पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) मिनरल्स ऑयल और वैक्स का मिक्चर है। यह सेमिसॉलिड जेली (Semi Solid Jelly) का रूप है। इस प्रोडक्ट की खोज 1859 में हुई थी। इसे पेट्रोलाटम (petrolatum) भी कहा जाता है। जो कि इसका मुख्य इंग्रीडिएंट भी है। यह स्किन को सील करके वाटर प्रोटेक्टिव बैरियर (Water Protective Barrier) की तरह काम करती है। यह स्किन को हील करने के साथ ही मॉश्चर को रिटेन करती है। पेट्रोलियम जेली मोटे वैक्सी पेस्ट की तरह होती है जिसका उपयोग कई लोग स्किन केयर प्रोडक्ट (Skin Care Product) के रूप में करते हैं। साथ ही यह छोटी चोट और जलन के ट्रीटमेंट के रूप में भी काम आती है। इसका कॉमन ब्रांड नाम वैसलीन (Vaseline) है। कई लोग इसका उपयोग डायपर रैशेज (Diaper Rashes), माॉश्चराइजर और एक्जिमा (Eczema) जैसी स्किन कंडिशन के इलाज में भी करते हैं। आइए इसके फायदे और उपयोग के बारे में विस्तार से जानते हैं।
पेट्रोलियम जेली के फायदे (Benefits of Petroleum Jelly)
कई कंपनियां पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) को एक मिरेकल की तरह प्रचारित करती हैं। जिससे झुर्झियों के साथ ही जले हुए का उपचार होता है। हालांकि यह सभी स्किन कंडिशन को हील नहीं कर सकती। यह एक वर्सेटाइल और अफोर्डेबल स्किन केयर ऑप्शन है, लेकिन इसकी कुछ लिमिटेशन हैं। इसके फायदे निम्न हैं।
और पढ़ें: स्किन रिपेयर के लिए विटामिन सप्लिमेंट्स में सिर्फ A, B, C ही नहीं और भी हैं शामिल
स्किन बैरियर (Skin Barrier)
स्किन आसानी से पेट्रोलियम जेली को एब्जॉर्ब नहीं कर पाती। इसका मतलब है कि यह एक मॉश्चरराइज नहीं है, लेकिन ये बैरियर है जो स्किन से धूल को दूर रखने के साथ ही मॉश्चर लॉस को रोकने का काम करती है। लोग इसका उपयोग ठंडे, सूखे और हवा वाले वातावरण में जाने से पहले कर सकते हैं। यह स्किन को सुरक्षित करेगी। कोल्ड का अनुभव कर रहे लोग इसे नाक के अंदर यूज करके रनी नोज (Runny Nose) के कारण होने वाले इरीटेशन को कम करने के लिए करते हैं।
घाव भरने में मददगार (Petroleum Jelly For Wound Healing)
पेट्रोलियम जेली मार्केट में लगभग 150 साल पहले आई थी और यह आज भी डर्मेटोलॉजिस्ट की फेवरेट है। क्योंकि यह पानी को स्किन में सील कर देती है। यह घावों को हील करने में मददगार है क्योंकि उन्हें हील होने के लए नमी की जरूरत होती है। ड्राय और इंर्जड स्किन (Injured) को ठीक होने में दोगुना टाइम लगता है। पेट्रोलियम जेली नए घावों की लालिमा (Redness of New Wound) को भी कम करने के साथ ही इंफेक्शन की आशंका को कम करती है। जब आपको इसको स्किन पर लगाते हैं तो यह जलन नहीं करती है।
और पढ़ें: मुहांसे कम न कर दें आपके चेहरे की रौनक, इन तरीकों से पाएं एक्ने फ्री स्किन
बच्चों की ईची स्किन के लिए बेस्ट (Petroleum Jelly For Babies Skin)
पेट्रोलियम जेली न्यूबोर्न और इनफेंट्स (Infants) में होने वाली खुजली और ईची स्किन (Itchy Skin) से राहत प्रदान करती है। एक्जिमा (Eczema) कई बार फैमिली हिस्ट्री में होता है। बच्चे को इस परेशानी से राहत दिलाने का यह बेहद सस्ता और सरल उपाय है। इसका उपयोग बच्चे पर जन्म के 3 हफ्ते बाद कर सकते हैं। इसके लिए एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
पपड़ी वाली स्किन (Chafing) के लिए मददगार
स्किन की पपड़ी निकलने को चेफिंग (Chafing) भी कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब स्किन किसी दूसरे बॉडी पार्ट्स या कपड़े से रगड़ जाती है। ऐसा उन लोगों के साथ ज्यादा होता है जो जिनकी स्किन ड्राय (Dry Skin) होती है या वे एक्जिमा के शिकार होते हैं। कुछ लोगों में चेफिंग के कारण रैशेज हो जाते हैं और स्किन ब्रेक हो जाती है। ऐसे हिस्से पर जो आसानी से ड्राय हो जाता है या जिसकी पपड़ी निकलने लगती है वहां पर पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) का उपयोग इस समस्या को हल हो सकता है।
डायपर रैशेज रोकने में मददगार (Use Petroleum Jelly on Diaper Rashes)
पेट्रोलियम जेली बच्चों में होने वाले डायपर रैशेज (Diaper Rashes) को कम करने में मददगार है। इसको लगाने से पहले बच्चे की स्किन को सूखे टॉवेल से अच्छी तरह पोंछ लें। पेट्रोलियम जेली एक सुरक्षात्मक बैरियर बनाएगी और त्वचा को नमी के लगातार संपर्क से बचाने में मदद करेगी। अगर डायपर रैशेज ठीक नहीं होते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें: कपड़े के डायपर का इस्तेमाल हमेशा से रहा है बेहतर, जानें इसके बारे में
आय मेकअप निकालने में बेस्ट (Best Eye Makeup removal)
पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) ऑयल मेकअप निकालने में प्रभावी है। द जर्नल ऑफ इमेरजेंसी मेडिसिन के अनुसार पेट्रोलियम जेली आय एरिया में लगाने के लिए सेफ है। कॉटन की मदद से आंखों पर हल्के हाथों से पेट्रोलियम जेली लगाएं, लेकिन इसे आंख के अंदर ना जाने दें। मेकअप को हटाते वक्त आंखों को बंद करके रखें।
स्पिलिट एंड्स (Split Ends) को रोके
सूरज और हवा के एक्सपोजर में आने से बाल ड्राय हो जाते हैं। पेट्रोलियम जेली स्पिलिट एंड्स को कम करके बालों की शाइन बढ़ाती है। जेली को हाथ में लेकर बालों के छोर पर मलें। इससे असर देखने को मिलेगा।
ल्यूब्रिकेंट के रूप में यूज करें (Use Like A Lube)
अगर कोई अंगूठी उंगली में फंस गई है, तो थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) उंगली में लगाइए और थोड़ी अंगूठी के ऊपर। यह रिंग को बाहर निकालने में मदद करेगी। अगर दरवाजा जाम हो गया है तो दरवाजे के उस एरिया पर जहां से खुलता और बंद होता है पेट्रोलियम जेली लगाइए दरवाजा खुलने लगेगा।
जुओं (Lice) को मारने में मददगार
पेट्रोलियम जेली जुओं को मारने के लिए होम रेमेडी (Petroleum jelly Home Remedy For Lice) की तरह काम करती है। सिर पर लगाने पर यह जुओं को मार सकती है, लेकिन उनके अंडों को खत्म नहीं कर सकती। इसलिए जुओं को कंट्रोल करने के लिए पूरी तरह इसका उपयोग नहीं किया जा सकता।
और पढ़ें: स्किन की जरूरत के हिसाब से करें सनस्क्रीन का चुनाव, ये सनस्क्रीन हैं बेस्ट!
हेमोरॉइड में देती है राहत (Petroleum Jelly For Hemorrhoid)
पेट्रोलियम जेली का उपयोग हेमोरॉइड (Hemorrhoid) होने पर भी किया जा सकता है। एनल एरिया (Anal Area) के अंदर इसकी एक लेयर को सेंसिटिव स्किन को प्रोटेक्ट करने के लिए लगाया जा सकता है। इससे स्टूल पास (Stool Pass) करने में आसानी होती है और इचिंग और दर्द भी कम होता है।
पालतू कुत्तों को भी देती है प्रोटेक्शन
अक्सर कुत्तों के पंजे ड्राय हो जाते हैं, खासतौर पर सर्दियों में। इसे बचाव के लिए उन्हें बाहर ले जाने से पहले उनके पंजों पर पेट्रोलियम जेली (Petroleum Jelly) को मल दें। इसकी ऑयली लेयर आपके पेट की स्किन को मॉश्चराइज करेगा साथ ही एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis) को भी रोकेगा।
स्किन केयर (Skin Care) के लिए बेस्ट
पेट्रोलियम जेली फटी हुई एड्डियों, होंठ और हाथों के लिए तो बेस्ट है ही शायद आप ये ना जानते हों कि यह नेल्स को भी मॉश्चर प्रदान करती है। अगर आपके नाखून बार-बार टूटते हैं तो नाखूनों पर पेट्रोलियम जेली की मालिश करें। इससे नाखून सॉफ्ट और स्मूद बनते हैं।
पेट्रोलियम जेली के साइड इफेक्ट्स (Petroleum Jelly’s Side Effects)
जैसा कि आप जान चुके हैं कि पेट्रोलियम जेली के कई फायदे हैं, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यह एक्सटर्नल यूज के लिए ही है इसे खाएं या इंसर्ट ना करें। इसका उपयोग मास्टरबेशन (Masturbation) के दौरान और वजायनल ल्यूब्रिकेंट (vaginal Lubricant) के तौर पर न करें। रॉयटर्स (Reuters) की 141 महिलाओं पर की गई एक स्टडी के अनुसार जो 17 प्रतिशत महिलाएं जिन्होंने पेट्रोलियम जेली को इंटरनली यूज किया था उनमें से 40 प्रतिशत बैक्टीरियल वैजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) के लिए पॉजिटिव आई थीं। आप जिस ब्रांड की जेली को खरीदते हैं उसके रिएक्शन भी अलग-अलग हो सकते हैं। जान लेते हैं उनके बारे में भी।
एलर्जी (Allergy) का रिस्क
कुछ लोग जो बहुत ज्यादा सेंसटिव होते हैं उन्हें पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स से एलर्जी हो सकती है। कभी भी किसी नए प्रोडक्ट का उपयोग करते वक्त आंखों को उससे दूर रखें। साथ ही उपयोग के पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
और पढ़ें: स्किन एलर्जी से चाहिए छुटकारा, तो पहले जानें इससे जुड़ी जरूरी जानकारी
इंफेक्शन (Infection) और निमोनिया (Pneumonia) का खतरा
पेट्रोलियम जेली को स्किन पर लगाने से पहले उसे साफ ना करना और ड्राय ना करना फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का कारण बन सकता है। बच्चों की नाक में लगाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लें। मिनरल्स ऑयल को इंहेल करने से एस्प्रिरेशन निमोनिया (Aspiration Pneumonia) हो सकता है।
रोम छिद्र बंद होना (Clogged Pores)
कई लोगों में पेट्रोलियम जेली का उपयोग रोम छिद्रों को बंद कर सकता है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले स्किन को अच्छी तरह से साफ करना जरूरी है। साथ ही अगर आप पहले से ही बंद रोम छिद्र की समस्या से परेशान हैं तो, इसके उपयोग से पहले डॉक्टर की राय लें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पेट्रोलियम जेली के फायदों से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।