मां बनने के बाद महिलाएं खुद की हेल्थ का ख्याल नहीं रख पाती हैं या फिर खुद के करियर पर फोकस नहीं कर पाती है। ये बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि समाज में ऐसी बातें अक्सर होती रहती हैं। लेकिन महिला किसी भी उम्र में हेल्थ के साथ ही अपने करियर पर भी पूरा फोकस कर सकती है। इसका जीता जागता उदाहरण हैं मैरी कॉम। मैरी कॉम एक ऐसी महिला हैं, जिन्हें देखकर भारत की कोई भी महिला गर्व महसूस कर सकती है। हमारे देश में जहां एक ओर धारणा है कि शादी और बच्चे हो जाने के बाद महिला की जिंदगी उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती रहती है, मैरी कॉम ने इस धारणा को बदलने का काम किया है। छह विश्व चैंपियन खिताब, एक ओलंपिक कांस्य, एशियाई गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में एक-एक स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय बॉक्सर एमसी मैरी कॉम की जीतने की भूख अभी कम नहीं हुई है।
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