वॉटर बर्थ के लिए खुद को इस तरह करें तैयार:
सबसे पहले ऐसे हॉस्पिटल के बारे में पता लगाए जहां वॉटर बर्थ प्रक्रिया की जाती है। इस प्रक्रिया के लिए एक खास तरह के टब का इस्तेमाल किया जाता है। आपके हेल्थ केयर प्रोवाइर के पास यह टब जरूर होना चाहिए। जिस हॉस्पिटल का आप चयन कर रहे हैं वहां की पॉलिसी अच्छी तरह समझ लें। साथ ही उसकी वेबसाइट पर रिव्यू पढ़ना न भूलें। वॉटर बर्थ के दौरान महिला को किसी भी तरह की मेडिसिन का यूज नहीं करना पड़ता है और न ही स्किन में कट लगता है। यानी ये पूरी तरह से नैचुरल प्रॉसेस है, जो मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है। मां डिलिवरी के बाद जल्दी रिकवर भी हो जाती है, जो बच्चे के स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा है। वॉटर बर्थ में चुकिं गुनगुने पानी का उपयोग किया जाता है, जिससे मसल्स रिलैक्स होती हैं और गर्भवति महिला को भी बहुत रिलैक्स फील होता है।
वॉटर बर्थ के दौरान खतरा
वॉटर बर्थ प्रोसेस के जरिए बेबी का जन्म खुद का फैसला हो सकता है लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी प्रकार का कॉम्प्लिकेशन हो तो बेहतर होगा कि आप इस बारे में डॉक्टर से बात जरूर कर लें क्योंकि वॉटर बर्थ के दौरान कुछ समस्याएं आती हैं। वॉटर बर्थ के दौरान होने वाले बच्चे को नुकसान भी पहुंच सकता है। जन्म के दौरान इंफेक्शन का खतरा बच्चे को रहता है जो उसकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। कई बार बच्चे को जन्म के दौरान सांस संबंधी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। अगर वॉटर बर्थ के दौरान कोई एक्सपर्ट साथ में नहीं है तो खतरा बढ़ने की अधिक संभावना होती है।
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।आपको इस आर्टिकल के माध्यम से वॉटर बर्थ के बारे में काफी जानकारी मिली होगी। अगर आप डिलिवरी से संबंधित अन्य आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो आप हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं। साथ ही आप स्वास्थ्य संबंधि जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप भी वॉटर बर्थ प्लान कर रहे हो तो बेहतर होगा कि डॉक्टर से इस बारे में जानकारी प्राप्त करें।