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लड़कों में हार्मोन असंतुलन (Hormonal Imbalance) के लक्षण
सामान्य तौर पर यौवन शुरू होने के दौरान ही लड़के और लड़कियों के शरीर में सेक्स हार्मोन का उत्पादन शुरू होता है। कुछ बच्चों में यौवन की शुरूआत जल्दी, तो कुछ बच्चों में देरी से हो सकती है। अगर उनके यौवन में देरी का कारण हार्मोन अंसतुलन है, तो उनमें हाइपोगोनाडिज्म (Hypogonadism) नामक स्वास्थ्य स्थिति की समस्या हो सकती है, हाइपोगोनाडिज्म के लक्षणों में शामिल हैं:
लड़कों में हाइपोगोनाडिज्म के लक्षण
- मांसपेशियों का विकास नहीं होना
- आवाज में भारीपन नहीं आना, जिसके कारण लड़कों के आवाज लड़कियों की तरह ही पलती हो सकती है
- शरीर के बाल कम उगते हैं, जैसे- दाढ़ी न आने की समस्या
- लिंग और अंडकोष का विकास प्रभावित होना
- शरीर के धड़ के मुताबिक हाथों-पैरों का अधिक लंबा होना
- स्तन ऊतक का विकास होना, मेन्स बूब्स (Gynecomastia) की स्थिति
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पुरुषों में होने वाले हॉर्मोनल अंसतुलन प्रॉब्लम का उपचार
पुरुषों में होने वाले हॉर्मोनल प्राॅब्लम के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन इसके उपचार के लिए जरूरी है कि दवाओं के साथ अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। अच्छी लाइफस्टाइल आपको शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जोने कैसी हो आपकी लाइफ स्टाइल।
वेट कंट्राेल होना है जरूरी
इस बारे में सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर एस के शर्मा का कहना है कि अक्सर जब हाॅर्मोन्स में असंतुलन का सबसे बड़ा कारण अधिक कम या अधिक बढ़ा हुआ वजन पाया गया है। सबसे ज्यादा ओवर वेट हॉर्मोनल प्रॉब्लम का कारण होता है। जिसकी वजह से कई शरीर में डायबिटी और थायराइड होने का रिस्क बढ़ जाता है। थॉयरायड भी एक हॉर्मोन है, जो बिगड़ती लाइफस्टाइल का कारण होता है। अपने लाइफस्टाइल में खानपान और डायट की तरह अच्छे से ध्यान दें। सही लाइफस्टाइल का अर्थ सही समय में खानपान से भी है।
टेस्टोस्टेरोन थेरिपी (Testosterone Therapy)
टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाने के लिए पुरुषों को टेस्टोस्टेरोन की ओरल खुराक दी जा सकती है। इसके सेवन की सलाह डॉक्टर उन किशोरों को दे सकते हैं, जिनके यौवनावस्था आने में देरी हो रही हो। ये दवाएं उनमें यौवनावस्था की प्रक्रिया को उत्तेजित करने में मदद कर सकती है। ओरल खुराक के साथ इसके इंजेक्शन, पैच और जेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।