जैसा कि आप सभी जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई तरह के हाॅर्मोनल बदलाव आते हैं। प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन की बहुत जरूरत होती है। इसमें हुई गड़बड़ी प्रेग्नेंसी के दौरान मां और शिशु दोनों के लिए खतरे की घंटी बन सकती है। अगर मां के शरी में पोषण तत्व की कमी है, तो शिशु के विकास में दिक्कत आ सकती है। इसलिए प्रेग्नेंसी दौरान डॉक्टर डायट (Diet) पर ध्यान देने की विशेष सलाह देते हैं। हेल्दी प्रेग्नेंसी (Pregnancy) और डिलिवरी के लिए डायट में ऐसे फूड्स को शामिल करें, जिसमें प्रोटीन, विटामिन और अन्य मिनरल्स मिल सकें। प्रेग्नेंट विमेन को फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स वाले और संतुलित आहार लें। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन (Nutritional Needs During Pregnancy) के बारे में।
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प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन के लिए फॉलो करें ये डायट (Nutritional Needs During Pregnancy)
हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए आप आज से ही अपने डायट में बदलाव लाने की कोशिश करें। ऐसे फूड्स को शामिल करें, जिससे प्रजनन क्षमता मजबूत होती है। क्योंकि प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन (Nutritional Needs During Pregnancy) की महत्वूर्ण भूमिका होती है। जिसकी कमी नहीं होनी चाहिए। जानें महिलाओं की डायट कैसी हो:
प्रोटीन (Protein)
प्रोटीन मां और शिशु दाेनों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यह गर्भावस्था के दौरान स्तन के ऊतक वृद्धि में भी मदद करती है। गर्भावस्था के दौरान माहिलाओं को प्रोटीन की खास जरूरत होती है। भ्रूण के विकास (Fetal development) के लिए उन्हें रोजाना 50 ग्राम तक प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा भी प्रेग्नेंसी में प्रोटीन युक्त आहार लेने के और भी कई फायदे हैं। वैसे प्रोटीन (Protein) सिर्फ गर्भवती महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि सभी के लिए जरूरी है, बस गर्भावस्था के दौरान इसकी जरूरत उनमें बढ़ जाती है। प्रोटीन के लिए आप इन फूड्स को भी अपने डायट में शामिल कर सकते हैं, जैसे कि:
- चिकन (chicken)
- फिश (Fish)
- नट्स (nuts)
- पीनट बटर (Peanut butter)
- डेरी प्रोडक्ट (Dairy Product)
- कॉटेज चीज (cottage cheese)
- बींस (Beans)
विटामिन डी (Vitamin D)
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में विटामिन की भी जरूरत बढ़ जाती है। शरीर में कैल्शियम को एब्जॉर्ब करने के लिए विटामिन डी का बहुत अहम रोल होता है। ये मांसपेशियों, नर्व्स और इम्यून सिस्टम के लिए भी जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान माहिलाओे का इम्यून सिस्टम (Immune system) स्ट्रॉन्ग होना बहुत जरूरी है। नहीं तो महिलाएं कई बीमारियों की चपेट में आ सकती हैं। आपकी अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक है, इसी के साथ ही विटामिन डी (vitamin D) बच्चे की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को प्रतिदिन विटामनि डी वाली डायट की खास जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन के लिए विटामिन डी इन फूड से लिया जा सकता है।
- फैटी फिश (Fatty Fish)
- दूध (Milk)
- साबुत अनाज (Whole Grain)
- रेड मिट (Red Meat)
- लिवर (Liver)
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फोलिक एसिड (Folic Acid)
फोलिक एसिड शिशु के दिमाग के विकास और स्पाइनल कॉर्ड के लिए लाभकारी होता है। यह कई गंभीर असामान्यता से बचाता है। इसे सप्लिमेंट (Supplements) और डायट दोनों तरह से लिया जा सकता है। इसलिए डॉकटर प्रेग्नेंसी प्लानिंग के दौरान इसकी सप्लिमेंट लेने की सलाह देते हैं। कंसीव करने से पहले और प्रेग्नेंसी के नौ महीनों तक प्रेग्नेंट महिला को 400 से 1,000 मिग्रा फोलिक एसिड प्रतिदिन लेना चाहिए। जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल और बींस आदि शामिल हैं। फोलेट का प्राकृतिक स्रोत हैं। इसके लिए आप डायट में इन फूड्स काे शामिल कर सकते हैं, जैसे कि:
- ब्रॉक्ली (Broccoli)
- पालक (Spinach)
- बींस (Beans)
- मूगफली (Peanuts)
- सनफ्लाॅवर सीड्स (Sunflower seeds)
- ताजे फल (Fresh fruits, fruit juices)
- साबूत अनाज (Whole grains)
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कैल्शियम (Calcium)
प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन का ध्यान रखते हुए कैल्शियम का सेवन बहुत जरूरी है। मां और बच्चे दोनों की मजबूत हड्डियों और दांतों के लिए कैल्शियम की जरूरत होती है। प्रेग्नेंसी के दौरन प्रतिदिन प्रेग्नेंट महिला को 1,000 मिग्रा कैल्शियम लेने की सलाह दी जाती है। डेयरी उत्पादों इसका सबसे अच्छा सोर्स है। इसलिए आपको डेयरी प्रोडक्ट, जैसे दूध और दही को भी अपने में डायट में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा ब्रोकली और केल में भी इसकी उचित मात्रा पायी जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम न लेने पर हड्डियां कमजोर (Bones weak) होने लगती हैं। जो भविष्य में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है। खासतौर पर तब जब कैल्शियम आपके बच्चे की हड्डियों के निर्माण के लिए जरूरी हो। कैल्शियम के लिए आप इन फूड्स का सेवन कर सकते हैं, जैसे कि:
- दूध (Milk)
- दही (Curd)
- पनीर (cottage Cheese)
- चीज़ (Cheese)
- मछली (Fish)
- टोफू (Tofu)
- गहरे हरे, पत्तेदार सब्जियां
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आयरन (Iron)
आयरन एक तरह का खनिज पदार्थ है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) को बढ़ाता है। यानि कि शरीर में खून की कमी को रोकता है। हीमोग्लोबिन एक प्रकार का प्रोटीन है, जो लंग में ऑक्सिजन पहुंचाने का काम करता है। सामान्य महिलाओं की तुलना में प्रेग्नेंट महिलाओं को दोगुने मात्रा में आयरन की जरूरत होती है। डॉक्टर की माने तो गर्भवती महिला को प्रतिदिन 25 मिग्रा आयरन की आवश्यकता होती है। जिसके लिए आप लीन मीट, एग, हरी पत्तेदार सब्जियों, दाल, अखरोट, बींस और अन्य सूखे मेवे का सेवन कर सकते हैं। गर्भावस्था में आयरन (Iron) की कमी होने पर इंफेक्शन, थकावट, खून की कमी, प्रीमैच्योर डिलेवरी या अन्य खतरों का जोखिम ज्यादा होता है। आयरन रक्त के प्रवाह (Blood Circulation) को बढ़ाने के लिए सोडियम, पोटेशियम और पानी के साथ काम करता है। यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपको और बच्चे, दोनों को ऑक्सिजन (oxygen) की आपूर्ति होती रहे। प्रेग्नेंट महिला को प्रतिदिन 27 मिलीग्राम आयरन मिलना चाहिए। इस पोषक तत्व के अच्छे स्रोतों में शामिल हैं:
- खट्टे फल (Citrus fruit)
- अनाज (Grains)
- चिकन (Chicken)
- अंडे (Egg)
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फोलेट (Folate)
फोलेट, जिसे फोलिक एसिड के रूप में भी जाना जाता है। यह प्रेग्नेंसी के दौरन कुछ जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के विकास में मदद करता है, जैसे कि स्पाइना बिफिडा (Spina bifida)। जब आप गर्भवती होती हैं, तो प्रेग्नेंट महिला को प्रतिदिन लगभग 400 माइक्रोग्राम्स (एमसीजी) फोलेट का सेवन करना चाहिए। जो महिलाएं प्लानिंग कर रही हैं, उन्हें 800 एमसीजी फोलेट का सेवन करें। प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन आप इन फूड्स को अपने डायट में शामिल कर सकते हैं, जैसे कि:
- अंडा (Eggs)
- हरी सब्जियां (Leafy greens)
- चुकंदर (Beets)
- खट़्टे फल (Citrus fruits)
- स्प्राउटस (Sprouts)
- ब्रॉक्ली (Broccoli)
इनके अलावा आपके शरीर को बहुत सारे पोषक तत्चों की जरूरत हो सकती है। जिन्हें आपको लेना जरूरी है। वो कौन से पोषक तत्व और आपके शरीर में किन पोषक तत्वों की कमी है। इसके लिए आप अपनी डॉक्टर से सलाह करें। क्योंकि हर महिला के लिए इनकी जरूरत अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा, आप अपने डायट में किसी प्रकार का बदलाव न करें। प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन (Nutritional Needs During Pregnancy) बहुत जरूरी है, पर डॉक्टर की सलाह पर ही।
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