इम्यूनाइजेशन एक्शन कोएलिशन (Immunization Action Coalition) में पब्लिश्ड एक रिपोर्ट के अनुसार नवजात शिशुओं से लेकर 10 से 12 साल तक के बच्चों में प्रिस्क्राइब्ड वैक्सिनेशन दिलवाना बेहद जरूरी बताया गया है। क्योंकि समय-समय पर दी गई वैक्सीन बच्चों को बढ़ती उम्र के लिए लाभकारी माना जाता है। दरअसल वैक्सिनेशन (Vaccination) की सहायता से बच्चों की इम्यून पावर को स्ट्रॉन्ग करने में मदद मिलती है। इसलिए आज बच्चों के लिए एंटेरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने जा रहें हैं। इस आर्टिकल में एंटेरोशील्ड वैक्सीन के फायदे और इससे होने वाले साइड इफेक्ट्स के साथ कई और सवालों का जवाब जानेंगे।
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- एंटेरोशील्ड वैक्सीन क्या है?
- एंटेरोशील्ड वैक्सीन क्यों लाभकारी है?
- एंटेरोशील्ड वैक्सीन की डोज क्या है?
- एंटेरोशील्ड वैक्सीन इंजेक्शन को स्टोर को कैसे किया जाता है?
- एंटेरोशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
चलिए अब बच्चों के लिए एंटरोशील्ड वैक्सीन से जुड़े इन सवालों का जवाब जानते हैं।
एंटेरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) क्या है?
टायफाइड फीवर के इलाज के लिए लिए एंटेरोशील्ड वैक्सीन का प्रयोग किया जाता है। एंटेरोशील्ड वैक्सीन प्रिस्क्राइब्ड ड्रग्स की लिस्ट में शामिल है, जिसे नवजात शिशुओं के साथ-साथ 2 साल तक के बच्चों के लिए आवश्यक है। बच्चे के हेल्थ कंडिशन को ध्यान में रखकर एंटेरोशील्ड वैक्सीन 3 साल तक के बच्चों को दी जा सकती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) द्वारा पब्लिश्ड दिसंबर 2017 की रिपोर्ट के अनुसार टाइफाइड के लिए पहला संयुग्म टीका (conjugate vaccine) तैयार किया है, जो 6 महीने तक के बच्चों को दी जा सकती है। एंटेरोशील्ड वैक्सीन बच्चों की इम्यूनिटी को सट्रॉन्ग बनाने में सहायक है। रिसर्च रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय बच्चों के लिए एंटेरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) आवश्यक वैक्सीन्स में से एक है। बच्चों के लिए एंटेरोशील्ड वैक्सीन को अनिवार्य क्यों बनाया गया है, इसके बारे में आर्टिकल में आगे जानेंगे।
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एंटेरोशील्ड वैक्सीन क्यों लाभकारी है? (Benefits of Enteroshield vaccine)
नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में पब्लिश्ड रिपोर्ट के अनुसार छोटे बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने के कारण उनमें वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा ज्यादा बना रहता है। ऐसे में बच्चों में टाइफाइड का भी खतरा ज्यादा होता है। दरअसल टाइफाइड भी एक बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) है और ऐसी स्थिति में एंटेरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) बच्चों के लिए सुरक्षा कवच मानी जाती है। इसलिए बच्चों में बढ़ती उम्र में होने वाली बीमारी से बचाव के लिए एंटेरोशील्ड वैक्सीन 3 साल पूरे होने के पहले ही दी जाती है। इसके साथ ही एंटेरोशील्ड वैक्सीन के फायदे निम्नलिखित हैं। जैसे:
- बॉडी में एंटीबॉडीज (Antibodies) के निर्माण में।
- बच्चे के इम्यून पावर (Immune power) को स्ट्रॉन्ग करने में।
बॉडी के लिए ऊपर बताई गई दो बातें बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि एंटीबॉडीज रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। वहीं इम्यून पावर स्ट्रोंग होने से बीमारियों का खतरा कम होता है। यही एंटेरोशील्ड वैक्सीन के फायदे (Benefits of Enteroshield vaccine) हैं।
नोट: अगर एंटेरोशील्ड वैक्सीन डॉक्टर द्वारा बताये समय पर बच्चे को किसी भी कारण से नहीं लग पाती है, तो वैक्सीन लेने के पहले डॉक्टर से इस बारे में कंसल्ट करें।
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एंटेरोशील्ड वैक्सीन की डोज क्या है? (Dose for Enteroshield vaccine)
एंटेरोशील्ड वैक्सीन प्रिस्क्राइब्ड ड्रग्स (Prescribed drugs) है और इसके डोज के जानकारी डॉक्टर देते हैं।
एंटेरोशील्ड वैक्सीन इंजेक्शन को स्टोर को कैसे किया जाता है? (Storage of Enteroshield vaccine)
एंटेरोशील्ड वैक्सीन को रूम टेम्प्रेचर पर स्टोर किया जाता है। हालांकि कुछ ऐसे भी वैक्सीन होते हैं जिन्हें फ्रीज में स्टोर किया जाता है, लेकिन एंटेरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) रूम टेम्प्रेचर पर ही रखने की सलाह दी गई है।
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एंटेरोशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (Side effects of Enteroshield vaccine)
एंटेरोशील्ड वैक्सीन बच्चों को लगने के बाद निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स देखे जा सकते हैं। जैसे:
- बच्चे को दस्त (Loose motions) होना।
- बच्चे का चिड़चिड़ा (Irritability) होना।
- बार-बार बच्चे का रोना (Crying)।
- उल्टी (Vomiting) करना।
- बच्चे के शरीर पर रैशेष (Rashesh) पड़ना।
- इंजेक्शन वाले एरिया पर सूजन (Swelling) आना।
- बुखार (Fever) लगना।
ध्यान रखें कि वैक्सिनेशन के कुछ देर बाद एलर्जिक रिएक्शन (Allergic reaction) की समस्या भी हो सकती है। एंटेरोशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Enteroshield vaccination) ये हो सकते हैं या कभी-कभी किसी हेल्थ कंडिशन (Health condition) के कारण एंटेरोशील्ड वैक्सीन के अन्य साइड इफेक्ट्स भी देखे जा सकते हैं। हालांकि एंटेरोशील्ड वैक्सीन डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब्ड ड्रग है। इसलिए डॉक्टर द्वारा बताये जाने के बाद ही बच्चे को एंटेरोशील्ड वैक्सीन लगवाएं।
नोट: अगर आपके बच्चे को एलर्जी (allergic) की समस्या है, तो वैक्सिनेशन से इस बारे में अपने डॉक्टर से जरूर बात करें।
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एंटेरोशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स होने पर क्या करें? (Things to do after Enteroshield vaccination)
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) में पब्लिश्ड रिपोर्ट अनुसार अगर बच्चे को वैक्सिनेशन के बच्चों में होने वाली साइड इफेक्ट्स को दूर करने के लिए निम्नलिखित टिप्स अपनाएं जा सकते हैं। जैसे:
- इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन या लाल होने पर कॉटन एवं सॉफ्ट ठन्डे कपड़े से डैब करें।
- अगर बुखार है, तो बच्चे के बॉडी को स्पॉन्ज बाथ करवाएं।
- डॉक्टर से सलाह लेकर नॉन-एस्प्रिन (Non-aspirin) दर्द की दवा दें।
इन ऊपर बताये टिप्स को फॉलो किया जा सकता है, लेकिन अगर बच्चे को परेशानी ज्यादा हो या 3 ये 4 दिनों से ज्यादा तकलीफ रहने पर डॉक्टर से कंसल्ट करना बेहतर होगा।
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नवजात बच्चों के वैक्सिनेशन (Vaccination for Newborn)से जुड़ी उलझनें सुलझेंगी नीचे दिए इस वीडियो से, क्योंकि Dr. Jesal Seth शेयर कर रहीं हैं वैक्सिनेशन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें। इसलिए नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक करें।
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एंटेरोशील्ड वैक्सीन: वैक्सिनेशन के दौरान जरूरी बातें ध्यान रखें (Thing to keep in mind during vaccination)
- अगर बच्चे को कोई बीमारी (Health condition) है, तो इसकी जानकारी डॉक्टर को दें।
- बच्चे को अगर कोई दवा प्रिस्क्राइब की गई है, तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं।
- पहले कभी दी गई वैक्सिनेशन (Vaccination) के बाद कोई विशेष परेशानी बच्चे में दिखी हो, तो यह भी डॉक्टर को जरूर बताएं।
नवजात शिशु के जन्म के बाद डॉक्टर पेरेंट्स को समय-समय पर लगने वाले बच्चों को वैक्सीन (Vaccine for kids) की पूरी जानकारी शेयर करते हैं। क्योंकि बच्चों के इम्यून पावर को स्ट्रॉन्ग करने के लिए ये जरूरी कदम है। अगर किसी भी कारण से बच्चे की वैक्सिनेशन (Babies vaccination) समय से डिले हो जाती है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर को इस बारे में जानकारी दें और उनके दिए गए एडवाइस को फॉलो करें। ध्यान रखें नवजात बच्चों को समय-समय दिए गए प्रिस्क्राइब्ड वैक्सीन (Vaccine) भविष्य में होने वाली शारीरिक परेशानी से लड़ने और उससे बचने में मददगार होते हैं। इसलिए वैक्सिनेशन (Vaccination) करवाना जरूरी है। अगर आप एंटरोशील्ड वैक्सीन (Enteroshield vaccine) से जुड़े किसी तरह का कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। हमारे हेल्थ एक्सपर्ट आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
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