बच्चे बेहद संवेदनशील होते हैं और यही कारण है कि वो बहुत जल्दी किसी भी रोग का शिकार हो जाते हैं। बात चाहे बच्चों की त्वचा की हो, उनके पाचन तंत्र या इम्यूनिटी की, हर तरह से बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना माता-पिता के लिए आवश्यक है। बच्चों को दवाई देने से पहले भी डॉक्टर कई चीजों पर विचार करते हैं। कुछ स्थितियों में उन्हें काेर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroid) की सलाह भी दी जा सकती है। अस्थमा और एलर्जिक रायनाइटिस (allergic rhinitis) जैसी कुछ समस्याएं हैं, जिसमें डॉक्टर बच्चों को काेर्टिकोस्टेरॉइड देने की सलाह दी जाती है, वहीं पीडियाट्रिक आईबीडी में भी। हम बात करने वाले हैं पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) के बारे में। लेकिन पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स से पहले पीडियाट्रिक IBD (Corticosteroids for Pediatric IBD) और कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स के बारे में थोड़ी जानकारी पा लेते हैं।
पीडियाट्रिक IBD क्या है? (Pediatric IBD)
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) के अनुसार IBD यानी इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases) जिनमें अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis)और क्रोहन रोग (Crohn’s Disease) आदि शामिल हैं, अधिकतर युवावस्था या किशोरावस्था में परेशानी का कारण बनती हैं। लेकिन, बच्चों को भी यह समस्याएं हो सकती हैं। इस रोग के कारण रोगी के इंटेस्टाइन के हिस्सों में इंफ्लेमेशन हो जाती है। इसके साथ ही इस समस्या से पीड़ित बच्चे पेट में दर्द (Stomach pain) और डायरिया का अनुभव भी कर सकते हैं। इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases) एक क्रॉनिक प्रॉब्लम है। इसका अर्थ है कि यह समस्या लंबे समय तक रह सकती है या लगातार बच्चे इसका शिकार हो सकते हैं। डॉक्टर पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) की सलाह दे सकते हैं। लेकिन, उससे पहले बच्चों में इसके लक्षणों के बारे में जान लेते हैं।
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पीडियाट्रिक IBD के लक्षण (Symptoms of Pediatric IBD)
इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases) से पीड़ित बच्चों को पर्याप्त कैलोरीज और न्यूट्रिशंस प्राप्त करने में मुश्किल होती है। इससे पीड़ित बच्चों की ग्रोथ या तो धीरे-धीरे होती है या उनमें यौवन सामान्य बच्चों की तुलना में धीरे से आता है। इसके सबसे सामान्य लक्षण हैं पेट में दर्द और डायरिया। इसके अन्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- मल या मूत्र में खून आना (Blood in the toilet)
- लो एनर्जी (Low energy)
- वजन का कम होना (Weight loss)
इनके अलावा इस समस्या से पीड़ित बच्चे अन्य लक्षणों का अनुभव भी कर सकते हैं। जैसे रैशेज (Rashes), आई प्रॉब्लम्स (Eye problems), जोड़ों में दर्द (joint pain), आर्थराइटिस (Arthritis) और लिवर प्रॉब्लम्स (Liver problems) आदि। इस समस्या के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले यह जानेंगे कि आपके बच्चे को अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative Colitis) या क्रोहन रोग (Crohn’s Disease) आदि की समस्या तो नहीं है। इसके लिए डॉक्टर सबसे पहले रोगी की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानेंगे और फिजिकल जांच करेंगे। निदान के बाद इसके उपचार के बारे में विचार किया जाएगा। इसके बाद पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) की सलाह दी जा सकती है। अब जानते हैं कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) किसे कहा जाता है?
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किसे कहा जाता है कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स? (Corticosteroids)
कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स मेडिसिन्स (Corticosteroids medicines) सिंथेटिक होती हैं यानी लेबोरेटरी में बनती हैं। यह उन स्टेरॉयड हॉर्मोन्स के समान होते हैं जो शरीर में एड्रेनल ग्लैंड्स (Adrenal glands) द्वारा प्राकृतिक रूप से बनाया जाता है। इनका इस्तेमाल इंफ्लेमेशन के द्वारा होने वाली समस्याओं के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है जैसे अस्थमा (Asthma), इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases), ट्यूमर (Tumor) आदि। कई विभिन्न प्रकार की कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) होती हैं। यह दवाईयां शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करती हैं इसके साथ ही कई अन्य मेडिकल कंडीशंस के प्रभाव और लक्षणों से छुटकारा पाने में भी यह लाभदायक है।
सामान्य रूप से पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) को बेहद सुरक्षित माना जाता है। लेकिन, इसे हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही बच्चों को देना चाहिए। इसके साथ ही, आपको इसके साइड-इफेक्ट्स के बारे में भी पता होना चाहिए। अब जानते हैं पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) के बारे में।
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पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल (Corticosteroids for Pediatric IBD)
पीडियाट्रिक IBD (Pediatric IBD) यानी बच्चों में इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases) को कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन इसका इलाज नहीं है। जब इसके लक्षण मौजूद होते हैं, तो मरीजों को फ्लेरेस का अनुभव होता है। इस ट्रीटमेंट का उद्देश्य मरीजों में लक्षणों को कंट्रोल करना, सामान्य जीवन जीने में मदद करना और सामान्य ग्रोथ में मदद करना आदि शामिल है। इंफ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (Inflammatory bowel diseases) में कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) को लेना प्रभावी और सुरक्षित है लेकिन उन्हें केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें। अब जानते हैं कि बच्चों को कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स देने से पहले किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए?
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पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स लेने से पहले रखें इन चीजों का रखें ध्यान (Corticosteroids for Pediatric IBD)
अगर आपके बच्चे को स्टेरॉइड्स या अन्य दवाईयों से एलर्जी या रिएक्शन है तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में जरूर बताएं। कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) के कारण शरीर का नेचुरलइम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। इसलिए डॉक्टर को बच्चे की रीसेंट बीमारी या इंफेक्शंस आदि के बारे में अवश्य बताएं। इस दवा की सलाह देने से पहले डॉक्टर यह अवश्य जानेंगे कि आपके बच्चे को निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं:
- डायबिटीज या ब्लड शुगर प्रॉब्लम (Diabetes or blood sugar problems)
- पेट या इंटेस्टाइन प्रॉब्लम (Stomach or intestine problems)
- आई प्रॉब्लम (Eye problems)
- हार्ट, किडनी और लिवर प्रॉब्लम (Heart, kidney or liver problems)
- बोन प्रॉब्लम (Bone problems)
- हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
- बिहेवियर प्रॉब्लम्स (Behavioral problems)
अगर किसी बच्चे को इनमें से कोई समस्या है, तो भी डॉक्टर पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) की सलाह दे सकते हैं। लेकिन, उन्हें एक्स्ट्रा मॉनिटरिंग और क्लोज मैनेजमेंट की जरूरत होती है। अब जानते हैं डॉक्टर पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) के साइड इफेक्ट्स के बारे में।
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पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स के साइड इफेक्ट्स (Side-effects of Corticosteroids for Pediatric IBD)
लॉन्ग टर्म कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Long-term Corticosteroids) के इस्तेमाल से कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसके साइड-इफेक्ट्स बच्चे के स्वास्थ्य और कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) की डोज पर निर्भर करता है। इसके सबसे सामान्य साइड-इफेक्ट्स इस प्रकार हैं
- वजन का बढ़ाना (Weight gain)
- मूड में बदलाव (Mood changes)
- ग्रोथ रेट का कम होना (Slower growth rate)
- हड्डियों से कैल्शियम का कम होना (Loss of calcium from the bones)
- मोतियाबिंद की डेवलपमेंट (Development of cataracts)
- बॉडी हेयर का हल्का सा बढ़ना जैसे बाजू, टांग और पीठ में (Slight increase in body hair)
इसके अलावा भी इसके कारण कुछ अन्य साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे सोने में समस्या (Sleep problem), सिरदर्द (Headache), माइल्ड पेट में दर्द (Mild stomach pain), माइल्ड एक्ने (mild acne) और ड्राय स्किन (Dry skin) आदि। इसके कुछ दुर्लभ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जैसे हाय ब्लड प्रेशर (High blood pressure), डायबिटीज (Diabetes), इंफेक्शन की संभावना का बढ़ना (Increased possibility of infection), स्किन का पतला होना (Thin skin), पसीना बढ़ना (Sweating), चक्कर आना (Dizziness) आदि। ऐसा जरूरी नहीं है कि इस दवा को लेने के बाद हर बच्चे को यह साइड-इफेक्ट्स हों। किंतु, अगर आपके बच्चे को इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट्स नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) की लो डोज लेने की सलाह दे सकते हैं। अब जानते हैं पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) के बारे में कुछ खास बातें।
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पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स की डोज के बारे में जरूरी बातें
पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) का इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें। इस दवा को सुबह लेना बेहतर रहता है, इसे वजन को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसकी सिंगल डोज को ब्रेकफास्ट के साथ लेना उचित है। इसके साथ ही इन चीजों का भी ध्यान रखें:
- अगर आप सुबह इसकी डोज लेना भूल जाएं तो उसी दिन इसे लंच टाइम में अपने बच्चे को दें। लेकिन, इसके बाद इसे बच्चे को न दें। एक साथ डबल डोज लेना हानिकारक हो सकता है। अगर आपका बच्चा एक दिन दवा लेना भूल जाए तो डॉक्टर से अवश्य बात करें।
- कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) आमतौर पर अन्य दवाईयों के साथ इंटरेक्ट नहीं करती हैं। लेकिन,इस दवा को लेते हुए किसी भी अन्य दवा को लेना शुरू करने से पहले डॉक्टर से अवश्य पूछें।
- बच्चों को अचानक से इस दवा को देना बंद न करें। क्योंकि, आपके शरीर को इनकी आदत हो चुकी होती है और उसे एडजस्ट होने में समय लगता है। अगर आप इसकी डोज को कम करते हैं तो भी डॉक्टर से अवश्य पूछें।
- आपके बच्चे के लिए स्टेरॉयड डोज में बदलाव उनके वजन और साइड-इफेक्ट्स पर निर्भर करते हैं। आपके डॉक्टर इसकी डोज में बदलाव के बारे में आपको सही सलाह देंगे।
- अगर आपका बच्चा कोई भी अन्य दवाई, सप्लीमेंट, हर्बल उत्पादों का सेवन कर रहा है, तो इन दवाईयों को लेने से पहले डॉक्टर को अवश्य बताएं क्योंकि ऐसा करना आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।
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यह तो थी पीडियाट्रिक IBD के लिए कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids for Pediatric IBD) के बारे में जानकारी। यह तो आप समझ ही गए होंगे कि कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स मेडिसिन्स (Corticosteroids medicines) स्टेरॉयड हॉर्मोन कार्टिसोल (Steroid hormone cortisol) के सामान होते हैं, जिसके हमारा शरीर प्राकृतिक रूप से बनाता है। बच्चों के लिए इन्हें प्रभावी माना जाता है, लेकिन इनके कई साइड इफेक्ट्स ही सकते हैं। यह साइड इफेक्ट्स बच्चे के स्वास्थ्य और डोज पर निर्भर करते हैं। अगर आपके बच्चे को इस दवा को लेने के बाद कोई भी साइड इफेक्ट नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इनका इस्तेमाल एकदम से बंद करना या डोज में बदलाव करना बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे पहले भी डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
अगर आपके मन में इसके बारे में कोई भी सवाल है, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें
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