बच्चों की हड्डियों (Child Bone) को बनाता है सॉलिड
टमाटर में भरपूर विटामिन पाया जाता है। बच्चों को टमाटर खिलाना मतलब उनकी हड्डियों को सीधे-सीधे स्ट्रॉन्ग करने जैसा है। टमाटर खाने से शिशुओं की हड्डियां समय से मजबूत होती चली जाती हैं और बच्चा चलने में भी देरी नहीं करता है।
इम्यूनिटी को करता है बूस्ट (Immunity Boosting)
टमाटर में पाये जाने वाले कई जैविक रासायनिक तत्व बच्चों के इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करता है। इससे बच्चे का मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से तेजी से विकास होता है।
खत्म करता है एसिड
हालांकि टमाटर में भी एसिड होता है, बावजूद इसके वह शिशुओं के शरीर में मौजूद एसिड को खत्म करने का काम करता है। टमाटर खाने से शरीर में क्षारीय तत्व की मात्रा बढ़ती है, जो अम्लरक्तता (Acidosis) का ट्रीटमेंट करने में बड़े सहायक हैं।
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सीसा विषाक्तता में कमी
टमाटर और सीसा विषाक्तता (Lead Poisoning) एक दूसरे के विरोधी तत्व हैं। टमाटर में पर्याप्त मात्रा में मौजूद विटामिन सी शरीर में लीड विषाक्तता का नाश करता है। बता दें कि लीड विषाक्तता में शरीर में सीसा की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसके लक्षम महीने और सालों में दिखाई देते हैं।
शारीरिक और मानसिक रूप से बनाता है स्ट्रॉन्ग (Physically and Mentally strong)
टमाटर शिशुओं को शारीरिक स्फूर्ति देता है और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। ऐसे में शिशुओं के समग्र विकास के लिए टमाटर बेहद उपयोगी बताए जाते हैं।
बच्चों को टमाटर खिलाते वक्त बरतें ये सावधानियां
शिशुओं को एक-एक चीज बहुत परखकर और सावधानीपूर्वक खिलाई जाती है। शिशुओं को कुछ भी खिलाने से पहले उसके साइड इफेक्ट्स का ख्याल रखा जाना जरूरी होता है। ऐसे में बच्चों को टमाटर खिलाते वक्त आपको कुछ सावधानियों को बरतना होगा, जो आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत उपयोगी हैं।