इस भागदौड़ की जिंदगी में जिम जा कर अपने आपको फिट रख पाना बहुत कम लोग ही कर पाते हैं। अगर आप भी वक्त की कमी की वजह से जिम नहीं जा पा रहें हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आधे घंटे दौड़ने और दस मिनट रस्सी कूदने का फायदा एक जैसा ही होता है। घर पर जिस तरह से बिना जिम के साधनों से एक्सरसाइज कर सकते हैं, ठीक वैसे ही रस्सी कूदने के फायदे भी मिल सकते हैं। स्किपिंग से पूरे बॉडी को फिट रखा जा सकता है। रस्सी कूदने के फायदे की बात की जाए तो यह दिल की बीमारी, हाइपरटेंशन, स्ट्रोक या तनाव जैसी अन्य बीमारियों को दूर रखने का काम करती है। इसका एक फायदा यह भी है की यह किफायती भी है।
और पढ़ें : डायटिंग की जरूरत नहीं, इन टिप्स से आसानी से घटाएं बढ़ता वजन
रस्सी कूदने के फायदे क्या हैं?
रस्सी कूदने के फायदे 1 : दिल का रखता है ख्याल
रस्सी कूदने का फायदा सबसे पहले दिल को पहुंचता है। रस्सी कूदने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। ब्लड प्रेशर के कंट्रोल में रहने से दिल स्वस्थ रहता है। चूंकि स्किपिंग करने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है, तो दिल तेजी से काम करने लगता है, जिस कारण ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ जाता है। हाइपरटेंशन से बचने का उपाय छुपा है स्किपिंग में।
रस्सी कूदने के फायदे 2 : तनाव भी रहता है दूर
रस्सी कूदने से तनाव को कम करने में मदद मिलती है। ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ने के कारण दिमाग भी रिलैक्स होता है। इसके साथ ही खुली जगह में स्किपिंग करने से ऑक्सिजन लेवल भी बढ़ जाता है और आप फ्रेश भी महसूस करते हैं।
और पढ़ें : एक्सरसाइज के बारे में ये फैक्ट्स पढ़कर कल से ही शुरू कर देंगे कसरत
रस्सी कूदने के फायदे 3 : मोटापा कम करने में मददगार
अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहें हैं, तो रस्सी कूदने का लाभ आपको मिल सकता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 15 मिनट की स्किपिंग से ही आपकी 200 कैलोरी बर्न हो जाएंगी। वजन संतुलित रहने से हार्ट अटैक या हाइपरटेंशन जैसी कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
रस्सी कूदने के फायदे 4 : कार्य क्षमता को बढ़ाता है
रस्सी कूदने से हाथ, पैर और शरीर के अन्य अंगों की एक्सरसाइज होती है। हर रोज रस्सी कूदने से शरीर की कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। 15 दिन लगातार रस्सी कूदने से बॉडी का स्टैमिना भी बढ़ता है।
रस्सी कूदने के लाभ 5: मसल को टोन करने में भी है फायदेमंद
रस्सी कूदने का फायदा ट्राइसेप्स, बाइसेप्स और जांघ की मसल्स में देखा जा सकता है। रस्सी कूदने से आपके शरीर का वजन तो घटता ही है, इसके साथ ही मसल्स भी टोन होती हैं।
रस्सी कूदने के फायदे 6: पैरों को मजबूती देता है
स्किपिंग पैरों को मजबूती देने के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इससे पैर व हाथ दोनों मजबूत होते हैं। इसके साथ ही बॉडी का बैलेंस बनाने के लिए भी रस्सी कूदने का फायदा मिलता है।
और पढ़ें : बच्चों के लिए पिलाटे एक्सरसाइज हो सकती है फायदेमंद, बढ़ाती है एकाग्रता
रस्सी कूदने के फायदे 7: ज्वॉइंट को मजबूत करता है
दौड़ने या जॉगिंग से ज्वॉइंट पर असर पड़ता है, लेकिन रस्सी कूदने का फायदा ज्वॉइंट पर कम प्रेशर डालकर पहुंचता है। नियमित रूप से रस्सी कूदने से आप जॉइंट्स में खुद ही फर्क महसूस करेंगे। इससे मजबूती आती है, वह भी बिना किसी नुकसान के।
रस्सी कूदने के लाभ 8: हड्डियां होती हैं मजबूत
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार रोजाना रस्सी कूदने के फायदे होते हैं। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। ऑस्टियोपोरोसिस जैसी अन्य बीमारियों का खतरा टल सकता है।
रस्सी कूदने के लाभ 9: मानसिक परेशानी होती है दूर
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए मानसिक रूप से भी स्ट्रॉन्ग रहना जरूरी है। फिटनेस एक्सपर्ट और NCBI के रिपोर्ट के अनुसार रस्सी कूदने का फायदा मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है। डिप्रेशन जैसी परेशानी को भी दूर करने में स्किपिंग कारगर माना जाता है।
रस्सी कूदने के फायदे 10: कैलोरी बर्न होती है
अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो रस्सी कूदने के फायदे आपको मिल सकते हैं। दरअसल रस्सी कूदने से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। नियमित स्किपिंग से शरीर का वजन भी कम हो सकता है।
रस्सी कूदने के लाभ 11: त्वचा पर आती है निखार
ग्लोइंग स्किन एवं हेल्दी स्किन पाने के लिए स्किपिंग करना लाभकारी माना जाता है। दरअसल स्किपिंग की वजह से शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है और त्वचा के पोर्स भी खुलते हैं, जिससे त्वचा पर रौनक आती है और चेहरे के दाग-धब्बे भी धीरे-धीरे गायब होने लगते हैं।
रस्सी कूदने के अन्य फायदे हैं। जैसे:-
- स्किपिंग के लिए कोई खास जिम या उपकरणों की जरूरत नहीं पड़ती। इसे आप कहीं भी कर सकते हैं।
- इसके लिए आपको बस एक रस्सी चाहिए। इसके बाद इसपर कोई पैसा नहीं लगता। यह रस्सी भी बहुत कम कीमत और आसानी से मिल जाती है।
- माना जाता है कि आधे घंटे दौड़ना और दस मिनट तेजी से की गई रस्सी कूदने के फायदे के बराबर है।
स्किपिंग में इन बातों का रखें ख्याल
- खाली पेट ही स्किपिंग करें
- लिमिट से ज्यादा उपर ना कूदें
- मांसपेशियों खिंच सकती हैं, इसलिए अगर शुरुआत कर रहे हों, तो कम स्पीड से ही करें
- मांसपेशियों में ज्यादा खिंचाव ना आए, इसलिए सबसे पहले स्ट्रैचिंग कर लें
- धीरे-धीरे स्पीड और टाइम को बढ़ाएं
- आरामदायक कपड़े ही पहनें
- रस्सी कूदने के वक्त स्पोर्ट्स शूज जरूर पहनें
- रस्सी कूदें के वक्त अपने बॉडी पॉश्चर पर विशेष ध्यान दें
- स्किपिंग करने के बाद कूलिंग एक्सरसाइज करने की आदत डालें
किन लोगों को स्किपिंग नहीं करना चाहिए?
निम्नलिखित सेहत से जुड़ी परेशानी होने पर रस्सी नहीं कूदना चाहिए। जैसे-
- हार्ट पेशेंट या दिल से जुड़ी कोई बीमारी से पीड़ित लोगों को स्किपिंग नहीं करना चाहिए
- किसी भी तरह की सर्जरी होने पर रस्सी ना कूदें
- हाई ब्लड प्रेशर के पेशेंट्स को भी स्किपिंग नहीं करने की सलाह दी जाती है
- अस्थमा के मरीजों को रस्सी नहीं कूदना चाहिए
- हड्डियों से संबंधित परेशानी होने पर रस्सी ना कूदें
इन ऊपर बताई गई शारीरिक परेशानी होने पर या रस्सी कूदने के दौरान किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी महसूस होने पर रस्सी ना कूदें। इस दौरान जो परेशानी अनुभव कर रहें हों, उसे अपने हेल्थ एक्सपर्ट से साझा करें।
और पढ़ें : एंटी-इंफ्लमेट्री डायट से ठीक हो सकती है ऑटोइम्यून डिजीज
स्किपिंग के दौरान निम्नलिखित परेशानी हो सकती हैं
- रस्सी कूदने के दौरान अगर रस्सी टूटती है, तो चोट लगने की संभावना हो सकती है।
- पैरों में मोच की समस्या हो सकती है।
- मांसपेशियां खिंच सकती हैं।
- कलाई में दर्द हो सकती है।
ऑस्ट्रेलियन फिजिकल एक्टीविटी एंड सिडेंटरी बिहेवियर गाइडलाइन (Australian physical activity and sedentary behaviour guidelines) के अनुसार यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो सप्ताह में सामान्य गति वाली एक्सरसाइज ढ़ाई से पांच घंटे तक करें। वहीं तेज गति की एक्सरसाइज सवा से ढ़ाई घंटे करनी चाहिए। ऐसे में आप रस्सी कूदने के फायदे उठा सकते हैं। इसे आप सामान्य और तेज दोनों तरह से कर सकते हैं।
और पढ़ें : रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद ऊर्ध्व मुख श्वानासन को कैसे करें, क्या हैं इसे करने के फायदे जानें
[mc4wp_form id=’183492″]
रस्सी कूदने के लाभ तभी बेहतर मिल सकते हैं, जब आप ठीक तरह से स्किपिंग करेंगे। यहां जानिए स्किपिंग कैसे करें?
स्किपिंग के लिए खास टिप्स
टिप्स 1: रस्सी कूदने के वक्त दोनों पैरों को एक साथ जंप करें। अगर आप स्किपिंग पहली बार कर रहें हैं, तो टिप्स वन फॉलो करें।
टिप्स 2: अगर आप बॉडी का बैलेंस ठीक तरह से रस्सी कूदने के दौरान बना लेते हैं, तो आप प्रैक्टिस को बढ़ाते हुए एक पैर से भी स्किपिंग कर सकते हैं।
टिप्स 3: क्रॉस स्किपिंग का भी आनंद ले सकते हैं। क्रॉस स्किपिंग के दौरान आप हाथों को क्रॉस कर सकते हैं। क्रॉस स्किपिंग करने से आपकी एकाग्रता बढ़ती है।
टिप्स 4: आरामदायक कपड़े पहनें।
स्किपिंग कब करना चाहिए?
जिस तरह से किसी भी कार्य के लिए हमसभी समय तय करते हैं, ठीक उसी तरह स्किपिंग के फायदे के लिए टाइम फिक्स करना जरूरी है। सुबह के वक्त रस्सी कूदने का विशेष लाभ मिल सकता है, लेकिन अगर आप समय की कमी या किसी अन्य कारण से आप सुबह के वक्त स्किपिंग नहीं कर पाते हैं, तो शाम के वक्त रस्सी कूद सकते हैं।
अगर आप रस्सी कूदने के फायदे या किस तरह से आप सही बॉडी पॉश्चर के साथ स्किपिंग कर सकते हैं यह समझना चाहते हैं या इससे जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो फिटनेस एक्सपर्ट से समझना बेहतर होगा।
[embed-health-tool-heart-rate]