क्या आप किसी डेमिसेक्शुअल व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं? यकीनन आपको डेमिसेक्शुअल के बारे में नहीं पता होगा। हो सकता है कि आपने पहले भी कभी यह शब्द सुना हो, लेकिन कभी इस पर इतना गौर नहीं किया हो। तो चलिए बता दें कि डेमिसेक्शुअल भी प्यार और सेक्स से ही जुड़ा होता है। प्यार और सेक्स के मामले में हर कोई निजी रहना ही ज्यादा पसंद करता है। अक्सर लोग अपने प्यार और शारीरिक संबंध के बारे में सिर्फ किसी खास से ही बाते करना पसंद करते हैं। क्योंकि यह मामला निजी जीवन के साथ-साथ निजी भावनाओं से भी जुड़ा हुआ होता है। बदलते दौर में अब लोग अपने जीवनसाथी के तौर पर अपनी पसंद के बारे में खुलकर बात करने लगे हैं।
वहीं, डेमिसेक्शुअल आज भी अपनी भावनाओं को समझने में दूसरे लोगों से थोड़े पीछे हो सकते हैं। कई मामलों में तो ऐसे लोगों को खुद भी पता नहीं होता है कि वे डेमिसेक्शुअल पर्सनेलिटी के हैं।
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डेमिसेक्शुअल होना क्या है?
डेमिसेक्शुअल शब्द ऐसे लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो किसी भी महिला या पुरुष पर सिर्फ भावनाओं की वजह से ही आकर्षित होते हैं। ऐसे लोगों के दिलों में शारीरिक आकर्षण के लिए कोई जगह नहीं होती है। डेमिसेक्शुअल लोग किसी भी व्यक्ति के प्यार में जल्दी नहीं पड़ते हैं। ऐसे व्यक्ति पहले अपने साथी के साथ भावनात्मक तौर पर जुड़ना पसंद करते हैं, उसके बाद ही रिश्ते में सेक्स के बारे में विचार करते हैं। वैसे ऐसे लोगों की संख्या बहुत ही कम होती है।
डेमिसेक्शुअल लोगों की पहचान कैसे होती है?
डेमिसेक्शुअल लोग लेस्बियन या गे भी हो सकते हैं। हालांकि, बस ये किसी की भी तरफ जल्दी आकर्षित नहीं होते हैं। किसी के व्यवहार को जानने और समझने के बाद ही इनके मन में फीलिंग्स जागती हैं। दिल्ली की रहने वाली 23 साल की नवनीत का कहना है कि “जब भी मैं अपने दोस्तों के साथ होती हूं, तो वो अक्सर वे किसी न किसी सिलेब्रिटीज के बारे में बाते करते हैं। मेरी कई सहेलियां तो उनसे मिलने और डेट करने के लिए पागलों जैसी हरकते भी कर सकती हैं। वो ऐसी हरकते क्यों करती हैं यह बात आज तक मेरी समझ में नहीं आई हैं। यहां तक कॉलेज में वो हर दिन अलग-अलग लड़कों की तारीफ करती रहती हैं। वे इतने सारे लोगों के बारे में कैसे बात कर सकती हैं।’ नवनीत का कहना है कि सेक्स एक बहुत ही निजी मामला होता है। जिसके बारे में अगर कल्पना भी करना होगा तो उनके मन में सिर्फ उनके साथी का ही ख्याल आता है।
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दूसरों से कैसे अलग होते हैं डेमिसेक्शुअल?
आपने अक्सर देखा होगा कि कई लोग ऐसे भी होते है जो किसी को भी देखकर सेक्स करने का ख्याल अपने मन में लाने लगते हैं। ऐसे लोग किसी अजनबी से जान पहचान बनाने में हिचक भी नहीं महसूस करते हैं, लेकिन डेमीसेक्सुअल लोग ऐसा नहीं कर सकते हैं। वे किसी से दोस्ती करने से पहले भी उससे भावनात्मक तौर पर जुड़ाव पसंद करते हैं और फिर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कल्पना कर सकते हैं।
पुरुषों के मुकाबले डेमिसेक्शुअल महिलाएं अधिक होती हैं
किसी भी महिला के आकर्षण को देखकर कोई भी पुरुष उसके लिए भावनाएं रख सकता है, लेकिन इस मामले में महिलाएं थोड़ी अलग होती हैं। ऐसी महिलाओं की भी संख्या काफी है जो किसी पुरुष की तरफ सिर्फ भावनाओं की वजह से ही आकर्षित होती हैं। उनके लिए किसी पुरुष की सुंदरता या आकर्षण कोई मायने नहीं रखता है। ऐसी महिलाएं पहले पुरुषों को अच्छी तरह से जानने, समझने और उनसे भावनात्मक रूप से जुड़ने के बाद ही शारीरिक संबंध बनाने का विचार करती हैं।
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शारीरिक संबंध में रूचि नहीं
डेमिसेक्शुअल लोगों में शारीरिक संबंध को लेकर कोई खास रूचि नहीं होती है। न ही ऐसे लोग शारीरिक संबंधों के बारे में बातें करना पसंद करते हैं।
प्यार से पहले दोस्ती की शुरूआत
अगर आप एक डेमिसेक्शुअल हैं, तो किसी भी रिश्ते को शुरू करने से पहले आप दोस्ती के पड़ाव का अनुभव करते हैं। जब आप इस बात का एहसास करने लगते हैं कि आपका दोस्त जीवनभर आपका साथ देगा और कभी भी आपकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएगा, तो आप अपनी दोस्ती में प्यार का अनुभव जताना शुरू कर सकते हैं। आपके इस रिश्ते में किसी भी तरह का आकर्षण नहीं होता है। आप अपने साथी को सिर्फ उसके व्यवहार और अपनी भावनात्मक अहसासों की वजह से पसंद करते हैं।
दोस्ती और प्यार में उलझन
अक्सर एक दोस्ती से प्यार का रिश्ता शुरू होने के कारण ऐसे लोग दोस्ती और प्यार के उलझन में भी पड़े रहते हैं। दोस्ती के रिश्ते को प्यार में बदलने के लिए भी ये जल्दी तैयार नहीं होते हैं। क्योंकि, इन्हें प्यार के कारण दोस्ती टूटने का भी डर हो सकता है। ऐसे में कई बार डेमिसेक्शुअल दोस्त से भी दूरी बना लेते हैं।
डेमिसेक्शुअल पर रिसर्च करने वाले लेखक ऑलिविया डेविस ने अपने लेख द गुड मेन प्रोजेक्ट में लिखा है कि, “डेमिसेक्शुअल का अहसास इच्छा और उत्तेजना के बारे में है, न कि सिर्फ सेक्स के बारे में जैसा लोग अक्सर सोचते और करते हैं। ऐसे लोग अपने साथी के साथ सिर्फ प्यार और यौन संबंध में दिलचस्पी की वजह से ही नहीं, बल्कि उनकी परवाह करने और उनकी भावनाओं का आदर करने के लिए अपने साथी का चुनाव करते हैं।’
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किसी के साथ प्यार की भावना होने पर डेमिसेक्शुअल किस तरह का अनुभव कर सकते हैं?
किसी भी कपल, गे या बाइसेक्शुअल की ही तरह डेमिसेक्शुअल भी प्यार के लिए कई तरह का अनुभव कर सकते हैं, हालांकि, इनमें ये निम्न अनुभव तभी होते हैं जब वो किसी के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हुए होते हैंः
- रोमांटिक अट्रेक्शन: किसी के साथ रोमांटिक रिश्ते की इच्छा रखने की चाहत।
- सुंदरता का आकर्षणः अगर किसी के साथ इस तरह के लोग प्यार में पड़ते हैं, तो वह उनकी शारीरिक सुंदरता के बारे में भी सोचना शुरू कर सकते हैं।
- सेंशुअल या फीजिकल अट्रेक्शन: प्यार में पड़ने के बाद साथी को छूने या अन्य तरह से शारीरिक संबंध बनाने की कल्पना करते हैं।
- आध्यात्मिक आकर्षण: किसी के साथ दोस्ती करने की इच्छी होना।
- भावनात्मक आकर्षण: किसी के साथ एक भावनात्मक संबंध बनाने की इच्छा जताना। इन्हें अक्सर ऐसे लोगों की तलाश होती है जिनके साथ ये अपनी भावनाएं बिना किसी उलझन के शेयर कर सकें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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