किडनी क्या है और यह क्या काम करती है? (Kidneys Function)
किडनी का आकार बीन जैसा होता है और प्रत्येक किडनी मुट्ठी के साइज की होती है। स्पाइन के एक तरफ यह रिब केज (Rib cage) के ठीक नीचे मौजूद होताहै। प्रतिदिन दोनों किडनी 120 से 150 क्वॉर्ट्स (Quarts) ब्लड को फिल्टर करती है, 1 से 2 क्वॉर्ट्स (quarts) मूत्र का उत्पदान करने के लिए। यह शरीर का अपशिष्ट पदार्थ होता है। बच्चों में मूत्र (Urine) का उत्पादन व्यस्कों की तुलना में कम होता है। पेशाब का उत्पदान उनकी उम्र पर निर्भर करता है। यूरीन किडनी से दो नलिकाओं के जरिए ब्लैडर में फ्लो होता है। ब्लैडर में यूरिन एकत्र हो रहता है। पेशाब एकत्र होने के दौरान ब्लैडर (Balder) की मसल्स रिलैक्स्ड रहती है। जब ब्लैडर की क्षमता जितना यूरीन (Urine) पूरा भर जाता है तो दिमाग को सिग्नल जाता है कि आसपास टॉयलेट तलाशे। इसके बाद ब्लैडर खाली हो जाता है। पेशाब शरीर से एक ट्यूब के जरिए बाहर आता है जिसे यूरेथ्रा (urethra) या मूत्राशय कहते हैं, यह ब्लैडर के नीचे स्थित होता है।
किडनी डिसप्लेसिया के कारण (Causes of kidney dysplasia)
जेनेटिक कारण (Genetic factors) किडनी डिसप्लेसिया के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। माता-पिता के जीन्स बच्चे में बीमारी के लक्षण निर्धारित करते हैं। शरीर के कई सिस्टम को प्रभावित करने वाले जेनेटिक सिंड्रोम (Genetic syndromes) के कारण भी किडनी डिसप्लेसिया हो सकता है। जेनेटिक सिंड्रोम के कारण किडनी डिसप्लेसिया से पीड़ित बच्चे में पाचन तंत्र, नर्वस सिस्ट्म (Nervous system), हार्ट (Heart), ब्लड वेसल्स (Blood vessels), मसल्स (Muscles), स्केलेटन (Skeleton ) और यूरिनरी ट्रैक्ट (Urinary tract) के दूसरे हिस्से में भी समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान यदि मां कुछ दवाएं ले रही हैं जैसे सिजर्स (Seizures) और हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure) के लिए तो इससे भी बच्चे को किडनी डिसप्लेसिया (Kidney dysplasia) हो सकता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कोकीन जैसे ड्रग्स के सेवन से भी अजन्मे बच्चे में किडनी डिसप्लेसिया (Kidney dysplasia) का खतरा रहता है।