मां बनने के बाद महिलाओं को योनि की टाइटनेस में फर्क महसूस हो सकता है। डिलीवरी के बाद उन्हें हर वक्त यह डर भी सताता है कि योनि में हुए बदलाव से उनकी सेक्स लाइफ प्रभावित हो सकती है।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
मां बनने के बाद महिलाओं को योनि की टाइटनेस में फर्क महसूस हो सकता है। डिलीवरी के बाद उन्हें हर वक्त यह डर भी सताता है कि योनि में हुए बदलाव से उनकी सेक्स लाइफ प्रभावित हो सकती है।
उन्हें इस बात का डर रहता है कि कहीं योनि की टाइटनेस कम होने की वजह से उनका साथी सेक्स में रुचि न खोने लगे। हालांकि, कुछ हद तक इन बातों पर पुरुष भी इतना ही यकीन करते हैं। इसलिए, इस आर्टिकल में हम आपको योनि टाइटनिंग के उपाय बताएंगे।
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इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि हर बार बच्चे के जन्म के बाद योनि की टाइटनेस प्रभावित होती है। बच्चे के जन्म से महिलाओं की योनि पहले से बड़ी और ढीली हो सकती है, जिसे सामान्य अवस्था में आने में काफी समय भी लग सकता है या इसमें हमेशा के लिए ढीलापन रह सकता है।
कुछ उपायों की मदद से महिलाएं पहले जैसे ही योनि टाइटनिंग वापस पा सकती हैं लेकिन, उससे पहले यह जान लें कि योनि के ढीले होने के कारण क्या हैं।
जब योनि की वॉल प्राकृतिक या अप्राकृतिक रूप से खिंच जाए तो योनि में ढीलापन आ सकता है। इसकी प्रमुख वजह शिशु को जन्म देना हो सकता है क्योंकि, बच्चे को जन्म देने के बाद योनि की मसल्स में फैलाव आ जाता है। इसके अलावा, सही तरीके से योनि की देखभाल न करने, सेक्स करने, ओरल सेक्स, मोटापे , लगातार भारी चीजें उठाने, पेल्विक डिजीज, मेनोपॉज के कारण से भी योनि की टाइटनेस खो सकती है।
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योनि टाइटनिंग के लिए घरेलू उपायों के साथ-साथ योग, एक्सरसाइज और सर्जरी की भी मदद ली जा सकती है।
एलोवेरा जेल, योनि टाइटनिंग के लिए एक बढ़िया, सस्ता और सुरक्षित विकल्प हो सकता है। एलोवेरा जेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा में कसावट लाते हैं।
साफ उंगली से एलोवेरा जेल को योनि के चारों तरफ लगाएं। दिन में पांच से छह बार ऐसा करें।
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आंवले में विटामिन-ए और विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। साथ ही, यह बैक्टीरिया और कैंसर से भी बचाव करने में मददगार होता है।
पानी में आंवला उबालें। ठंड़ा होने पर उसे मैश करें और उसका जूस छान लें। अब इसके जूस को योनि के चारों तरफ लगाएं। दिन में चार से पांच बार ऐसा करें।
करकुमा कोमोसा, एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल खासतौर पर योनि टाइटनिंग के लिए किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से योनि को टाइट करने वाले ऊतक काम करने लगते हैं और इससे योनि के दोबारा ढीला होने का खतरा भी कम होता है।
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इसका पेस्ट बनाएं और फिर योनि के चारों तरफ उसे लगाएं।
योनि में कसाव लाने यानी योनि टाइटनिंग के लिए पेल्विक मसल्स को टाइट करना जरूरी होता है, जिसमें योग का भी सहारा लिया जा सकता है। जो महिलाएं योनि को टाइट करना चाहती हैं, वो रोज पवन मुक्तासन और सेतुबंध आसन कर सकती हैं।
कीगल एक्सरसाइज योनि टाइटनिंग के लिए सबसे अधिक कारगर मानी जाती है। यह योनि को टाइट करने वाली मांसपेशियों पर काम करती है। साथ ही, यह पेशाब के बहाव को कम करने वाली मांसपेशियों में कसाव लाती है। इसके अलावा, योनि शंकु (Vaginal Cones) और लेग्स अप (Leg Ups) जैसी एक्सरसाइज भी योनि टाइटनिंग में मददगार हो सकती हैं।
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आमतौर पर एक महिला की योनि 3 से 4 इंच लंबी होती है। हालांकि, सेक्स के दौरान जब महिला उत्तेजित होती है तो उसकी योनि प्राकृतिक रूप से खुलने लगती है और आरामदायक संभोग के लिए पर्याप्त चिकनाई युक्त पदार्थ बनाती है। इस दौरान योनि अपने-आप ही चौड़ाई और लंबाई में फैल जाती है।
हालांकि, जब महिला शारीरिक संबंध बनाने के दौरान अधिक दर्द या असहजता महसूस करती है, तो योनि वापस से पहले जैसी हो जाती है। इसके अलावा एक बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की योनि का आकार बड़ा हो जाता है और उसकी त्वचा भी ढ़ीली हो जाती है। इसके अलावा निम्न स्थितियों में भी महिला योनि आकार में बड़ी हो सकती है :
ऊपर बताए गए कारणों के अलावा अगर किसी अन्य कारण से महिला की योनि के आकार में परिवर्तन होता है, तो उसका उपचार किया जा सकता है और फिर से योनि टाइट हो सकती है।
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मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) से गुजरने वाली अधिकतर महिलाओं को योनि में ढीलेपन की शिकायत हो सकती है। उनका मानना होता है कि योनि के ऊतक पतले होने की वजह से योनि की त्वचा ढीली हो गई है। लेकिन, सच्चाई इसके विपरीत है। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में हार्मोन्स बदलते हैं जिससे योनि के ऊतक कुछ हद तक पतले हो जाते हैं। हालांकि, इससे योनि की त्वचा ढीली नहीं होती है।
इसके अलावा एक बात का ध्यान रखें कि योनि का आकार प्राकृतिक रूप से सिर्फ दो कारणों की वजह से ही ज्यादा बढ़ता है, पहला बच्चे को जन्म देना और दूसरा बढ़ती उम्र। जैसा कि ऊपर बता चुके हैं कि बच्चे के जन्म के बाद महिला की योनि का आकार प्राकृतिक रूप से बढ़ जाता है और उसकी त्वचा के ऊतक भी ढीले हो जाते हैं।
इसी तरह बढ़ती उम्र के निशान जिस तरह चेहरे की त्वचा और हड्डियों के स्वास्थ्य पर पड़ते हैं, ठीक उसी तरह यह योनि के ऊतकों को भी प्रभावित करते हैं।
योनि में कसाव अगर बनाए रखना है, तो महिलाएं योनि की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। योनि को हमेशा सूखा रखें। संभोग के दौरान पैरों को कम फैलाएं।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से भी बात करें। याद रखें कि वजायना का हमेशा लूज रहना एक मिथ है और कुछ नही। उम्र और डिलीवरी के कारण भले ही वजायना फैल जाती है लेकिन, ये हमेशा के लिए ऐसी नहीं रहती। कुछ समय बाद ये अपनी शेप में वापस आ जाती है।
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