गुस्सा करना एक बहुत ही खतरनाक भाव है, जो आपकी निराशा, चोट या झुंझलाहट के कारणों से हो सकता है। क्रोध करना एक सामान्य भाव है, जो थोड़े से गुस्से से लेकर तीव्र क्रोध तक हो सकती है। हम क्रोध को डर के साथ जोड़ सकते हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में क्रोध की भावना के पीछे किसी विशेष समस्या की चिंता हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसी भावना का मन में होना सामान्य है, लेकिन इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि ये थोड़ा-थोड़ा गुस्सा आगे जाकर एंगर एंग्जायटी बन सकता है।
क्या है एंगर एंग्जायटी? (What is anger anxiety?)
क्रोध और चिंता को आमतौर पर अलग-अलग भावनात्मक अनुभव के साथ-साथ कहीं-कहीं ओवरलैप होती भावना के रूप में माना जाता है। क्रोध आमतौर पर किसी प्रकार की हताशा से जुड़ा होता है और चिंता आमतौर पर किसी परेशानी की अधिकता और उस परेशानी से न निपटने की कम क्षमता के साथ जुड़ी होती है। कई अध्ययन के अनुसार एंगर एंग्जायटी के केस में रोगी को एंगर अटैक्स आने लगते हैं। शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है कि दुखी और चिंतित व्यक्तियों में “एंगर अटैक्स’ की समस्या मिलती है।
गुस्से को दबाने का क्या खतरा हो सकता है? (What is the risk of suppressing anger?)
अगर आप अपने गुस्से को दबाते हैं, उसे जाहिर नहीं करते तो यह आपके लिए चिंता और डिप्रेशन का कारण हो सकता है। जो गुस्सा सही तरीके से व्यक्त नहीं किया गया है, वह रिश्तों को बाधित कर सकता है। यहां तक कि सोच और व्यवहार के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है और विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याएं पैदा कर सकता है। गुस्से की वजह से हाई ब्लड प्रेशर, हृदय की समस्या, सिरदर्द, त्वचा और पाचन से संबंधित स्वास्थ्य समस्या हो सकती हैं। इसके अलावा, अगर आप गुस्से को सही तरह से बाहर नहीं निकाल पाते हैं, तो आप शराब के सेवन और अन्य हिंसक व्यवहार जैसी समस्याओं से घिर सकते हैं।
सामान्य शब्दों में तो एंगर एंग्जायटी मन की भावनाओं से जुड़ी हो सकती है। जो मन उदास होने से लेकर किसी तरह के शारीरिक कष्ट या रोग के कारण भी हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति तनाव, चिंता या अवसाद का सामना कर रहा है, तो सामान्य है कि अन्य व्यक्तियों के मुकाबले उसे गुस्सा कई गुना अधिक आ सकता है।
और पढ़ें: बार-बार दुखी होना आखिर किस हद तक सही है, जानें इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव
एंगर एंग्जायटी के लक्षण क्या हो सकते हैं? (Symptoms of anger anxiety)
एंगर एंग्जायटी (एंजायटी) के लक्षण निम्न स्थितियों में अलग-अलग हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक रूप से देखे जा सकते हैं, जिसमें शामिल हैंः
एंगर एंग्जायटी के शारीरिक लक्षण (Physical symptoms of angrier anxiety)
- दिल की धड़कन तेज होना
- बात करते समय व्यक्ति का मुठ्ठी बांधना
- सीने में जकड़न महसूस करना
- सामान्य तापमान में भी बहुत ज्यादा गर्मी महसूस करना
एंगर एंग्जायटी के मानसिक लक्षण (Mental symptoms of Anger anxiety)
- तनाव या घबराहट महसूस करना
- आराम करने में असमर्थ होना
- छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ा होना
- अपमानित महसूस करना
- बिना किसी वजह अन्य व्यक्तियों से नाराज रहना या उनसे बहस करना
- व्यवहार में परिवर्तन आना
- बात-बात पर चिल्लाना
- लोगों को अनदेखा करना
- लोगों पर व्यंग करना
- बिना किसी मुद्दे के झगड़ा करना
- खुद को शारीरिक रूप से घायल करना
- आत्म सम्मान में कमी महसूस करना
अगर ऊपर बताए गए निम्न में से कोई भी लक्षण आपको खुद में या किसी अन्य व्यक्ति में दिखाई देते हैं, तो बेहतर होगा कि उस स्थिति में खुद को शांत रखें या सामने वाले व्यक्ति से किसी भी मुद्दे पर बहस न करें और जल्द से जल्द मनोविशेषज्ञ से संपर्क करें।
और पढ़ें: संयुक्त परिवार (Joint Family) में रहने के फायदे, जो रखते हैं हमारी मेंटल हेल्थ का ध्यान
कैसे करें एंगर एंग्जायटी की समस्या को ठीक? (how to manage Anger anxiety)
विशेषज्ञ मानते हैं कि आप मुख्यतः तीन तरीकों से ही एंगर एंग्जायटी की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
रीयलिस्टिक बातों को जगह दें
जब भी लोग गुस्से में और चिंतित होते हैं, तो उन्हें निराशा या खतरा महसूस होता है। ऐसे में अगर आप लॉजिकल, रीयलिस्टिक या संतुलित सोच को अपनाएगें, तो आपको फायदा होगा।
रिलैक्स और माइंडफुल रहें
गहरी सांस लेना, मसल्स को रिलैक्स और दिमाग को तेज करने की कुंजी है। आप फोन पर ऐप्स की मदद से मेडिटेशन का ट्राय कर सकते हैं।
और पढ़ें: ऑनलाइन शॉपिंग की लत ने इस साल भी नहीं छोड़ा पीछा, जानिए कैसे जुड़ी है ये मानसिक बीमारी से
कोई भी कार्य करने से पहले दो बार सोचें
यदि आप गुस्सा महसूस कर रहे हैं, तो चिल्लाने या लड़ने से पहले अपने आप से पूछें कि “क्या यह करने से आपको बेहतर महसूस होगा?’ यदि नहीं तो वो काम करने से बचने की कोशिश करें। गुस्सा आने पर उस समय खुद को शांत रखने की कोशिश करें और कुछ समय बाद यदि आप किसी व्यक्ति से गुस्सा हैं तो उसे अपनी बात समझाएं। क्योंकि तब आप सामने वाले इंसान से शांतिपूर्ण व्यवहार के साथ बात करेंगे, जिससे उसकी भावनाओं को ठेस भी नहीं पहुंचेगी और बड़ी सरलता से बिगड़ी बात भी बन जाएगी।
व्यायाम करें
स्ट्रेस की वजह से गुस्सा आता है, इसको दूर करने के लिए व्यायाम एक अच्छा और सरल उपाय है। जिस वक्त आपको महसूस हो कि आपको गुस्सा आ रहा है तो सैर पर जाएं, दौड़ लगाएं या कुछ ऐसी फिजिकल एक्टिविटी करें, जिसको आप एन्जॉय कर सकें। ऐसा करना आपके गुस्से को कम करता है।
और पढ़ें: World Crosswords And Puzzles Day : जानिए किस तरह क्रॉसवर्ड पजल मेंटल हेल्थ के लिए फायदेमंद है
खुद के साथ समय बिताएं
अपने काम को इस तरह मैनेज करें कि पूरे दिन में कोई ऐसा वक्त जरूर हो, जिसमें आप खुद से बात कर सकें। अपनी परेशानियों की वजह को समझ सकें। ऐसा करने से आप खुद के गुस्से और चिड़चिड़ेपन की वजह को जान पाएंगे और उसे दूर करने का रास्ता ढूंढ पाऐंगे। जो आपको बेहतर इंसान बनने में मदद करता है।
शांत रहने का अभ्यास करें: यदि आपको छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है, तो कुछ ऐसा काम करने का अभ्यास करें। जिससे आप शांत हो सकें। जैसे कि गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज करें या कुछ ऐसा संगीत सुनें, जो आपको रिलैक्स फील करवाए।
अपनी बात पर टिके रहें: अपनी बात को इस तरीके से रखें कि किसी कि बुराई न हो और न ही किसी पर दोष डालें। इससे केवल तनाव बढ़ता है। इसलिए अपनी बात स्पष्ट रूप से कहें, जिससे समस्या का समाधान भी हो जाए और आपकी इज्जत भी बनी रहे। उदाहरण के लिए जैसे आप किसी से कहें कि आपने टेबल पर सभी व्यंजन नहीं परोसे हैं, न कि ये कहे की आप कभी ठीक से काम नहीं करते हैं।
किसी से शिकायत न रखें: आपकी अगर किसी से लड़ाई हो जाती है, तो उसको लंबे समय तक दिल से लगाकर न रखें। ऐसा करने से आप क्रोध और नकारात्मक सोच को बढ़ावा देते हैं। अगर आप वक्त रहते किसी ऐसे व्यक्ति को माफ कर देते हैं, जिसने आपका दिल दुखाया हो। तो ऐसा करके आप खुद को एक बेहतर इंसान बना सकते हैं, इससे आपकी इज्जत आपकी ही नज़रों मे और बढ़ जाएगी और ऐसा करने से आप खुद में एक सकारात्मकता ला सकते हैं। रिश्ते भी मजबूत बन सकेंगे।
खुशहाल वातारण में रहें: अपने तनाव को कम करने का सबसे आसान और उपयोगी तरीका है कि ऐसे वातारण मे रहो। जहां आपको खुशी महसूस हो। जो व्यक्ति आपकी आलोचना करे या आपके काम में कमी निकाले, ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखें। यदि आप ऐसे लोगों के साथ रहते हैं, तो यह आपके आत्मविश्वास को कम करके एंग्जायटी पैदा कर सकता है।
और पढ़ें: घर से बाहर रहने के 13 अमेजिंग फायदे, रहेंगे हमेशा फिट और खुश
इसके आलावा कुछ ऐसी छोटी-छोटी बातें भी हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर आप अपने गुस्से को काफी हद तक कंट्रोल कर सकेंगे, जैसेः
- जब भी आप गुस्सा महसूस करें, तो गुस्सा होने की वजह को पहचानने की कोशिश करें ताकि आप जल्द से जल्द खुद को शांत कर सकें और किसी विकट स्थिति में पड़ने से खुद को सुरक्षित रख सकें।
- अगर किसी बात को सुनकर आपको गुस्सा आता है, तो उस बात पर अपनी प्रतिक्रिया देने से पहले खुद को सोचने का समय दें।
- एक्सपर्ट्स के मुताबिक गुस्सा आने पर बहुत ही कम लोग खुद के मन को शांत करने में समर्थ हो सकते हैं। जब भी तेज गुस्सा आए तो आपको 1 से 10 तक गिनती गिननी चाहिए और तेज हुई सांसों को धीमा करने के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए। आप चाहें, तो उसी समय चार से पांच पर लंबी-लंबी सांसें भी ले सकते हैं।
- अपने आस-पास, परिचित और करीबी लोगों से इस बारे में बात करें कि आपके किन-किन बातों पर और क्यों गुस्सा आता है। ताकि, वे आपके सामने वैसी कोई बात करने से बचें, जो आपके गुस्से का कारण बन सकती हों।
- नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें। इसके लिए आपको जिम जाने की जरूरत नहीं। बस आपको सुबह-शाम दौड़ लगाना, चलना और तैरना जैसी एक्सरसाइज करने की जरूरत है।
- अगर आपको लगता है कि आपके गुस्से का कारण कम आत्मसम्मान है, तो अपने आत्मसम्मान को बढ़ाने के तरीकों के बारे में विचार करें। खुद के व्यक्तित्व को बेहतर बानने का प्रयास करें।
- आप चाहें तो एक्सपर्ट्स की भी मदद ले सकते हैं। अगर आपके पास डॉक्टर से मिलने का समय नहीं है, तो आप ऑनलाइन भी कंसल्ट कर सकते हैं। ऐसे आपको ढेरों विकल्प मिल सकते हैं।
और पढ़ें: बच्चों में “मिसोफोनिया’ का लक्षण है किसी विशेष आवाज से गुस्सा आना
गुस्सा आने पर क्या न करें? (What not to do when angry?)
- एक बार में ही सारे काम करने की कोशिश न करें। बेहतर होगा अगर शुरू में अपने लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित करें।
- उन चीजों के बारे में विचार न करें, जो आपसे संबंधित न हों। इस तरह के मुद्दे सिर्फ आपका समय बर्बाद कर सकते हैं।
- कभी भी अपनी एंगर एंग्जायटी को शांत करने के लिए शराब, सिगरेट, जुआ या ड्रग्स का उपयोग न करें।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और एंगर एंग्जायटी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।