प्रोटीन लार्ज मॉलेक्यूल्स हैं जो सेल्स के ठीक से काम करने के लिए जरूरी है। इसमे एमिनो एसिड (Amino acid) होता है। हमारी बॉडी का स्ट्रक्चर और उसके फंक्शन इस पर डिपेंड करता है। बॉडी के सेल, टिशू और ऑर्गन का रेगुलाइजेशन इसके बिना नहीं हो सकता। मसल्स, स्किन और हड्डियों के अलावा शरीर के दूसरे हिस्सों में एंजाइम्स, हॉर्मोंस, एंटीबॉडीज और प्रोटीन की निश्चित मात्रा होती है। ये न्यूरोट्रांसमिटर्स की तरह काम करता है। हीमोग्लोबिन (Hemoglobin), जो ब्लड में ऑक्सिजन लेकर जाता है वो भी प्रोटीन है।
ये तीन प्रकार के होते हैं :
- कंप्लीट प्रोटीन (Complete protein): ये हमें एनिमल फूड्स जैसे कि मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स और अंडे से प्राप्त होता है।
- इनकंप्लीट प्रोटीन (Incomplete protein): ये बीन्स, मटर और चना में पाया जाता है।
- कंप्लीमेंटरी प्रोटीन (Complimentary protein): जिन दो फूड्स में पाया जाता है।
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प्रोटीन (Protein) क्यों जरूरी है?
प्रोटीन शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक मुख्य नुट्रिएंट्स है, जो शरीर के लगभग हर फंक्शन को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके द्वारा एमिनो एसिड्स (Amino acid) का निमार्ण होता है, जो हमारे शरीर के बिल्डिंग ब्लॉक्स माने जाते हैं। साथ ही यह मांसपेशियों का निर्माण करने और क्षतिग्रस्त मांसपेशियों का पुनर्निर्माण करने के लिए भी जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि ज्यादातर लोग रोजाना अपर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसका इस्तेमाल हद से ज्यादा करते हैं। दोनों ही सूरतों में यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि इसका सही मात्रा में सेवन करें।
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