के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड Dr. Ruby Ezekiel · होम्योपैथी · Hello Swasthya
वैसे तो गर्भावस्था में कई तरह की चीजें हैं, जिन्हें खाने पर रोक-टोक किया जाता है। लेकिन यदि हम बात करें फलों की तो क्या आपको लगता है, कि कुछ फलों को खाने से भी आपको किसी प्रकार का नुकसान हो सकता है। दरअसल यह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है, कि आपको कौन-सा फल अधिक उपयोग करना चाहिए और कौन-सा कम उपयोग में लाना चाहिए।आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे कि गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करना सही है या गलत? वैसे तो यह बेहतर गुणों से भरपूर वाला फल है। यह गर्मियों के मौसम में विशेष रूप से उपयोग किया जाने वाला फल है।
आपको बता दें कि खरबूज एक मौसमी फल है, खरबूज को अंग्रेजी में मस्कमेलन कहते हैं। इस फल को आमतौर पर गर्मियों के दिनों में खाने के लिए सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। इसे खरबूजा या कस्तूरी भी कहा जाता है। खरबूज का वैज्ञानिक नाम कुकुमिस मेलो (Cucumis melo var. cantalupensis) है। बहुत कम लोग जानते हैं कि खरबूज कई प्रकार होते हैं। इतना ही नहीं ज्यादातर इसके प्रकार के फलों में से कस्तूरी जैसी महक आती है। इसी कारण इसे कस्तूरी भी कहा जाता है। इसमें अत्यधिक मात्रा में पानी पाया जाता है, जिसके सेवन से हमारा शरीर हाइड्रेट रहता है। इसमें कुछ औषधीय गुण पाए जाते हैं, इसलिए खरबूज के फल और खरबूज के बीजों का भी इस्तेमाल औषधी बनाने में किया जाता है।
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गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करना पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन वो कहते हैं न जरूरत से ज्यादा हर चीज नुकसान करती है, इसलिए हर चीज को एक संयम में ही लेना चाहिए। वे गर्भावस्था के दौरान बेहद फायदेमंद होते हैं । यह गर्भवती महिलाओं में सर्वोत्तम पोषक तत्व प्रदान करते हैं। यह कैलोरी की मात्रा में मध्यम और पोषण मूल्य में उच्च, कस्तूरी गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद अच्छा है। ये आपके बच्चे के विकास के लिए खाए जाने वाला बेहतर फल हैं। फिर भी, यदि आपका डॉक्टर आपको फल से बचने के लिए कहता है, तो आप चौंकिए नहीं, क्योंकि इसमें बाहर की तरफ लिस्टेरिया बैक्टीरिया हो सकते हैं। यह तब तक सुरक्षित है जब तक आप अच्छी तरह से धोकर इसका उपयोग करते हैं, बाहरी आवरण को छीलते हैं, काटते हैं, स्लाइस करते हैं और अंदर के गूदे को ध्यान से खाते हैं।
गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करना इसलिए बेहतर है, क्योंकि इसमें तमाम प्रकार के पोषण तत्व पाए जाते हैं। यह शरीर के भीतर तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। तो आइए जानते हैं, गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने से आपको किस प्रकार से फायदा मिल सकता है।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। हैलो स्वास्थ्य किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
आपका जानना जरूरी है कि खरबूज में आयरन की अच्छी मात्रा होती है। जो गर्भावस्था के दौरान आवश्यक होता है। आयरन की मात्रा हीमोग्लोबिन के स्वस्थ उत्पादन में मदद करता है। लाल रक्त कोशिकाओं की अच्छी मात्रा गर्भवती महिलाओं में एनीमिया को रोकती है। यह बच्चे के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन के साथ गर्भाशय गुहा के माध्यम से रक्त के प्रवाह में भी सुधार करता है।
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गर्भावस्था के दौरान, आपके शरीर के अंदर हार्मोन के अचानक उतार-चढ़ाव के कारण, आपको कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। पोटेशियम की कमी के दौरान आपके पैरों में ऐंठन पैदा करती है। खरबूज में उच्च स्तर का पोटेशियम होता है, जो एक दिन में आपके शरीर में पोटेशियम की कमी को सही कर सकता है। अगर इसे 50 ग्राम से अधिक की मात्रा में खाया जाए, तो पैरों में ऐंठन की समस्या से बचा जा सकता है।
थायमिन या विटामिन बी 1 आपके बच्चे में कई जन्म के पहले आने वाली समस्याओं से लड़ने के दौरान केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के स्वस्थ गठन में मदद करता है। गर्भावस्था के पहले तिमाही के दौरान मतली और मॉर्निंग सिकनेस को नियंत्रित करने में विटामिन भी मदद करता है। प्रसव के बाद स्तन के दूध की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी यह महत्वपूर्ण है। इसलिए यह अपने डाइट में शामिल करने बेहद आवश्यक है।
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गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने से इसमें मौजूद पोटेशियम गर्भावस्था के दौरान रक्तचाप के स्तर में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करता है।
खरबूज में विटामिन ए पाया जाता है। इसमें बढ़ते भ्रूण के लिए स्वस्थ संज्ञानात्मक कार्यों को विकसित करने और जन्म से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए विटामिन ए महत्वपूर्ण है। यह आपके बच्चे के दिल, फेफड़े, गुर्दे, आंखों और हड्डियों के विकास में मदद करता है। यह फोलिक एसिड से भरपूर होता है, यह न्यूरल ट्यूब दोष को रोकने में भी मदद करता है।
खरबूज में मौजूद कैल्शियम आपके बच्चे में स्वस्थ हड्डी और दांतों को बनाने में मदद करती है। गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों के लिए कैल्शियम महत्वपूर्ण होता है।
कुछ महिलाओं का वजन गर्भावस्था के पहले ही बहुत अधिक होता है। गर्भावस्था के दौरान अधिक वजन गर्भपात, समय से पहले लेवर पेन, और उच्च रक्तचाप का उच्च जोखिम पैदा कर सकता है। खरबूज में कैलोरी बहुत कम हैं, इसलिए यह वसायुक्त खाद्य पदार्थों के लिए एक विकल्प है। यह एक वसा और कोलेस्ट्रॉल मुक्त विकल्प है।
गर्भावस्था के दौरान कब्ज की समस्या कोई बड़ी बात नहीं है। इस दौरान महिलाएं इससे परेशान रहती हैं, तो ऐसे में गर्भावस्था के दौरान उच्च पानी की मात्रा शरीर से द्रव और इलेक्ट्रोलाइट नुकसान को रोकती है। यह कब्ज से राहत देती है, जो गर्भावस्था के दौरान एक प्रमुख समस्या है।
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गर्भावस्था की पहली तिमाही में बच्चे की आंखें विकसित होना शुरू हो जाती हैं और गर्भावस्था के अंत में पूर्ण रूप प्राप्त कर लेती हैं। इस समय के दौरान खरबूज, विटामिन ए का एक अच्छा स्रोत है। इसका सेवन भ्रूण में किसी भी नेत्र संबंधी असामान्यताओं के जोखिम को कम करता है।
खरबूज में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। गर्भावस्था के दौरान खांसी, जुकाम और फ्लू जैसे मामूली संक्रमणों से लड़ने में विटामिन सी आपकी मदद करता है। यह विटामिन बढ़ते बच्चे के लिए एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करने के लिए भी आवश्यक है। इसका रस पीने से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होती है। इसके अलावा, खरबूज में मौजूद कैरोटीनॉयड (बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन) कैंसर जैसे विभिन्न स्थितियों के जोखिम से लड़कर मां और बच्चे दोनों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।
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गर्भवती महिलाओं में लेवर के दौरान सक्रिय मांसपेशियों के संकुचन के लिए फास्फोरस बेहद आवश्यक होता है। यह रक्त के थक्के, किडनी के कार्य, टिश्यू की मरम्मत और हृदय फंग्शन को बेहतर करने में भी मदद करता है।
खरबूज में प्रचुर मात्रा में एंटीकोगुलेंट प्रॉपर्टी होते हैं, जो रक्त के थक्कों के गठन को रोकते हैं। थक्कों से रक्त वाहिकाओं के रूकने से, किडनी फेल्योर और महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने का खतरा होता है। क्योंकि इसमें एंटीकोगुलेंट्स की सही मात्रा होती है, इसलिए इसका उपयोग अवश्य करना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं में पाचन संबंधी समस्या आती रहती है। ऐसे में आपके द्वारा लिए जाने वाले भोजन के पाचन में खरबूज मददगार हो सकता है। यह आपको दिल की जलन,पेट में एसिड, गैस गठन या किसी अन्य पाचन मुद्दों से दूर रहने में मदद करता है।
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गर्भावस्था के दौरान खरबूज का सेवन करने से तब तक कोई साइड इफेक्ट या एलर्जी नहीं करता है जब तक कि आप कीटनाशक यानि किसी प्रकार के बैक्टीरिया के रूप में आप इसका सेवन नहीं करते हैं। आमतौर पर इसके कोई साइ इफेक्ट्स नहीं है, लेकिन इसके उपयोग से पहले इसको अच्छी तरह से धोकर इसके छिलके निकाल देना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि ये फल बिन मौसम न खाएं। दरअसल बिन मौसम खाने से उसमें किसी प्रकार के केमिकल के मिलने की संभावना होती है। जो गर्भावस्था में आपकी स्थिति को खराब कर सकता है। खरबूजे में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिसके अधिक सेवन से गैस और पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा गर्भावस्था में अपनी डाइट में कुछ भी शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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