कार्डियो योग कैसे करें?
योगा में अधिकतर मैडिटेशन और ब्रीदिंग टेक्निक्स पर फोकस किया जाता है। जबकि कार्डियो में इंटेंस मूवमेंट के साथ अधिक पसीना निकालना शामिल है। इसलिए, कार्डियो योगा वर्कआउट में अधिक पेस और लगातार फ्लो में योगासन को करने की जरूरत होती है। ताकि मसल्स की स्ट्रेंथ या कार्डियोवैस्कुलर से सुधार हो सके। हालांकि कार्डियो योगा (Cardio yoga) को पारिभाषित करने के लिए कोई खास टर्म नहीं है। क्योंकि इसमें एक्सपर्ट अपने तरीके से मूवमेंट सीक्वेंसेस को मिक्स और मैच करते हैं। आप बॉडी मूविंग और हार्ट रेट एलिवेट करने के लिए इसमें कई योगा मूवमेंट जैसे उत्तानासन (Uttanasana), समस्थिति (Samasthiti) आदि के साथ तीस सेकंड कार्डियो एक्टिविटीज जैसे जंपिंग जैक्स (Jumping jacks), एयर स्क्वाट्स (Air squats) आदि को शामिल कर सकते हैं।
यह तो थे कार्डियो योगा के फायदे और यह जानकारी कि इन्हें आप कैसे कर सकते हैं? बेसिकली यह ट्रेडिशनल योगा का इंटेंस वर्जन है। जिसे आमतौर पर कार्डियो नहीं माना जाता है। कार्डियो योगा (Cardio yoga) को मॉडरेट पेस से वाकिंग करने से बेहतर माना जाता है लेकिन रनिंग से अधिक बेहतर नहीं माना जाता। अब जानिए कार्डियो योगा (Cardio yoga) के उदाहरण के बारे में।
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कार्डियो योगा के उदाहरण (Cardio yoga)
जैसा की पहले ही बताया गया है कि कार्डियो योगा (Cardio yoga) की कोई परिभाषा नहीं है। इसमें एक्सपर्ट या इंस्ट्रक्टर्स अपने पसंदीदा मूवमेंट्स और मूवमेंट सीक्वेंसेस को मिक्स कर सकते हैं। हालांकि, योगा करना आमतौर पर सुरक्षित होता है और इसे करते हुए कुछ चीजों का खास ध्यान रखना पड़ता है। कुछ मॉडरेट इंटेंसिटी कार्डियो योगा वर्कआउट्स आपके सभी मेजर मसल ग्रुप्स जैसे बाजू, छाती, पीठ और टांगों के लिए लाभदायक है। जानिए इसके उदाहरणों के बारे में:
सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar)
सूर्य नमस्कार को योगासनों में से सबसे श्रेष्ट माना जाता है। क्योंकि, इससे पूरे शरीर का सही से व्यायाम हो जाता है। यह योगासन न केवल शरीर बल्कि दिमाग के लिए भी बेहद लाभदायक है। कार्डियों योगा (Cardio yoga) में इसे शामिल किया जाता है क्योंकि इसमें बेहद इंटेंसिटी की जरूरत होती है। इसके बारह चरण होते हैं जिन्हें इस क्रम में किया जाता है:
समस्थिति (Samasthiti)
इस योगासन को शुरू करने के लिए पहले चरण को समस्थिति कहा जाता है। इसे करने के लिए सबसे पहले किसी साफ जगह पर योगा मैट बिछा लें और उस पर सीधे इस तरह से खड़े हो जाएं कि आपके पैर एक दूसरे से जुड़े हों और आपका वजन दोनों पैरों पर हों। इसमें आपके कंधे सीधे होने चाहिए और अपने दोनों हाथों को नमस्कार की स्थिति में जुड़े हुए होने चाहिए।
हस्ता उत्तानासन (Hasta Uttanasana)
इसके दूसरे चरण को हस्ता उत्तानासन (Hasta Uttanasana) का नाम दिया गया है। कार्डियो योगा (Cardio yoga) में इस वर्कआउट को करने के लिए एक गहरी सांस लें और अपनी बाजुओं को नमस्कार की स्थिति में ही सिर के ऊपर से ले जाते हुए पीछे की तरफ ले जाएं। इस दौरान आपका सिर भी पीछे की तरफ होना चाहिए और आपको अपने हाथों की तरफ देखना है।