इन दिनों मार्केट में कई तरह के हेयर कलर आसानी से मिल सकते हैं। लेकिन, ये हेयर कलर कितने भरोसेमंद है, इसका दावा करना बहुत ही मुश्किल है। हेयर कलर कई तरह के केमिकल्स के मिश्रण से बनाएं जाते हैं। इनमें अमोनिया या पैराबेंस जैसे जहरीले और हानिकारक केमिकल्स भी हो सकते हैं। जो बालों और स्कैल्प के लिए हानिकारक हो सकते हैं। मार्केट में मौजूद हेयर कलर के अलावा, ऐसे कई नेचुरल हेयर कलर हैं, जिनसे आप अपने बालों को घर पर ही बिल्कुल सुरक्षित तरीके से कलर कर सकते हैं। “हैलो स्वास्थ्य’ के इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि किस तरह आप नेचुरल हेयर कलर से अपने बाल रंग सकते हैं।
इन नेचुरल हेयर कलर (Natural Hair Color) की मदद से अपने बालों को दें नई जान
बालों को रंगने के लिए केमिकल की जगह आपके किचन में मौजूद चीजों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। ये नेचुरल हेयर डाई पूरी तरह से सुरक्षित और कम खर्चीले होते हैं। जैसे-
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1.गाजर का जूस
अगर आप आपने बालों को हल्का गाजरी नेचुरल हेयर कलर देना चाहती हैं, तो गाजर का जूस इसके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है।
इस तरह करें कलर
⦁ किसी बर्तन में नारियल तेल या जैतून तेल में गाजर का रस मिलाएं।
⦁ हेयर ब्रश की मदद से अब इन्हें अपने बालों में अच्छे से लगाएं।
⦁ अब इन्हें एक से दो घंटे के लिए बालों में लगा रहने दें।
⦁ इसके बाद सेब के सिरके से अपने बालों को धो लें।
⦁ अगर इसका रंग हल्का है, तो आप इसके अगले दिन फिर से दोहरा सकती हैं।
2.हिना (henna)
हिना यानी मेहंदी, बालों को रंगने का यह सबसे अच्छा नेचुरल हेयर कलर का विकल्प हो सकता है। आमतौर पर, इसका इस्तेमाल हाथों में मेहंदी रचाने के लिए किया जाता है। मेहंदी का इस्तेमाल बालों को रंगने के साथ-साथ सफेद बालों की समस्या भी दूर करने के लिए भी किया जाता है। इसके इस्तेमाल के लिए आप इसकी पत्तियों को सीधे पेड़ से तोड़ सकते हैं। चाहें तो मार्केट में मिलने वाले इसके सूखे पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
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इस तरह करें कलर
⦁ नेचुरल हेयर कलर के रूप में हीना का इस्तेमाल किया जाता है। यह तो सभी जानते ही हैं। इसके लिए एक कप में पानी लें।
⦁ उसमें आवश्यकतानुसार मेहंदी पाउडर मिलाएं।
⦁ इस मिश्रण को थोड़े समय के लिए ढककर रख दें। फिर इसे अपने बालों और स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं।
⦁ अगर मेहंदी पाउडर (henna powder) की जगह मेहंदी की पत्तियों का इस्तेमाल कर रहें है, तो पत्तियों का पेस्ट बनाएं।
⦁ उसे भी थोड़े समय के लिए ढककर रख दें। फिर उसे अपने बालों और स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं।
⦁ बालों में इसे तब तक लगा रहने दें जब तक यह पूरी तरह से सूख नहीं जाए।
⦁ फिर साफ पानी से बालों को धो लें।
⦁ ध्यान रखें कि बालों को धोने के लिए किसी शैंपू का इस्तेमाल न करें।
नोटः मेहंदी का रंग आपके चेहरे पर न चढ़ें, इसके लिए मेंहदी लगाने से पहले चेहरे पर नारियल का तेल (coconut oil) लगा लें। इससे मेहंदी का रंग स्किन पर नहीं चढ़ेगा।
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3.चुकंदर का रस (beetroot juice)
अगर बालों में वाइन रेड जैसी चमक लानी है, तो नेचुरल हेयर कलर के लिए चुंकदर आपके बहुत काम आ सकता है। चुकंदर का रस आपके बालों को नेचुरली वाइन रेड के रंग में रंग सकता है।
इस तरह करें कलर
⦁ चुकंदर का रस नारियल तेल में मिलाएं।
⦁ फिर हेयर ब्रश की मदद से इसे बालों में अच्छी तरह से मिलाएं।
⦁ कुछ समय बाद इसे सेब के सिरके की मदद से धो लें।
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4.कॉफी (coffee)
अगर आप अपने बालों को गहरे भूरे रंग में रंगना चाहती हैं, तो आधा कप कॉफी आपकी इस इच्छा को पूरी कर सकता है। यह नेचुरल हेयर कलर (natural hair color) बालों को एकदम फ्रेश लुक देगा।
इस तरह करें नेचुरल हेयर कलर
⦁ इसके लिए आपको कड़क कॉफी की आवश्कता होगी। जिसके तौर पर आप एस्प्रेसो का इस्तेमाल कर सकती हैं।
⦁ इसे ठंडा होने दें। फिर एक कप में माइल्ड कंडिश्नर और कॉफी मिक्स करें।
⦁ इसे लगाने से पहले हेयर वॉश जरूर करें।
⦁ जब बाल सूख जाएं, तो इसे बालों में लगा लें।
⦁ जब यह सूख जाए, तो इसे सेब के सिरके से धो लें।
⦁ इसका रंग आपके बालों में 15 से 20 दिनों तक बरकरार रहेगा।
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5. नेचुरल हेयर कलर कैमोमाइल चाय से
अगर बालों का रंग सुनहरा करना चाहती हैं, तो कैमोमाइल चाय आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है।
इस तरह करें नेचुरल हेयर डाई
⦁ उबलते पानी में कैमोमाइल के फूल डालें।
⦁ जब पानी अच्छे से उबल जाए, तो इसे ठंडा होने दें।
⦁ ठंडा होने पर फूलों को बाहर निकालें।
⦁ अब अपने साफ बालों को इस चाय के पानी से धोएं।
⦁ धुलने के कुछ समय बाद इसे बालों पर लगा रहने दें।
⦁ जब यह सूख जाए, तो इसे साफ पानी से धो लें।
⦁ इसका सबसे अच्छा प्रभाव पाने के लिए इस प्रक्रिया को हफ्ते में कम से कम दो बार दोहराएं।
6. आलू के छिलके का मास्क
आलू के छिलके का इस्तेमाल भी आप नेचुरल हेयर कलर के तौर पर कर सकते हैं। यह सबसे आसान और सस्ती विधि भी हो सकती है। साथ ही, इसके किसी तरह के साइड इफेक्ट्स होने का जोखिम भी नहीं होता है। आलू में मौजूद स्टार्च एक नेचुरल कलर का काम कर सकता है। इससे आप अपने बालों को प्राकृतिक तौर पर काला कर सकते हैं। आलू के छिलके से तैयार हेयर मास्क में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जा सकती है। साथ ही, यह स्कैल्प पर जमे हुए तेल को भी साफ करने में मदद कर सकता है। जिससे आपको अगर डैंड्रफ की समस्या है, तो यह भी दूर हो जाएगी। और तो और आलू में आयरन, जिंक, पोटैशियम और कैल्शियम की भी उच्च मात्रा पाई जा सकती है, जो झड़ते बालों की परेशानी भी दूर कर सकते हैं।
इस तरह करें आलू के छिलके का इस्तेमाल
- सबसे पहले आलू को धो कर छील कर उसके छिलके इकट्ठे करें।
- अब इसके छिलकों को साफ पानी में जब तक यह पक न जाए तब तक अच्छी तरह से उबाल लें।
- जब छिलके अच्छी तरह उबल जाएं, तो इन्हें कुछ मिनट तक के लिए धीमी आंच पर पकने दें।
- पकने के बाद गैस बंद कर दें और पानी को छान कर आलू के छिलके अलग कर दें।
- अब इस आलू के छिलके वाले पानी को ठंडा होने दें।
- जब यह ठंडा हो जाए जो आप बालों की जड़ों में इसके लगा सकती है। आप एक बार में तैयार किए गए मिश्रण को एक हफ्ते तक लगा सकती हैं।
- इसके आप फ्रिज में स्टोर करके भी रख सकते हैं।
कब करें इसका इस्तेमाल
इस पानी को आप रूट टचिंग के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप रात में सोने से पहले इसे अच्छी तरह बालों में लगा सकते हैं और सुबह उठने पर इसे धो लें। अगर आपको इसी खुशबू पसंद नहीं है, तो आप इसमें कुछ बूंद लैवेंडर ऑयल का भी मिला सकते हैं। अगर आप नियमित तौर पर इसका इस्तेमाल करते हैं, तो चार से पांच बार के इस्तेमाल में आपको इसका फर्क दिखाई दे सकता है।
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हेयर डाई से होने वाले नुकसान (Side Effects Of Hair Dye)
बालों को केमिकल से डाई करने से बालों में रंग जल्दी तो चढ़ जाता है लेकिन, यह सेहत के लिए नुकसान हो सकता है। परमानेंट हेयर डाई से बालों के शाफ्ट में स्थायी रूप से रासायनिक परिवर्तन होता है। जिसकी वजह से बालों में यह रंग तब तक रहता है जब तक कि नई हेयर ग्रोथ नहीं होती है। इन रंगों को कभी-कभी उनमें मौजूद कुछ अवयवों के कारण कोयला-टार डाई के रूप में भी जाना जाता है। इनमें रंगहीन पदार्थ जैसे सुगंधित एमाइन और फिनोल होते हैं। हाइड्रोजन पेरोक्साइड (hydrogen peroxide) की उपस्थिति में, ये पदार्थ डाई बनने के लिए रासायनिक प्रतिक्रियाओं से गुजरते हैं। वहीं गहरे रंग के हेयर डाई कलर में इन कलरिंग एजेंट का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। इसकी वजह से कैंसर जैसे रोगों की संभावना बढ़ जाती है।
परमानेंट हेयर डाई से सेहत को होने वाले नुकसानों से बचने के लिए कोशिश करें कि नेचुरल हेयर कलर का इस्तेमाल करें। बताए गए ये नेचुरल हेयर कलर के तरीके आपके बालों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं। लेकिन, अगर इनके इस्तेमाल के बाद आपको बालों से जुड़ी कोई परेशानी दिखाई दे, तो आपने डॉक्टर से संपर्क करें।