कैंसर के ज्यादातर मरीजों में सर्जरी के बाद अपने शरीर की छवि को लेकर नकारात्मक भावना होती है, जिसका मरीज के ठीक होने और उसके पुनर्वास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कैंसर रोगियों के लिए डांस थेरिपी (डीएमटी/डीएमपी) उनके आत्मसम्मान को बढ़ा सकती है, अभिव्यक्ति में सुधार करती है और कैंसर के मरीजों को हंसा कर उनमें बेहतर होने की भावना को भरती है और स्वतः ही मानसिक तनाव को घटाती है तथा संबंधित शारीरिक दर्द को कम करती है। अध्ययन में मैस्टेक्टोमी सर्जरी कराने वाली महिलाओं में एक सप्ताह में दो से तीन बार डीएमटी/डीएमपी के डेढ़ घंटे के सत्र के बाद ये फायदे देखे गए हैं।
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कैंसर रोगियों के लिए डांस थेरिपी- ग्रुप डीएमटी/डीएमपी क्या है?
इसके अलावा समूह में दी जाने वाली डांस थेरिपी अलगाव की भावना को दूर कर सकती है तथा आत्मविश्वास को मजबूत कर सकती है। डीएमटी/डीएमपी संवाद संबंधी कौशल को बेहतर बनाने में मदद करता है तथा कैंसर रोगियों को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अन्य कैंसर रोगियों और अपने स्वयं के देखभालकर्ताओं और परिवारजनों के साथ जीवंत संबंध बनाए रखने के लिए प्रेरित करती है। ये मरीज अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना तथा उन्हें अभिव्यक्त करना शुरु करते हैं और रिश्ते कायम करने के कौशल की मदद से इनका सामना करना सीखते हैं। इन समूहों में एक ही तरह के कैंसर के मरीज होते हैं या अलग-अलग तरह के मरीज मिले-जुले होते हैं।
डीएमटी/डीएमपी के हीलिंग चरण
डांस के लय एवं हाव-भाव का शरीर एवं मन से घनिष्ठ संबंध होता है। यह संबंध विभिन्न नृत्य चरणों या गतियों का उपयोग करके स्थापित किया जाता है, जिसमें मुख्य रूप से चार चरण शामिल होते हैं, जैसे कि नियोजन, परिपक्वता, जागरुकता और मूल्यांकन। आइए, इन चरणों के बारे में जानते हैं।
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