ओट्स के फायदे (Benefits of Oats) में स्किन प्रोटक्शन भी शामिल है। ओट्स को डायट में शामिल करने से इचिंग और इरिटेशन की प्रॉब्लम से छुटकारा मिलता है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के अनुसार ओट्स स्किन के पीएच को बैलेंस करने के काम करता है। साथ ही ओट्स स्किन को नमी प्रदान करने के साथ मुलायम भी बनाता है। आप ओट्स को बनाना ओट्स स्मूथी की तरह भी ले सकते हैं। योगर्ट, बनाना और रोल्ड ओट्स को दूध और शहद के साथ मिक्स करके डिलीसियस स्मूथी बनाई जा सकती है। ओट्स में कई मॉलीक्यूल ऐसे पाए जाते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट्स का काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाने के कारण ओट्स में एंटी-इंफ्लामेट्री और एंटी-इचिंग प्रॉपर्टी होती है। ओट्स हेल्थ के साथ ही स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है।
ओट्स के फायदे (Benefits of oats) : हेल्दी गट (Healthy gut)
ओट्स में बीटा ग्लूकान होता है जो कि जेल की तरह होता है। जब ये पानी में मिलता है तो ये एक कोटिंग तैयार करता है। इसी कारण से गट में रहने वाले अच्छे बैक्टीरिया की संख्या में बढ़त होती है। हेल्दी गट के लिए अच्छे बैक्टीरिया का होना बहुत जरूरी होता है। स्टडी में ये बात सामने आई है कि ओटमील गट में अच्छे बैक्टीरिया की ग्रोथ को इंक्रीज करने का काम करता है।
और पढ़ें – महुआ के फायदे : इन रोगों से निजात दिलाने में असरदार हैं इसके फूल
अस्थमा (Asthma) रिस्क को करता है कम
ओट्स के फायदे (Benefits of Oats) बहुत से हैं। ओट्स को डायट में शामिल करने से अस्थमा का खतरा भी कम हो जाता है। अस्थमा की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। ऐसे बहुत से एविडेंस हैं जिनमें कहा गया है कि स्पेसिफिक फूड लेने से अस्थमा का रिस्क फैक्टर कम हो जाता है। 3 हजार से ज्यादा बच्चों में हुई स्टडी के मुताबिक पांच साल की उम्र के बच्चों में अस्थमा डेवलप होने के चांस अधिक होते हैं। अन्य फूड भी जैसे वीट, फिश, एग और बार्ली सीरियल्स अस्थमा के रिस्क को कम करने का काम करते हैं।
अब आप ओट्स के फायदे (Benefits of Oats) जान चुके हैं। अगर आपको ओट्स के फायदे उठाने हैं तो इसे डायट में शामिल करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं। अगर ओट्स खाने के बाद कुछ समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। यदि आपका लेख से जुड़ा कोई सवाल है तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।