डायबिटीज में एल्कोहॉल का सेवन बीमीरी के खतरे को बढ़ाने का काम करता है। डायबिटीज उस डिजीज को कहा जाता है, जिसमें रोगी का ब्लड ग्लूकोज यानी ब्लड शुगर बहुत हाय हो जाता है। खून में ब्लड शुगर यानि ब्लड ग्लूकोज लेवल का बहुत अधिक बढ़ जाना गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है जिसमें हार्ट डिजीज (Heart Disease) और स्ट्रोक (Stroke), किडनी डिजीज (Kidney disease), नर्व डैमेज (Nerve damage), फुट प्रॉब्लम्स (Foot problems) आदि शामिल है। इन कंडिशंस में जहां आपको कई खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, वहीं कुछ चीजों को पूरी तरह से नजरअंदाज करना जरूरी है। आज हम बात करने वाले हैं डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के सेवन के बारे में। जानिए, डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) का सेवन सुरक्षित है या नहीं। इसके साथ ही यह जानना भी जरूरी है कि मधुमेह की स्थिति में कितनी मात्रा में एल्कोहॉल को लिया जा सकता है?
डायबिटीज और एल्कोहॉल के बीच में क्या है लिंक? (Link between Diabetes and Alcohol)
अगर आपको डायबिटीज है, तो अल्कोहल का सेवन करने से आपके ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव आना स्वभाविक हैं। इसके साथ ही एल्कोहॉल में बहुत सी कैलोरीज भी होती हैं। इसलिए, मधुमेह की स्थिति में कभी कभी ड्रिंक करना और तब ड्रिंक करना जब आपकी ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल में हो, ही बेहतर है। डायबिटीज के रोगी को डॉक्टर से बात कर के पहले ही जान लेना चाहिए कि एल्कोहॉल का सेवन करना उसके लिए सुरक्षित है या नहीं। असल में डायबिटीज से पीड़ित लोगों को एल्कोहॉल का सेवन न करने या कभी-कभी करने की सलाह दी जाती है।
कई मामलों में डॉक्टर डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) को न लेने की सलाह भी देते हैं। ऐसा उन स्थितियों में कहा जाता है अगर रोगी को कुछ अन्य समस्याएं भी हों या ऐसा तब भी हो सकता है अगर डॉक्टर आपकी कैलोरीज और कार्ब्स को लेकर चिंतित हों। अब जानिए क्या एल्कोहॉलिज्म डायबिटीज का कारण बन सकता है?
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क्या एल्कोहॉलिज्म डायबिटीज का कारण बन सकता है?
अधिक मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करने से पैंक्रियाज में क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन (Chronic inflammation) की समस्या बढ़ सकती है, जिसे पैंक्रियाटायटिस (Pancreatitis) कहा जाता है। यह कंडिशन इर्रिवर्सिबल डैमेज का कारण बन सकती है। जिसमें β-सेल्स (β-cells) का डिस्ट्रक्शन भी शामिल है। β-सेल्स (β-cells) पैंक्रियाज में वो खास सेल्स होते हैं, जो इंसुलिन के प्रोडक्शन, स्टोरेज और रिलीज़ का कारण बनते हैं। यही नहीं, पैंक्रियाटायटिस (Pancreatitis) के कारण पैंक्रियाज की इंसुलिन को स्त्रावित करने की क्षमता पर भी असर होता है। जिससे टाइप -2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) की समस्या हो सकती है।
यानी, एल्कोहॉलिज्म डायबिटीज की एक वजह हो सकता है। इसलिए, अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने डॉक्टर से अन्य चीजों के साथ-साथ एल्कोहॉल के सेवन के बारे में बात करना भी जरूरी है। अब जानते हैं कि डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) से जुड़े अन्य तथ्यों के बारे में।
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क्या डायबिटीज में एल्कोहॉल (Alcohol in Diabetes) का सेवन करना सही है?
डायबिटीज से पीड़ित अधिकतर लोग इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि वो एल्कोहॉल का सेवन कर सकते हैं या नहीं। इसका सबसे सामान्य उत्तर है, हां। अगर आपको डायबिटीज है, तो भी आप एल्कोहॉल का सेवन कर सकते हैं। लेकिन, ध्यान रहें इसका सेवन तभी करें, अगर आपका ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल में हो। इसके साथ ही इसकी अधिक मात्रा से भी बचें।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (American Diabetes Association) के अनुसार अगर किसी महिला को डायबिटीज की समस्या है तो उन्हें एक दिन में वन सर्विंग से अधिक एल्कोहॉल नहीं लेनी चाहिए और डायबेटिक पुरुषों को दो सर्विंग से अधिक मात्रा में शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। यही नहीं, एल्कोहॉल लेने से पहले आप खुद इन तीन चीजों का ध्यान अवश्य रखें कि:
- इस दौरान आपकी डायबिटीज कंट्रोल में होनी चाहिए।
- आपके डॉक्टर ने आपको शराब का सेवन करने से मना न किया हो।
- आपको यह भी पता होना चाहिए कि डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के सेवन से आपकेब्लड शुगर पर असर हो सकता है।
यह तो थी मधुमेह में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के बारे में जानकारी। अब जानें डायबिटीज और हायपोग्लाइसीमिया के बारे में।
एल्कोहॉल और हायपोग्लाइसीमिया (Alcohol and Hypoglycemia)
इस बात का ध्यान रखें कि शराब हायपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) का कारण भी बन सकती है। हायपोग्लाइसीमिया यानी ब्लड ग्लूकोज या ब्लड शुगर (blood sugar) का लो हो जाना। अगर आप मधुमेह में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) का सेवन करने वाले हैं, तो ड्रिंक करने से पहले, ड्रिंक एक दौरान और ड्रिंक करने के बाद भी अपने ब्लड ग्लूकोज लेवल की जांच करें। हायपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) के लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं:
- स्लिपीनेस (Sleepiness)
- चक्कर आना (Dizziness)
- भटकाव (Disorientation)
लेकिन, शराब पीने के बाद होने वाले नशे को हायपोग्लाइसीमिया के लक्षण न समझें। क्योंकि, हायपोग्लाइसीमिया की स्थिति में आपको सही असिस्टेंस और ट्रीटमेंट की जरूरत होगी। हायपोग्लाइसीमिया एक गंभीर और जानलेवा स्थिति भी साबित हो सकती है। डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) का सेवन करने से पहले इस बात का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। जानिए डायबिटीज पर एल्कोहॉल के क्या प्रभाव हो सकते हैं?
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डायबिटीज में एल्कोहॉल का असर (Effect of alcohol on diabetes)
डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) को लेकर यह जानना बेहद जरूरी है कि अगर आप डायबिटिक हैं, तो आपको एल्कोहॉल का सेवन करते हुए खास ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि, एल्कोहॉल डायबिटीज के कारण होने वाली कुछ कॉम्प्लीकेशन्स को बदतर बना सकता है। जानिए मधुमेह में एल्कोहॉल के प्रभाव के बारे में:
- मॉडरेट मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करने से भी ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) बढ़ सकता है और बहुत अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कम हो सकता है। यह ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा कम हो सकता है, खासतौर पर टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 diabetes) से पीड़ित लोगों में।
- बियर (Beer) और स्वीट वाइन (Sweet wine) में कार्बोहायड्रेट्स होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) को बढ़ा सकते हैं।
- एल्कोहॉल का असर आपकी भूख पर भी पड़ता है। जिसके कारण आप ओवरईट (Overeat) कर सकते हैं। जिसका प्रभाव भी आपके ब्लड शुगर कंट्रोल पर पड़ सकता है।
- डायबिटीज में एल्कोहॉल का सेवन नहीं करना चाहिए। एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स में बहुत अधिक कैलोरीज होते हैं, जिसके कारण प्रभावित व्यक्ति को वजन कम करने में समस्या हो सकती है। मोटापा और अधिक वजन डायबिटीज का मुख्य रिस्क फैक्टर है।
- शराब का प्रभाव आपकी जजमेंट (Judgement) और विलपॉवर (Willpower) पर भी हो सकता है। जिससे आप अपने लिए सही आहार निर्धारित नहीं कर पाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) के बढ़ने का एक कारण बन सकता है।
- शराब ओरल डायबिटीज मेडिसिन्स (Oral Diabetes Medicines) और इंसुलिन के पॉजिटिव इफेक्ट्स के साथ इंटरफेयर कर सकती है।
- एल्कोहॉल के कारण ट्राइग्लिसराइड्स लेवल (Triglyceride levels)और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बढ़ सकता है।
शराब के सेवन से जी मिचलाना, हार्ट रेट का बढ़ाना और बोलने में परेशानी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके अलावा भी एल्कोहॉल के सेवन से कई अन्य परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए आपको मधुमेह की समस्या हो या नहीं, किसी भी कंडिशंस में शराब का सेवन मात्रा में करना ही सही रहता है। अब जानिए, मधुमेह में एल्कोहॉल के सेवन के दौरान क्या करना चाहिए और किन बातों को नजरअंदाज करना चाहिए ?
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डायबिटीज में एल्कोहॉल का सेवन करते वक्त क्या करें और क्या न करें?
डायबिटिक व्यक्ति द्वारा इस स्थिति में ली जाने वाली दवाईयों के साथ एल्कोहॉल इंटरैक्ट कर सकती है। अगर आप कभी-कभी एल्कोहॉल का प्रयोग करते हैं, तो भी उन दवाईयों के बारे में डॉक्टर से पहले ही बात कर लें, जिनका सेवन आप कर रहे हैं। इसके साथ ही इस दौरान कई अन्य चीजों का ध्यान रखना भी जरूरी है। डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के प्रयोग के दौरान इन चीजों का खास ध्यान रखें:
- एल्कोहॉल को हमेशा फूड के साथ लें।
- एल्कोहॉल को हमेशा धीरे-धीरे पीएं।
- शुगरी मिक्स्ड ड्रिंक्स (Sugary mixed drinks), स्वीट वाइन आदि का सेवन करने से बचें।
- लिकर का सेवन पानी, क्लब सोडा या डायट सॉफ्ट ड्रिंक्स (Diet soft drinks) के साथ करें।
- खाली पेट कभी भी शराब को न पीएं।
- हमेशा एक मेडिकल अलर्ट पीस ज्वेलरी (Medical alert piece jewelry) को पहनें, ताकि अन्य लोगों को पता चले कि आप डायबेटिक हैं।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आपके लिए हेल्दी हैबिट्स को अपनाना जरूरी है। इसके लिए सही आहार का सेवन करें, नियमित व्यायम करें, अपने वजन को संतुलित रखें और तनाव से बचें। इसके साथ नियमित ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) की जांच, सही दवाईयों का सेवन करना और डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करना भी आवश्यक है। डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के बारे में कोई भी संदेह होने पर भी डॉक्टर से अवश्य पूछें।
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यह तो थी डायबिटीज में एल्कोहॉल (Diabetes and Alcohol) के बारे में जानकारी। शराब पीना हर किसी के लिए एक व्यक्तिगत निर्णय है। अगर आप डायबेटिक हैं, तो इस कंडिशन में आप सुरक्षित रूप से एल्कोहॉल का सेवन कैसे कर सकते हैं, इसका कोई रूल नहीं है। अपनी ड्रिंकिंग हैबिट्स के बारे में डॉक्टर से बात करें। वो आपको कुछ टिप्स और ट्रिक्स के बारे में बता सकते हैं ताकि आपकी ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar level) पर असर न हो। अपने डॉक्टर से आप यह भी जान सकते हैं कि कितनी मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन आपके लिए सुरक्षित है। ध्यान रहें कि डायबिटीज या किसी भी अन्य मेडिकल कंडिशन में सीमित मात्रा में एल्कोहॉल का सेवन करना ही हेल्दी रहने का बेहतरीन तरीका है।
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