डायबिटीज और ब्लाइंडनेस (Diabetes and blindness) : इसका इलाज कैसे किया जाता है?
बेस्ट ट्रीटमेंट डायबिटीज और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना है। बीमारी की गंभीरता के आधार पर डॉक्टर लेजर सर्जरी (Laser surgery) कर सकते हैं। जिसमें लीकी ब्लड वेसल्स को सील करने के साथ ही दूसरे ब्लड वेसल्स से होने वाले लीकेज को रोका जा सकता है। वे इंफ्लामेशन और नई ब्लड वेसल्स को फॉर्म होने से रोकने के लिए आंख में दवा इंजेक्ट कर सकते हैं। जिन लोगों की स्थिति गंभीर होती है उनमें सर्जिकल प्रॉसीजर की मदद से आय के पीछे मौजूद फ्लूड को रिमूव और रिप्लेस किया जाता है।
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डायबिटिक ब्लाइंडनेस (Diabetic blindness) और ब्लड शुगर लेवल
जैसा कि आप जान ही चुके हैं कि ब्लड शुगर को कंट्रोल करके डायबिटीज और ब्लाइंडनेस के कनेक्शन को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही किडनी डिजीज और हार्ट डिजीज के खतरे को कम किया जा सकता है, जो कि डायबिटीज के ही कॉम्प्लिकेशन्स हैं। इसके लिए ब्लड शुगर को मॉनिटर करना बेहद जरूरी है।
अपने ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को चेक करते रहें
इसके लिए ग्लूकोमीटर (Glucometer) का उपयोग करें। ग्लूकोमीटर के जरिए आप अपने ब्लड शुगर लेवल को बेहद आसानी से मॉनिटर कर सकते हैं। इसमें ज्यादातर ब्लड की ड्रॉप से शुगर लेवल का पता किया जाता है। आपका ब्लड शुगर लेवल डायबिटीज के टाइप और डायबिटीज के लिए दी जा रही दवाओं पर निर्भर करता है। आपको दिन में इतनी बार ब्लड शुगर लेवल चेक करना चाहिए :
- सुबह उठने के बाद जब आपने कुछ भी खाया या पिया ना हो।
- खाना खाने के पहले
- खाना खाने के दो घंटे बाद
- सोने से पहले