क्या आप श्योर हैं कि आप लॉग आउट करना चाहते हैं?
पेम्फिगस एक दुर्लभ त्वचा संबंधी विकार है। जिसमें त्वचा पर या म्यूकस मेम्ब्रेन पर छाले या घाव हो जाते हैं। खास कर के ये छाले और घाव मुंह या जननांगों पर होते हैं। पेम्फिगस दो मुख्य प्रकार का होता है :
पेम्फिगस वुल्गैरिस मुंह में होता है और यह पीड़ादायक भी होता है।
पेम्फिगस फोलिएशियस त्वचा पर दर्द और खुजली पैदा करता है। पेम्फिगस किसी भी उम्र में हो सकता है। लेकिन, ज्यादातर लोगों को ये अधेड़ अवस्था में होती है।
यह भी पढ़ें : कई तरह की होते हैं त्वचा रोग (Skin disease), जानिए इनके प्रकार
पेम्फिगस बहुत दुर्लभ समस्या है। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
मुख्य रूप से पेम्फिगस दो प्रकार के होते हैं। जिसके सबसे मुख्य लक्षण छाले और घाव पर खुजली या दर्द होना।
पेम्फिगस वुल्गैरिस में मुंह में छाले हो जाते हैं। फिर धीरे-धीरे ये त्वचा व जननांगों पर फैलने लगता है। इसमें निकले छालों में दर्द तो होता है पर खुजली नहीं होती है। मुंह से कुछ खाने और निगलने पर दर्द होता है।
यह भी पढ़ें : चमकदार त्वचा चाहते हैं तो जरूर करें ये योग
पेम्फिगस फोलिएशियस में म्यूकस मेम्ब्रेन प्रभावित नहीं होता है। छालों में भी दर्ध नहीं होता है। लेकिन, सीने, कमर और कंधे पर छाले फैल जाते हैं। पेम्फिगस फोलिएशियस में छाले खुजली बहुत करते हैं।
इसके अलावा पेम्फिगस से जुड़े अन्य लक्षणों की जानकारी के लिए डॉक्टर से बात करें।
यह भी पढ़ें : त्वचा के इस गंभीर रोग से निपटने के लिए मिल गयी है वैक्सीन
निम्न लक्षणों के सामने आने पर आपको डॉक्टर से तुरंत मिलना चाहिए :
यह भी पढ़ें : जानिए मुंह में छाले (Mouth Ulcer) होने पर क्या खाएं और क्या न खाएं
पेम्फिगस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। लेकिन, ये संक्रामक नहीं है। पेम्फिगस के होने का सटीक कारण नहीं पता है। इसका मुख्य अभी अज्ञात है। लेकिन, पेम्फिगस के लक्षणों के आधार पर ऑटोइम्यून डिजीज माना जाता है। ऑटोइम्यून डिजीज में बैक्टीरिया या वायरस से लड़ने वाली एंटीबॉडीज स्वस्थ कोशिकाओं पर आक्रमण शुरू कर देती हैं। जिसके चलते संबंधित व्यक्ति के त्वचा और म्यूकस मेम्ब्रेन में घाव और छाले हो जाते हैं। पेम्फिगस शायद ही कभी दवाओं के साइड इफेक्ट से विकसित हो। लेकिन, फिर भी ये देखा गया है कि ब्लड प्रेशर जैसी दवा पेम्फिगस में विपरीत प्रभाव डालती है। इस तरह का पेम्फिगस दवा बंद करते ही खत्म हो जाता है।
यह भी पढ़ें : इन 7 कारणों से होते हैं मुंह के छाले (Mouth Ulcer)
पेम्फिगस होने का सबसे ज्यादा जोखिम उम्र के मध्य पड़ाव पर होता है। जिसे सामान्य भाषा में अधेड़पन कहते हैं। यहूदी वंश के लोगों में पेम्फिगस वुल्गैरिस सबसे ज्यादा पाया जाता है।
यह भी पढ़ें: लैप्रोस्कोपिक तकनीक से ओवेरिन सिस्ट सर्जरी कितनी सुरक्षित है?
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
पेम्फिगस के इलाज के लिए दवाओं का सहारा लिया जाता है। पेम्फिगस के लक्षणों के आधार पर ही डॉक्टर दवाएं आदि देते हैं। इसके अलावा मामला ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर आपको हॉस्पिटल में भी रुकने के लिए कहते हैं।
पेम्फिगस के गंभीर मामलों का इलाज मरीज को हॉस्पिटल में रोक कर होता है। जिसमें निम्न रूप से इलाज किया जाता है:
[mc4wp_form id=”183492″]
पेम्फिगस को जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू उपाय अपना कर ठीक किया जा सकता है :
इसके अलावा इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।
Pemphigus. https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/pemphigus/symptoms-causes/syc-20350404. Accessed on November 18, 2019.
Pemphigus. http://www.pemphigus.org/research/clinically-speaking/pemphigus/. Accessed on November 18, 2019.
Pemphigus Vulgaris https://emedicine.medscape.com/article/1064187-overview Accessed on December 12, 2019
Pemphigus Vulgaris https://www.healthline.com/health/pemphigus-vulgaris Accessed on December 12, 2019
What is Pemphigus https://www.webmd.com/skin-problems-and-treatments/what-is-pemphigus#1 Accessed on December 12, 2019