जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) एक ऐसा वायरल ब्रेन इंफेक्शन है, जो मच्छर के काटने से होता है। यह बीमारी कुछ एरियाज में बेहद सामान्य है जैसे साउथईस्ट एशिया के रूरल एरिया में। जेपनीज इंसेफेलाइटिस वायरस पक्षियों और सुअरों में पाया जाने वाला वायरस है। लेकिन, मच्छरों के द्वारा इन जानवरों को काटने से यह उनमें पास हो जाता है। इसके बाद मच्छर यह रोग मनुष्यों तक पहुंचाते हैं। आज हम बात करने वाले हैं जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) से बचाव के लिए प्रयोग होने वाली जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) के बारे में। आइए, जानें कि कौन-कौन सी जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) बाजार में उपलब्ध हैं? सबसे पहले जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) के बारे में जान लें।
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) क्या है?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) का प्रयोग जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) से बचाव के लिए किया जाता है। यह वैक्सीन इस रोग से बचाती है और उन जगहों पर यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन कार्यक्रम (Universal Immunization Program) का हिस्सा है, जहां यह रोग होने की संभावना अधिक होती है। डॉक्टर रोगी की स्थिति के अनुसार यह निर्धारित करते हैं कि रोगी को जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) की जरूरत है या नहीं। इसे एक सबक्यूटेनियस इंजेक्शन (Subcutaneous injection) के रूप में भी दिया जाता है।
इसकी प्राइमरी वैक्सिनेशन एक से तीन साल की उम्र के बच्चों में कराई जाती है। वयस्क इस वैक्सीन को 18 से 49 की उम्र तक ले सकते हैं। लेकिन, डॉक्टर की सलाह के बाद ही जीव वैक्सीन को लेना सही रहता है। इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे सिरदर्द, मसल्स दर्द, थकावट आदि। आइए जानते हैं कि जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) कैसे काम करती है?
और पढ़ें: इंफ्लूवैक वैक्सीन: बच्चों को इंफ्लुएंजा से बचाने में करती है मदद, इस उम्र में दी जाती है पहली डोज
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) कैसे काम करती है?
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) हल्के संक्रमण की शुरुआत करके इम्युनिटी विकसित करने में मदद करती है। इस प्रकार के इंफेक्शन से बीमारी नहीं होती है। लेकिन, भविष्य में किसी भी संक्रमण से हमारे शरीर को बचाने के लिए यह वैक्सीन हमारे शरीर में एंटीबॉडी का उत्पादन करने के लिए उत्तेजित करती है। अगर आपको कोई बीमारी या इंफेक्शन है, तो इस वैक्सीन को लेने से पहले आपको डॉक्टर को अवश्य बताना चाहिए। जैसे हार्ट (Heart), किडनी (Kidney) और लिवर (Liver) संबंधी समस्याओं के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। कुछ दवाईयां भी इस वैक्सीन के साथ रियेक्ट कर सकती हैं, ऐसे में डॉक्टर को उन दवाईयों या सप्लीमेंट्स के बारे में अवश्य बताएं, जो आप ले रहे हैं। गर्भावस्था या ब्रेस्टफीडिंग की स्थिति में भी जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है। अब जानिए क्या हैं जीव वैक्सीन के फायदे (Benefits Jeev Vaccine)?
जीव वैक्सीन के क्या लाभ हैं? (Benefits of Jeev Vaccine)
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) का प्रयोग जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) से बचाव के लिए किया जाता है। जेपनीज इंसेफेलाइटिस, जेपनीज इंसेफेलाइटिस वायरस (Japanese Encephalitis Virus) के कारण होने वाला ब्रेन का इंफेक्शन (Brain Infection) है। यह वह वायरस है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। अधिकतर मामलों में, यह इंफेक्शन माइल्ड होता है, लेकिन गंभीर मामलों में इसके लक्षणों में सिरदर्द, उल्टी आना, बुखार और सीज़र आदि शामिल हैं। यह दवाई शरीर की इस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज को बनाने में मदद करती है। इस वैक्सीन की सलाह उन यात्रियों को दी जा सकती है जो उस जगह की यात्रा करने वाले होते हैं, जहां यह वायरस होना सामान्य है।
हालांकि, ऐसा जगहों पर लोगों को इंसेक्ट रेपेलेंट (Insect repellent), का प्रयोग करने के साथ ही मच्छरों से बचाव के अन्य तरीकों को अपनाने की सलाह भी दी जाती है। अब जानते हैं कि बाजार में कौन-कौन सी जीव वैक्सीन्स (Jeev Vaccines) उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग आप कर सकते हैं?
और पढ़ें: बच्चों को फ्लू से बचाने में मदद करती है वैक्सीग्रिप वैक्सीन, लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स भी जान लें
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) कौन सी हैं?
ऑनलाइन और बाजार में आपको कई जीव वैक्सीन्स (Jeev Vaccines) मिल जाएंगी। लेकिन, इसे अपनी मर्जी से न लें। अपने डॉक्टर से पहले इस वैक्सीन के बारे में पहले पूरी तरह से जान लें। इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए और इसे किस तरह से लेना है, इस बारे में जानना बेहद जरूरी है। बच्चों के लिए भी यह वैक्सीन्स सुरक्षित हैं। जानिए, आप किन जीव वैक्सीन्स (Jeev Vaccines) का प्रयोग कर सकते हैं?
जीव 5mcg वैक्सीन (Jeev 5 mcg Vaccine)
जीव 5mcg वैक्सीन का प्रयोग ब्रेन के इंफेक्शन के उपचार के लिए किया जाता है। इस इंफेक्शन को जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) कहा जाता है। मच्छरों को इस इंफेक्शन का मुख्य कारण माना जाता है। इस दवाई को लेने से पहले आपको डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। यही नहीं, डॉक्टर को भी अपनी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में सब कुछ बताएं। गर्भावस्था और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इस वैक्सीन को लेने से बचना चाहिए। इस दवाई को केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही लेना चाहिए। क्योंकि, इसे लेने से कई साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। अगर आप जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) से बचना चाहते हैं तो आपको मच्छरों से बचाव के बारे में सोचना चाहिए। यह वैक्सीन ऑनलाइन लगभग 985 रुपये में उपलब्ध है।
और पढ़ें: अपने बच्चों को बीमारियों से है बचाना, तो जानें इन ऑप्शनल वैक्सीन्स के बारे में!
इंएक्टिवेटिड जेपनीज इंसेफेलाइटिस वायरस प्रोटीन जीव वैक्सीन (Inactivated Japanese Encephalitis Virus Protein Jeev Vaccine)
इस जीव का प्रयोग भी जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) से बचाव के लिए किया जाता है। इस वैक्सीन की पहली डोज 9 से 12 महीने के बच्चे को और दूसरी डोज बच्चे के 16 से 24 महीने के शिशु को दी जा सकती है। इस वैक्सीन की सलाह उन ट्रैवेलर्स को भी दी जा सकती है जो ऐसे एरिया में एक महीने से अधिक रुकना चाहते हैं, जहां यह रोग आम है। इस वैक्सीन के बाद रोगी कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स का अनुभव भी कर सकता है जैसे सिरदर्द, बुखार, मसल्स में दर्द आदि। अगर यह साइड इफेक्ट्स गंभीर हों तो मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। अगर आपको कोई एलर्जी है, तो भी अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं। ऑनलाइन इस वैक्सीन की कीमत 550 रुपये है।
भारत बायोटेक जेपनीज इंसेफेलाइटिस वैक्सीन इंएक्टिवेटिड (Bharat Biotech Japanese Encephalitis Vaccine Inactivated)
यह एक सिंगल डोज इंएक्टिवेटिड जेपनीज इंसेफेलाइटिस वैक्सीन है। यह वेरो सेल ड्राइव्ड वैक्सीन (Vero cell derived vaccine) जेपनीज इंसेफेलाइटिस के इंडियन स्ट्रेन (Indian strain) से बनाई गई है। इसे जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) के हर तरह के स्ट्रेन के लिए पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी माना गया है। लेकिन, इस वैक्सीन को लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इसके कारण आपको कुछ दुष्प्रभावों का अनुभव भी हो सकता है जैसे चक्कर आना, सिरदर्द, थकावट आदि। अगर यह साइड इफ़ेक्ट गंभीर हों तो मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। इस जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) को लेने से पहले डॉक्टर से इसके बारे में अच्छे से जान लें। ऑनलाइन यह वैक्सीन आपको लगभग 664 रुपये में मिल जाएगी।
और पढ़ें: बच्चों को DTaP वैक्सीन के लिए दिए जाते हैं ये डोज, जानिए क्यों हैं ये जरूरी?
जीव वैक्सीन: जीव (JEEV)
JEEV एक इंएक्टिवेटिड जेपनीज इंसेफेलाइटिस वैक्सीन सस्पेंशन (Japanese encephalitis vaccine suspension) है। यह बच्चों और वयस्कों में इस वायरस के प्रति इम्युनिटी पैदा करने का काम करती है। इस वैक्सीन का प्रयोग अधिकतर उन जगहों पर किया जाता है, जहां हाल ही में जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) महामारी फैली हो। इसके साथ ही उन यात्रियों को भी इसकी सलाह दी जाती है, जो ऐसी जगह पर यात्रा करने वाले हों। आपको रूटीन वैक्सीन्स के साथ भी जीव (JEEV) को लेने के लिए कहा जा सकता है। लेकिन, इस वैक्सीन को लेने से पहले हुए कुछ चीजों का खास ख्याल रखें जैसे अगर आपको एलर्जी है तो इसे लेने से बचें। गर्भावस्था या स्तनपान में इसे न लें। कोई भी गंभीर समस्या की स्थिति में भी इस वैक्सीन को लेने से बचना चाहिए। ऑनलाइन यह वैक्सीन 1,285 रुपये में उपलब्ध है।
जीव वैक्सीन: जेनवैक वैक्सीन (JENVAC Vaccine)
जेनवैक वैक्सीन का प्रयोग भी जेपनीज इंसेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis) के उपचार के लिए किया जाता है। यह हमारे शरीर में इम्युनिटी को विकसित करने में मदद करती है। इस इंफेक्शन से भविष्य में इंफेक्शन से सुरक्षा करने में मदद मिलती है। लेकिन, अपनी मर्जी से इस वैक्सीन को लेने से बचें। इसे केवल तभी लें, जब डॉक्टर ने लेने की सलाह दी हो। गंभीर हेल्थ कंडिशंस या एलर्जी की स्थिति में इसे लेने से बचें। ऑनलाइन इस वैक्सीन की कीमत लगभग 664 रुपये है।
यह तो थी बाजार में उपलब्ध जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) के बारे में पूरी जानकारी। हालांकि इस वैक्सीन को पूरी तरह से प्रभावी और सुरक्षित है। लेकिन, गंभीर समस्याओं से बचने के लिए डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के बाद ही इसे लें। ऐसा न करने से यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकती है। इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जानिए क्या हैं इसके साइड इफेक्ट्स।
और पढ़ें: पेंटावैलेंट वैक्सीन बच्चों को इन 5 बीमारियों से बचाने में करती है मदद, जानिए किस उम्र में दी जाती है
जीव वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Jeev Vaccine)
जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) के अधिकतर साइड इफेक्ट्स की स्थिति में मेडिकल हेल्प की जरूरत नहीं होती। यह साइड इफेक्ट्स माइल्ड होते हैं और कुछ ही दिनों में खुद ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन, अगर यह समस्याएं ठीक न हों, बल्कि बदतर हो जाएं, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह जरूरी है। इसके कारण होने वाले सामान्य साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
- थकावट (Fatigue)
- बुखार (Fever)
- सिरदर्द (Headache)
- इंजेक्शन की जगह पर दर्द (Injection site Pain)
- इंजेक्शन साइट पर सूजन (Injection site Swelling)
- इंजेक्शन साइट पर लालिमा (Injection site Redness)
- मसल पैन (Muscle pain)
- जी मचलना (Nausea)
प्रेग्नेंसी में टीकाकरण की क्यों होती है जरूरत ?
और पढ़ें: क्या बच्चों के लिए फ्लू और कोविड वैक्सीन एक ही है : जानें इस पर एक्सपर्ट की राय
इन साइड इफेक्ट्स के अलावा भी कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जो जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) को लेने के बाद कुछ लोगों नजर आ सकते हैं। गंभीर साइड इफेक्ट्स के मामलों में आपको तुरंत मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए। यह तो थी जीव वैक्सीन (Jeev Vaccine) के बारे में पूरी जानकारी। किसी भी बीमारी या इंफेक्शन से बचने के लिए, अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने और स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी आदतों को अपनाना भी बेहद जरूरी है। अगर आपके दिमाग में कोई भी सलाह है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें। उम्मीद है कि यह जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहा है। डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद ही आप इन उत्पादों का प्रयोग करें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर भी पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
[embed-health-tool-vaccination-tool]