। बाकी चार महीने, 6 महीने, 15 से 18 महीने के बीच, 4 से 6 साल के बीच इस दवा का डोज देते हैं। डॉक्टर वैक्सीन के विभिन्न ब्रांड का इस्तेमाल कर सकते हैं। हम आपको कुछ ब्रांड के बारे में यहां जानकारी देंगे। जानिए DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) के ब्रांड के बारे में।
एडैकेल वैक्सीन (Adacel Vaccine)
इस वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid), टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid) + पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid) होता है। एडैकेल वैक्सीन तीन वैक्सीन का कॉम्बिनेशन होती है। ये डिप्थीरिया, टेटनेस के साथ ही कांली खांसी (Whooping cough) से बचाने का काम करती है। शरीर में जाने के बाद वैक्सीन इम्यून सिस्टम को स्टिमुलेट करती है ताकि माइक्रोऑर्गेनिज्म के खिलाफ शरीर सुरक्षा प्रदान करें। इस वैक्सीन को लेने से इंजेक्शन वाले स्थान में सूजन के साथ ही फीवर आने की भी संभावना रहती है। कुछ समय बाद ये अपने आप ठीक भी हो जाता है। एडैकेल 928 रु में उपलब्ध है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल से ये वैक्सीन लगवानी चाहिए। इस वैक्सीन के कितने डोज देने हैं, आप इस बारे में डॉक्टर से जरूर पूछें।
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नोट – ब्रैंड्स का प्राइज थोड़ा कम या फिर ज्यादा हो सकता है। आप जहां से प्रोडक्ट खरीद रहे हैं, वहां का प्राइज अन्य जगह से अलग हो सकता है।
बूस्टरिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine)
बूस्टरिक्स वैक्सीन DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) है, जो बच्चों को तीन बीमारियों से बचाने का काम करती है। टेटनेस, डिप्थीरिया और कांली खांसी के संक्रमण की संभावना वैक्सीन लेने के बाद कम हो जाती है। इस वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid) और पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid) होता है। बूस्टरिक्स वैक्सीन (Boostrix Vaccine) 1039 रु में उपलब्ध है।
DTaP वैक्सीन: पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac Vaccine)
पेंटावैक वैक्सीन बच्चों को संक्रामक रोगों से बचाने का काम करती है। ये वैक्सीन आपके बच्चे को डिप्थीरिया, टेटनेस, पर्टुसिस, पोलियोमाइलाइटिस या पोलियो के साथ ही हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (Haemophilus influenzae type b) के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करता है। पेंटावेक वैक्सीन (Pentavac Vaccine) की कीमत 600 रु तक है। इसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid),टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid), हेपेटाइटिस बी वैक्सीन (Hepatitis B Vaccine), हीमोफिलस टाइप बी कॉन्जुगेट वैक्सीन होती है।
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ट्रिपसेल वैक्सीन (Tripacel Vaccine)
ट्रिपसेल वैक्सीन DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) में शामिल है। ये वैक्सीन बच्चों को टेटनेस, डिप्थीरिया और कांली खांसी के गंभीर संक्रमण से बचाने का काम करती है। इस वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid) और पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid) होता है। ट्रिपसेल वैक्सीन (Tripacel Vaccine) वैक्सीन 600 रु में उपलब्ध है।
DTaP वैक्सीन: ट्रिपल एंटीजन वैक्सीन ( Triple Antigen Vaccine)
ट्रिपल एंटीजन वैक्सीन बच्चों को तीन संक्रामक बीमारियों (Infectious diseases) से बचाता है। ट्रिपल एंटीजन वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट (Active ingredient) के रूप में टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid), डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid) और पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid) प्रेजेंट होता है। हेल्थकेयर प्रोफेशनल से ही वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चों को उस स्थान में लालिमा के साथ ही सूजन की समस्या भी हो सकती है। अगर बच्चे को किसी भी तरह की समस्या हो, तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) के दौरान महिलाओं के लिए ये वैक्सीन सुरक्षित मानी जाती है। इसकी कीमत 20 रु है।
ट्रिपवैक वैक्सीन (Tripvac Vaccine)
ट्रिपवैक वैक्सीन में एक्टिव इंग्रीडिएंट डिप्थीरिया टॉक्सोइड (Diphtheria Toxoid), टेटनस टॉक्साइड (Tetanus Toxoid) के साथ ही पर्टुसिस टॉक्साइड (Pertussis Toxoid) प्रेजेंट होता है। ये वैक्सीन तीन इंफेक्शन से बच्चे को बचाने का काम करता है। ये सुरक्षित वैक्सीन है और वैक्सीन लगवाने के बाद बच्चे को हल्के दुष्प्रभाव नजर आ सकते हैं, जो कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाते हैं। आपको ये वैक्सीन 40 रु में उपलब्ध हो जाएगी।
वैसे तो हर बच्चे को ये वैक्सीन समय पर दी जाती हैं लेकिन DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) कुछ कंडीशन में डॉक्टर इसे रीशेड्यूल कर सकते हैं। अगर बच्चे को कोल्ड (Cold) के साथ ही माइनर इलनेस है, तो डॉक्टर वैक्सीन लेने की सलाह दे सकते हैं लेकिन सीरियड इलनेस होने पर डॉक्टर वैक्सिनेशन की डेट बढ़ा सकते हैं। आपको इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए।
इस आर्टिकल में दिए गए ब्रांड के नाम का हैलो स्वास्थ्य प्रचार नहीं कर रहा है। हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार उपलब्ध नहीं कराता। इस आर्टिकल में हमने आपको DTaP वैक्सीन (DTaP vaccine) के संबंध में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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