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प्रेग्नेंसी का 12वां सप्ताह होता है महत्वपूर्ण
लखनऊ की रहने वाली हाउस वाइफ आकांक्षा झा अपने पहले मिसकैरिज के दर्द को शेयर करते हुए कहती हैं कि, ‘जब मैं पहली बार प्रेग्नेंट हुई थी, उस वक्त घर में सब लोग बहुत खुश थे। मैंने अपनी प्रेग्नेंसी की खबर सभी लोगों को बता दी थी। प्रेग्नेंसी के करीब डेढ़ महीने बाद ही मुझे अचानक से पेट में दर्द शुरू होने लगा। पहले मुझे लगा कि ये प्रेग्नेंसी के दौरान शायद इसी तरह का दर्द होता है। कुछ समय बाद मेरा मिसकैरेज हो गया। ये मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत ही दुखद समय था। ऐसे समय में मेरी फैमिली ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। मुझे अब ये एहसास होता है कि अगर मैेंने उस समय सभी लोगों को मेरी प्रेग्नेंसी की खबर नहीं बताई होती तो ये मेरे लिए ज्यादा अच्छा साबित होता। मेरा मानना है कि प्रेग्नेंसी का 12वां सप्ताह हर महिला के लिए महत्वपूर्ण होता है। महिलाओं को एक समय बाद ही अपनी प्रेग्नेंसी की खबर लोगों को बतानी चाहिए।’
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चैलेंजिंग होता है प्रेग्नेंसी का 12वां सप्ताह
लोगों को प्रेग्नेंसी की खबर न बताना एक अलग बात है। किसी और के मिसकैरिज की खबर सुनकर आप जरूर सावधानियों को जानकर भविष्य के लिए तैयार जरूर हो सकती हैं। कई बार ऐसा होता है कि जानकारी के अभाव में ऐसा कदम उठा लेते हैं जो भविष्य में हमे मंहगा साबित हो सकता है। ऐसा ही मिसकैरिज में भी होता है। जब कुछ महिलाएं मिसकैरिज के एक्सपीरियंस शेयर कर रहीं हो तो उन्हें ध्यान से सुनना चाहिए। बातचीत से भी भविष्य में होने वाली परेशानी का हल निकल सकता है।
प्रेग्नेंसी का 12वां सप्ताह महिला के लिए चैलेंजिग होता है। शरीर में बदलाव के साथ ही मन में डर भी बना रहता है। बेहतर रहेगा कि जो भी निर्णय लें, परिवार वालों को उसमें शामिल करें। परिवार और पार्टनर की हेल्प से एक सही निर्णय लेने में आपको मदद मिलेगी। शारीरिक जांच के लिए समय-समय पर अपने डॉक्टर से भी संपर्क करें। प्रेग्नेंसी का 12वां सप्ताह डराने वाला नहीं होता है, बस कुछ बातों का ध्यान रख कर इसे एंजॉय किया जा सकता है।
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