कंज्यूमर लेब के द्वारा की गईं स्टडीज में ये बात सामने आई है कि चॉकलेट में केडमियम (Cadmium) की अधिक मात्रा पाई जाती है। कई चॉकलेट्स में यह मात्रा डब्लयूएचओ (World Health Organization) की रिकमंडेशन से ज्यादा हो सकती है। किडनी की समस्या से परेशान किसी व्यक्ति के लिए चॉकलेट के हैवी कंज्प्शन के बाद इस टॉक्सिक मेटल को बाहर निकालने में परेशानी हो सकती है। जिससे किडनी प्रभावित हो सकती है। किडनी स्टोन के मरीजों को भी चॉकलेट का सेवन करने की मनाही होती है।
माइग्रेन की वजह (Reason of Migraine)
अच्छे मूड के लिए चॉकलेट (Chocolate for a good mood) का सेवन माइग्रेन को भी ट्रिगर कर सकता है। क्योंकि चॉकलेट में कैफीन और बीटा फेनेथाइलामाइन (beta-phenylethylamine) पाया जाता है जो कुछ लोगों में माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। वहीं कुछ न्यूरोलॉजिस्ट्स का कहना है कि चॉकलेट में पाया जाने वाला एमिनो एसिड टायरामीन (Tyramine) इसकी माइग्रेन की वजह बन सकता है।
एब्डोमिनल पेन (Abdominal Pain)
लेक्टोज इनटॉलरेंट लोगों में अच्छे मूड के लिए चॉकलेट का सेवन एब्डोमिनल पेन की वजह बन सकता है। क्योंकि मिल्क चॉकलेट में लेक्टोज शुगर पाई जाती है। ऐसे लोगों के लिए डार्क चॉलकेट का डेयरी फ्री वर्जन ठीक हो सकता है। इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लेना सही होगा।
हार्ट बीट का बढ़ना (Heart beat problem)

अच्छे मूड के लिए चॉकलेट (Chocolate for a good mood) का अधिक सेवन हार्ट पेशेंट में अनियमित हार्टबीट का कारण बन सकता है। चॉकलेट में कैफीन पाया जाता है जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को स्टिम्यूलेट करता है और एनर्जी को बढ़ाता है। इससे अनियमित हार्टबीट की परेशानी हो सकती है।
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