डायबिटीज को एक साइलेंट एपिडेमिक (Silent epidemic) माना जाता है, जो बेहद गंभीर है। हर साल कई लोगों में इस समस्या का निदान होता है और कई लोग इसकी वजह से अपनी जान तक गंवा देते हैं। यही नहीं, यह रोग किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। बच्चों में भी टाइप 1 डायबिटीज सामान्य होती जा रही है। हालांकि, डायबिटीज से पीड़ित लोग कुछ बातों का ध्यान रख कर एक सामान्य जीवन जी सकते हैं। आज हम आपको जानकारी देने वाले हैं पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) के बारे में। पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) से पहले पुरुषों में डायबिटीज व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में जान लेते हैं।
पुरुषों में डायबिटीज के बारे में जानें (Diabetes in men)
डायबिटीज उस बीमारी को कहा जाता है जिसमें हमारा शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है या सही से इसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है। अगर किसी व्यक्ति का डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक बढ़ जाता है तो यह कई कॉम्प्लीकेशन्स का कारण बन सकता है। यह जोखिम अक्सर गंभीर होते हैं। डायबिटीज की वजह से आंखों, किडनी, हार्ट, स्किन और अन्य कई अंगों को नुकसान हो सकता है। यही नहीं, इसकी वजह से पुरुषों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Erectile dysfunction) और अन्य यूरोलॉजिकल समस्याओं (Urological problems) का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि,अपनी सेहत का ध्यान रख कर इन जोखिमों से बचा जा सकता है।
इसके लिए हेल्दी जीवनशैली को अपनाना, डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह पालन करना और सही उपचार आदि जरूरी है। पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) से पहले ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में भी जान लेते हैं।
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ग्लाइसेमिक स्टेटस किसे कहा जाता है? (Glycemic Status)
ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) का अर्थ है किसी व्यक्ति में ब्लड ग्लूकोज लेवल को हायपरग्लाइसीमिया और हायपोग्लाइसेमिया के रूप में मापा जाना। हायपरग्लाइसीमिया का अर्थ है शरीर में ब्लड शुगर लेवल का सामान्य से अधिक होना और हायपोग्लाइसेमिया यानी शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल का सामान्य से कम होना। ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) को नोन डायबिटीज (Known diabetes) भी कहा जाता है। पुअर ग्लाइसेमिक कंट्रोल सबसे अधिक डायबिटीज-रिलेटेड कम्प्लीकेशन और मृत्यु का कारण बन सकता है। ऐसा माना जाता है कि ऐसे रोगियों की संख्या भी बहुत अधिक है, जो ब्लड शुगर लेवल अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं करते हैं। जिससे वो कई गंभीर समस्याओं का शिकार हो जाते हैं।
ग्लाइसेमिक कंट्रोल (Glycemic control) को एक डेलिकेट बैलेंसिंग एक्ट (Delicate balancing act) भी माना जाता है। अब पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में जान लेते हैं।
पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क व ग्लाइसेमिक स्टेटस : क्या कहती है रिसर्च?
कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस (Cardiovascular Fitness) को कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness) भी कहा जाता है। इससे हमारी हेल्थ और हेल्थ आउटकम्स के लिए हमारी क्षमताओं के बारे में बहुत कुछ पता चलता है। कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से इस बात के बारे में भी जाना जा सकता है कि लंबे समय तक व्यायाम के दौरान हमारा शरीर किस तरह से ऑक्सीजन लेता है और इसे किस तरह से मसल्स व अंगों तक डिलीवर करता है। आमतौर पर अगर किसी का कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस लेवल (Cardiorespiratory Fitness level) अधिक होता है, तो उसे कई समस्याएं होने की संभावना कम रहती है।
नेशनल सेंटर ऑफ मेडिसिन (National center of medicine) के द्वारा पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में स्टडी की गई। इस स्टडी का उद्देश्य विभिन्न ब्लड ग्लूकोज लेवल में आल-कॉज मोर्टेलिटी (All-cause Mortality) के लिए कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस के रोल को एवल्यूएट करना था। इस स्टडी से यह पता चला कि कम अनुकूल ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के साथ रोगी में मृत्यु का जोखिम अधिक रहता है और कि कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से मोर्टेलिटी की संभावना को कमजोर किया जा सकता है।
पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क के बारे में जानें और अधिक (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men)
यह तो आप जानते ही होंगे कि कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस मॉडरेट से हाय लेवल, टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में लो कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस की तुलना में प्रोटेक्टिव रोल निभाती है। क्योंकि, क्योंकि, लो कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस वाले व्यक्ति में इंसुलिन रेसिस्टेंट होने की संभावना अधिक होती है। यानि, मॉडरेट से हाय कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से रोगी का ग्लाइसेमिक स्टेटस सही रहता है और मोर्टेलिटी रिस्क कम रहता है। पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में आसान शब्दों में इस तरह से समझा जा सकता है।
अगर आपको डायबिटीज है तो एक्टिव रहने यानी कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से आपका शरीर इंसुलिन के प्रति अधिक सेंसिटिव रहता है, जिससे डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिलती है। फिजिकल एक्टिविटी से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। जिससे हार्ट डिजीज (Heart disease), नर्व डैमेज (Nerve damage) और कई अन्य गंभीर समस्याओं से राहत मिलती है। अर्थात, मोर्टेलिटी का जोखिम कम होता है।
यह तो थी पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं उन आसान तरीकों के बारे में जिनसे डायबिटीज के जोखिम भी आप काम कर सकते हैं।
डायबिटीज को कैसे मैनेज करें? (Management of diabetes)
पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) आदि के बारे जानने के साथ ही आपको उन आसान तरीकों के बारे में पता होना चाहिए, जिन्हें अपनाने के बाद आप डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकते हैं। आइए जानें इन आसान तरीकों के बारे में विस्तार से:
- डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए आवश्यक है हेल्दी हैबिट्स को अपनाना। इसके लिए आपको अपने खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए। यानी, ऐसे आहार का सेवन करें जो आपके लिए सही हो। जैसे अपने आहार में अधिक फल, सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करें। इसके साथ ही अधिक चीनी युक्त, प्रोसेस्ड या फैट युक्त आहार का सेवन करने से भी बचें।
- जैसे की पहले ही बताया गया है कि शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से भी डायबिटीज के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसके लिए रोजाना दिन में कुछ समय अवश्य निकालें। डॉक्टर से भी इस बारे में आप पूछ सकते हैं।
- अपने वजन को हमेशा सही रखें। अगर आपका वजन अधिक है तो उसे कम करने पर विचार करें जैसे सही खाएं और व्यायाम करें।
- तनाव से बचें क्योंकि तनाव भी डायबिटीज का एक मुख्य रिस्क फैक्टर है। इसके साथ ही पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। इसके साथ ही अपने डॉक्टर कि सलाह कर भी पूरी तरह से पालन करें।
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उम्मीद है कि पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) व ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। पुरुष कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस से ग्लाइसेमिक स्टेटस (Glycemic Status) सही रहता है और मोर्टेलिटी रिस्क कम होता है। इसके साथ ही आपको अन्य कई चीजों का भी ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपका ब्लड शुगर लेवल सही रहे। पुरुषों में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस और मोर्टेलिटी रिस्क (Cardiorespiratory Fitness and Mortality Risk In Men) के बारे में अगर आपके मन में कोई भी सवाल है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में जानना न भूलें।
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