भूख की कमी और भूख में बदलाव उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन यह सुनिश्चित करना अभी भी महत्वपूर्ण है कि वरिष्ठ नागरिकों को पर्याप्त पोषक तत्व मिल रहे है या नहीं। हालांकि, बुजुर्गों में भूख की कमी होना एक समस्या का संकेत नहीं है, लेकिन कुछ चेतावनी के संकेत हैं जिन्हें आप नजरअंदाज नहीं कर सकते है। साथ ही कुछ आसान चीजें जो आप अपने बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके जान सकते हैं और उन्हें सही पोषण पाने में मदद कर सकते हैं।
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके समझने के लिए इन्हें भी समझें
उम्र के साथ हमारे भूख का बदलना सामान्य है, कई अलग-अलग कारक भी बुजुर्गों में भूख के कम होने का कारण बन सकते हैं, इसलिए बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके जानने से पहले भूख में कमी होने के कारण भी पहचानें, जिनमें शामिल हैंः
- खाना पकाने के लिए ऊर्जा की कमी
- बदलता मौसम, अवसाद या अकेलेपन के कारण भोजन में रुचि का अभाव
- स्वास्थ्य की स्थिति के कारण भूख में कमी
- दवा के साइड इफेक्ट
- भूख और प्यास की हानि उम्र बढ़ने का एक सामान्य हिस्सा है और हमेशा इसका मतलब यह नहीं है कि आपको कोई शारीरिक समस्या है। हालांकि, कम पोषक तत्वों के कारण होनेवाली शारीरिक हानि को कम करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है।
यह किसी भी अंदरूनी स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए यदि आपके प्रियजन अच्छी तरह से नहीं खा रहे हैं, तो पहला कदम हमेशा एक चिकित्सक से परामर्श करना है।
और पढ़ें: बुजुर्गों के लिए टेक्नोलॉजी गैजेट्स में शामिल करें इन्हें, लाइफ होगी आसान
कब चिंतित होना चाहिए?
उम्र बढ़ने की प्रक्रिया अपने साथ कई अवधारणात्मक, शारीरिक और अन्य बदलाव लाती है जिससे बुजुर्गों में भूख कम हो सकती है, जिनमें शामिल हैं:
- एक कम चयापचय दर और कम शारीरिक गतिविधि का मतलब है कि वरिष्ठ नागरिकों को कम कैलोरी की आवश्यकता होती है।
- गंध और स्वाद की भावना में परिवर्तन के कारण खाना खाने को प्रभावित कर सकता है।
- मेडिकल कंडीशन या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परिवर्तन, जो उम्र के साथ-साथ चलते हैं, भूख को प्रभावित कर सकते हैं।
हालांकि, यदि आपके माता-पिता या वरिष्ठजन उनके बदलते स्वाद के कारण शरीर को हानि पहुंचाने वाला भोजन पसंद कर रहे हैं, या यदि वे खाने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो यह चिंता का कारण है। सीनियर्स को अपनी उम्र की जरूरतों के अनुसार सही पोषण लेना चाहिए क्योंकि विटामिन या पोषक तत्वों की कमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने की संभावना होती है।
भूख में परिवर्तन भी कुछ गंभीर बीमारियों के साथ होता है, जिनमें शामिल हैं:
- अल्जाइमर रोग या पार्किंसंस रोग
- गर्दन का कैंसर
- मुंह और गले में संक्रमण या पीरियडोंटल बीमारी
- लार ग्रंथि की शिथिलता
- थायराइड विकार
- डिहाईड्रेशन की समस्या
यदि आप अपने बुजुर्ग प्रियजनों में भूख की कमी के बारे में चिंतित हैं, तो कुछ व्यावहारिक चीजें हैं करके उनकी मदद कर सकते हैं:
और पढ़ेंः बुजुर्गों के स्वास्थ्य के बारे में बताता है सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट
1. दवा के दुष्प्रभावों से अवगत रहें
यदि समस्या शुष्क मुंह की है, तो शुगर फ्री गम चबाने या अक्सर ब्रश करने या भोजन से पहले मौखिक कुल्ला करने से स्वाद में सुधार हो सकता है। एक आम शिकायत यह है कि कुछ दवाइयां खाद्य पदार्थों का स्वाद धातुयुक्त बनाती हैं – इसलिए डेयरी या बीन्स जैसे प्रोटीन के अन्य स्रोतों आहार में खाने की कोशिश करें। अगर आपको पानी का स्वाद सही नहीं लग रहा है तो जड़ी-बूटियों, या कटा हुआ फल या नींबू या ककड़ी जैसे सब्जियों का मिश्रण करके पिएं।
2. भूख बढ़ाने पर विचार करें
कुछ वरिष्ठों को भूख बढ़ाने के लिए आहार पोषण विशेषज्ञ की सलाह लेनी जरूरी है। इससे पाचनतंत्र ठीक होने में मदद मिलती है। पौष्टिक भोजन बनाने की कोशिश करें जो विटामिन और खनिजों से भरा हो।
3. सामाजिक भोजन
किसी भी उम्र के लोगों के लिए, बस अकेले खाने की संभावना भूख को कम कर सकती है। वरिष्ठों के लिए, सामाजिक संपर्क का कम होना इससे भी भूक कम सकती है। वरिष्ठ केंद्रों, मंदिरों या सामुदायिक केंद्रों में भोजन में सहभाग लें। यहां तक कि भोजन वितरण सेवाएं भी इससे मददगार साबित कर सकती हैं।
4. पोषक तत्व घनत्व बढ़ाएं
वरिष्ठ नागरिकों को कम भूख कि आदत न होने दें, जिनसे वे शरीर में कमजोरी महसूस कर सकते हैं। बल्कि, उन खाद्य पदार्थों के पोषक तत्वों के घनत्व (Density) में वृद्धि करें जिसका वे सेवन करते हैं। आप अक्सर एवोकैडो, जैतून का तेल या थोड़ा मूंगफली का मक्खन के रूप में स्वस्थ अतिरिक्त कैलोरी जोड़ सकते हैं। इसलिए बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके में शामिल करें पौष्टिक तत्व।
5. एक नियमित खाने का समय निर्धारित करें
हमारी भूख और प्यास के संकेत हमें मिलते हैं, ऐसे ही आप अगर एक नियमावली बनाकर खाने को दिन भर थोड़ी थोड़ी मात्रा में सेवन करें। इसलिए जब कभी हम अपने सामान्य पैटर्न से भटकते हैं, तो हमारी भूख बढ़ जाती है। एक सामान्य भोजन के दौरान एक छोटे से पेय या स्नैक जोड़ना चाहिए। इससे शरीर की भूख के संकेतों को फिर से प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। इसलिए बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके में नियमित समय जरूर शामिल करें।
साई संदीप हॉस्पिटल की पोषण विशेषज्ञ चारुशीला देशमुख कहती हैं, “बुजुर्गों में भूख कम होने के कई कारण हैं,जो बिल्कुल सामान्य हैं। उदाहरण के लिए, हार्मोन के कम स्तर के कारण आराम करने वाली चयापचय दर घट जाती है, और बुजुर्ग अक्सर अपने बाद के वर्षों में कम सक्रिय होते हैं। इसके अलावा, इंद्रियों में बदलाव के कारण भोजन का स्वाद अलग हो जाता है, दवा के दुष्प्रभाव, डेन्चर की समस्या या अकेलेपन के कारण भूख की कमी हो सकती है।
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके अपनाने के साथ ही आप कुछ घरेलू तरीकों को भी आजमा सकते हैं।
और पढे़ंः बुढ़ापे में डिप्रेशन क्यों होता हैं, जानिए इसके कारण
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके के लिए घरेलू उपाय क्या हैं?
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके निम्नलिखित हैं। जैसे:
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके में शामिल है ‘अजवाइन’
अजवाइन बेहतर पाचन क्रिया में शरीर की मदद कर सकता है। पाचन या गैस से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आप एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच अजवाइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एंटी-फ्लैटुलेंस के रूप में कार्य करता और पाचन एंजाइमों के स्राव में भी मदद करता है, जो भूख को बढ़ाने का करने में मदद करता है।
बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके में शामिल है ‘अदरक’
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-हाइपरटेंसिव, ग्लूकोज-सेंसिटाइजिंग व स्टिमुलेटरी गुणों की भरपूर मात्रा होती है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर प्रभावी रूप से काम करता है। भूख लगने के तरीके के रूप में आप अदरक का इस प्रकार सेवन कर सकते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
अगर बुजुर्गों में भूख बढ़ाने के तरीके या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
[embed-health-tool-bmi]