ढल गई उम्र और आ गई झुर्रियां, चेहरे पर चिंता की लकीरें और शरीर पर झुर्रियोंदार त्वचा … हर किसी के साथ ऐसा होता है। जब उम्र ढलने लगती है तो त्वचा पर झुर्रियां पड़ना एक सामान्य बात होती है। झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) का कारण होता है, त्वचा में कोलेजन का निर्माण कम होना। इससे त्वचा में ढीलापन आ जाता है। इसके साथ ही चेहरे और हाथ पैरों पर झुर्रियां साफ-साफ दिखने लगती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) होने के कारण क्या हैं, झुर्रियोंदार त्वचा से बचाव कैसे करें? झुर्रियोंदार त्वचा का इलाज आप कैसे कर सकते हैं?
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झुर्रीदार त्वचा (Wrinkled skin) क्या है?
झुर्रीदार त्वचा (Crepey skin) से मतलब ये है कि त्वचा में ढीलेपन के कारण सिकुड़न आ जाना। जिससे त्वचा काफी ढीली और थुलथुली सी महसूस होने लगती है। ये झुर्रियोंदार त्वचा शरीर के किसी बड़े से लेकर छोटे भाग तक हो सकती है। झुर्रियोंदार त्वचा चेहरे पर आंखों के पास और हाथ के ऊपरी हिस्से में होती है।
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झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) होने का कारण क्या है?
उम्र ढलने के साथ झुर्रीदार त्वचा होने के कारण निम्न है :
एजिंग
उम्र ढलना झुर्रीदार त्वचा होने का सबसे बड़ा कारण है। एजिंग कोलेजन और इलास्टिन के प्रोडक्शन को धीमा कर देता है। जिसके कारण आपकी त्वचा में टाइटनेस खत्म होने लगती है और वह ढीली होने लगती है। इसके साथ ही हमारी त्वचा में युवावस्था की तुलना में नई कोशिकाओं का निर्माण भी कम होने लगता है।
डिहाइड्रेशन
झुर्रीदार त्वचा के लिए डिहाइड्रेशन भी एक बड़ा कारण है। जैसे-जैसे उम्र ढलती है, वैसे-वैसे हमारी त्वचा नमी खोने लगती है और सूख जाती है। इसके लिए हमेशा सुझाव दिया जाता है कि उम्र चाहे कोई भी हो पानी हमेशा पीना चाहिए। पानी पीने से त्वचा हमेशा जवां रहती है।
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त्वचा में तेल निर्माण में कमी
हमारे त्वचा में ऑयल ग्लैंड होती है, जो हमारी त्वचा को खुद बखुद नरिश करती है। त्वचा में बनने वाला तेल हमारे त्वचा को बाहरी बैक्टीरिया और धूल आदि से बचाता है। इसलिए हमारी त्वचा की टाइटनेस बनी रहती है। लेकिन उम्र ढलने के साथ हमारी त्वचा तेल के निर्माण को स्लो कर देती है, जिससे हमारी त्वचा झुर्रीदार हो जाती है।
वजन घटना
कई बार झुर्रीदार त्वचा कम उम्र में भी हो सकती है, ऐसा तब होता है कि जब कोई बिना गाइडेंस के वजन घटाने में लगा रहता है। क्योंकि जब आपका वजन कम होने लगता है तो त्वचा के नीचे से फैट भी कम होने लगता है, जिससे त्वचा की टाइटनेस भी कम हो जाती है। यही कारण है कि वजन घटने के साथ ही झुर्रीदार त्वचा भी दिखाई देने लगती है।
सूर्य के कारण त्वचा का डैमेज होना
एजिंग के अलावा कभी-कभी त्वचा युवावस्था में भी डैमेज हो सकती है। सूर्य की किरणों में पाई जाने वाली यूवी लाइट जब सीधे त्वचा पर पड़ती है तो हमारी त्वचा डैमेज होने लगती है। जिसके कारण झुर्रीदार त्वचा हो जाती है और एक तरह से त्वचा पर एजिंग भी जल्द ही दिखने लगती है।
सोने की गलत पोजीशन
कई त्वचा एक्सपर्ट के अनुसार जब आप अपने पेट के बल सोते हैं या पेट के बल लेटते हैं, तो आपका चेहरा तकिए के नीचे धंस जाता है, जो आपकी चेहरे की त्वचा को नीचे की तरफ धकेलता है। अगर आप रोजाना 6 से 8 घंटे तक ऐसे ही लेटे रहे तो ये झुर्रियां आपके चेहरे से स्थायी रूप से चिपक जाएगी। यह आपकी त्वचा के अन्य हिस्सों पर भी दिखाई देंगी तो, यह सबसे अच्छा है कि आप आज से ही पीठ के बल सोने का अभ्यास करें।
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सिगरेट पीना
स्मोकिंग के आपने अब तक कई नुकसान सुने होंगे, लेकिन ऐसा आप नहीं जानते हो कि सिगरेट पीने से त्वचा पर झुर्रियां आ जाती हैं। ऐसा सिर्फ चेहरे की स्किन के साथ नहीं होता पूरी बॉडी की त्वचा पर इसका प्रभाव पड़ता है। सिगरेट में इतने सारे कैमिकल पाए जाते हैं जो त्वचा के कोलेजन और इलास्टिन को डैमेज कर देते हैं। जिससे स्किन पूरी तरह झुर्झियोंवाली हो जाती है।
झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) होने से कैसे बचा सकते हैं?
झुर्रीदार त्वचा को आप अपनी छोटी-छोटी चीजों से बचा सकते हैं। इसके लिए आप निम्न चीजों को अपना सकते हैं :
झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) से बचने के लिए अपने खानपान का रखें ध्यान
आपकी डायट को आपकी त्वचा रिफ्लेक्ट करती है। इसलिए अपने आप अपने खानपान पर ध्यान दें। न्यूट्रिएंट्स, विटामिन्स, फ्लैवोनॉएड्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट है। इसके साथ ही ये एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को युवा बनाने के लिए भी मददगार साबित होते हैं। वहीं, विटामिन सी का सेवन करने से त्वचा में कोलेजन का निर्माण होता है। साथ ही आपको झुर्रियोंदार त्वचा के लिए विटामिन, मिनरल, न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन करना चाहिए।
झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) से बचने के लिए त्वचा को धूप से बचाएं
जैसा कि हमने पहले बताया कि सूर्य की किरणों में पाई जाने वाली यूवी लाइट से हमारी स्किन डैमेज हो सकती है। ऐसे में आपको अपनी त्वचा को धूप से बचाना चाहिए। आप अगर बाहर निकले तो त्वचा पर सनस्क्रीन का उपयोग जरूर करें। इसके अलावा धूप में छाता ले लें या पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
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खूब पानी पिएं
सौ बीमारी की एक दवा है पानी, ऐसे में त्वचा के लिए भी सबसे जरूरी चीज है पानी। आप खूब पानी पिएं और अपनी त्वचा को जवां बनाए रखें। कम से कम एक दिन में आठ गिलास पानी पीने की जरूरत है। जिससे आपकी त्वचा हाइड्रेट रहती है।
ज्यादा नमक का सेवन ना करें
नमक का सेवन करने से त्वचा अपना पानी खोने लगती है। जिससे झुर्रीदार त्वचा होने का रिस्क बढ़ जाता है। ज्यादा नमक का सेवन त्वचा के लिए अच्छा नहीं होता है। इसलिए आप निश्चित मात्रा में कम ही नम का सेवन करें। जिससे आंखों के पास की झुर्रियां और त्वचा पर झुर्रियों का रिस्क कम होगा।
झुर्रियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) का इलाज कैसे करें?
झुर्रियोंदार त्वचा का इलाज क्रीम, दवाओं और कई थेरिपीज के द्वारा किया जाता है :
ओवर-दि-काउंटर प्रोडक्ट से करें इलाज (OTC product for Wrinkled skin)
ओवर-दि-काउंटर प्रोडक्ट झुर्रीदार त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। रेटिनॉल (विटामिन ए), अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड, ग्लाइकोलिक एसिड, लैक्टिक एसिड, मैलिक एसिड, सिट्रिक एसिड और टार्टरिक एसिड के बने हुए प्रोडक्ट आप इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात कर लें। क्योंकि कुछ लोगों में ये प्रोडक्ट एलर्जिक रिएक्शन कर सकते हैं। जिससे त्वचा पर चुनचुनाहट और जलन हो सकती है।
वैसे तो झुर्रियों वाली त्वचा (Wrinkled skin) की परेशानी 40 साल के बाद होती है, लेकिन कभी-कभी ये 20 साल की उम्र से शुरू हो जाती हैं। जिसका कारण कोई विशेष हेल्थ कंडीशन हो सकती है। कई बार अचानक वजन कम होने की वजह से भी त्वचा पर झुर्रियां आ सकती हैं। ऐसे में नमी प्रदान करने वाली क्रीम आदि का चयन भी बहुत ध्यान से करें। उसमें मौजूद तत्वों के बारे में जांच कर लें। ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग करें जिनमें लुब्रिकेंट जैसे कि हाइड्रॉक्सी एसिड हो।
यदि आप 40 या उससे अधिक उम्र के हैं, तो आपकी त्वचा अब उस तरह से तेल का उत्पादन नहीं करती है जैसे तब करती थी जब आपकी उम्र कम थी। ये तेल पर्यावरण में मौजूद रसायनों से त्वचा की रक्षा करते हैं जो जलन और सूजन का कारण बनते हैं। अपनी त्वचा की देखभाल की दिनचर्या में एमोलेयर्स और हाइड्रॉक्सी एसिड क्लींजर को शामिल करने से न केवल आपकी त्वचा को क्रीपी होने से बचाने में मदद मिलती है, बल्कि अगर आपकी त्वचा पहले से ही ढीली है तो इससे और अधिक नुकसान को रोकने में मदद मिलती है।
एक्सपर्ट रेटिनॉल युक्त क्रीम की सिफारिश करते हैं जो कि क्रेपी लुक को कम करने में मदद करती है। रेटिनोल त्वचा की लोच और कोलेजन (जो हमारी त्वचा को इसकी संरचना देता है) को इलास्टिन (जो हमारी त्वचा को खिंचाव देता है) को बहाल करने में मदद करता है।
प्रिस्क्रिप्शन क्रीम
ट्रेटिनोइन एक प्रिस्क्रिप्शन क्रीम है, जिसे आपके डॉक्टर आपको दे सकते हैं। इसे अक्सर उन्हें इस्तेमाल करने के लिए दिया जाता है, जो यूवी लाइट के संपर्क में आए हो और उन्हें झुर्रियां हो गई हो। इसमें विटामिन ए या विटामिन सी का इस्तेमाल त्वचा की टाइटनिंग के लिए किया जाता है।
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फिलर
त्वचा की झुर्रियों को खत्म करने के लिए डर्मल फिलर का इस्तेमाल किया जाता है। हाथों और पैरों पर पड़ी झुर्रियों को ठीक करने के लिए रैडिसी (Radiesse) नामक डर्मल फिलर का इस्तेमाल किया जाता है। खास कर के रैडिसी का इस्तेमाल अपर आर्म की झुर्रियों को खत्म करने के लिए किया जाता है। फिलर का प्रयोग करने से त्वचा में वॉल्यूम बढ़ता है और ये लंबे समय तक टिकने वाला ट्रीटमेंट है।
फ्रैक्शनल लेजर ट्रीटमेंट (Fraxel)
फ्रैक्शनल लेजर ट्रीटमेंट में लेजर का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे त्वचा के छोटे से भाग को लेजर के द्वारा गर्म किया जाता है, जिससे नया कोलेजन बनाने के लिए कोशिकाएं प्रेरित होती हैं। इससे आंखों के पास की झुर्रियां और हाथ की झुर्रियों को ठीक किया जाता है।
अल्थेरा
डर्मेटोलॉजिस्ट रेडियोफ्रीक्वेंसी डिवाइस की मदद से अल्ट्रासाउंड करते हैं, जिसे अल्थेरा कहते हैं। अल्थेरा की मदद से अल्ट्रासाउंड को गर्म कर के प्रभावित टिश्यू पर डाला जाता है। जिससे त्वचा की कोशिकाएं कोलेजन का निर्माण करने लगती हैं।
क्रायोलिपॉलिसिस
क्रायोलिपॉलिसिस एक नॉनइन्वेसिव प्रक्रिया है, जो त्वचा से फैट निकालने का काम करती है। क्रायोलिपॉलिसिस से फैट सेल्स में लिपिड को फ्रीज करता है। जिससे को टाइट कर के इलाज किया जाता है।
झुर्झियोंदार त्वचा के लिए घरेलू उपाय:
एलोवेरा का उपयोग करें झुर्रियोंदार त्वचा के लिए
एलोवेरा में कई प्रकार की हीलिंग प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। 2008 में की गई एक स्टडी के अनुसार 90 दिन तक लगातार एलोवेरा सप्लीमेंट्स का उपयोग करने पर त्वचा की झुर्रियां खत्म हो जातीं हैं। साथ ही एक दूसरी स्टडी में पाया गया कि एलोवेरा जेल का उपयोग करने से त्वचा में कोलेजन का निर्माण होता है जो एजिंग के इफेक्ट से स्किन को बचाता है।
बनाना मास्क से मिलेगी राहत झुर्रियोंदार त्वचा से
केले में नैचुरल ऑइल और विटामिन पाए जाते हैं जो स्किन हेल्थ को बूस्ट करते हैं। त्वचा के किसी भी हिस्से में झुर्रियां होने पर हम इस मास्क को लगा सकते हैं। आधा केला लें और उसे अच्छी तरह मैश कर लें। इस पेस्ट की पतली लेयर को स्किन पर लगाएं और 20 मिनट के बाद गर्म पानी से इसे धो लें।
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झुर्रियोंदार त्वचा के लिए घर का बना चावल का मास्क
झुर्रियों वाली त्वचा को कम करने और रोकने के लिए कई होममेड मास्क का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन होममेड राइस मास्क त्वचा को नमी प्रदान करने और त्वचा को कोमल बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा काम करता है। चावल लिनोलिक एसिड और स्क्वालेन का एक समृद्ध स्रोत है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो त्वचा को झुर्रियों से बचाते हैं और त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है।
मास्क बनाने का तरीका
आधा कप उबले हुए चावल में एक चम्मच गर्म दूध मिलाएं। इस मिश्रण में शहद मिलाएं और इसे अच्छी तरह से हिलाएं। सुनिश्चित करें कि आपने इस मास्क को लगाने से पहले अपनी त्वचा को साफ कर सुखाया हो। 20 मिनट के बाद, इस मास्क को हटा दें और अपने चेहरे को उस पानी से धो लें जिसमें चावल उबला हुआ था। ध्यान रहें इस मास्क को अप्लाई करते वक्त दूध और चावल का पेस्ट ठंडा हो गया हो।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और झुर्झियोंदार त्वचा (Wrinkled skin) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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