आमतौर पर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि सिंबॉलिक प्ले बच्चों के लिए जरूरी क्यों माना जाता है? दरसल यह बच्चों के हेल्दी डेवलपमेंट का हिस्सा होता है। इससे बच्चा इंपल्सिव बिहेवियर को मैनेज करना सीखता है और मुश्किल कॉग्निटिव फंक्शन को बेहतर रूप से करने की कोशिश करता है। सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) बच्चों के विकास के लिए जरूरी इसलिए माना जाता है, क्योंकि इससे उनकी क्रिएटिविटी में सुधार होता है और वे इसके जरिए नई नई चीजों को सीखने की कोशिश करते हैं। सिंबॉलिक प्ले की मदद से बच्चों में ये स्किल डेवलप होती हैं –
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ये सभी स्किल्स बच्चे की डेवलपमेंट का हिस्सा मानी जाती है। यही वजह है कि बच्चे के लिए सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) बेहद जरूरी साबित होता है। लेकिन बच्चों को सिंबॉलिक प्ले से कैसे रूबरू कराया जाए, इसके लिए भी माता-पिता को जानकारी हासिल करनी चाहिए। आइए जानते हैं कुछ ऐसे आइडिया के बारे में जो माता पिता सिंबॉलिक प्ले के दौरान अपने बच्चों के लिए अपना सकते हैं।
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बच्चों के लिए सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) से जुड़े आइडिया
बच्चों के लिए सिंबॉलिक प्ले एक महत्वपूर्ण डेवलपमेंट स्किल मानी जाती है। यह बच्चों को बिजी रखने और नई चीजें सीखने में मदद करती है। लेकिन सिंबॉलिक प्ले उम्र के अनुसार अलग-अलग तरह के होते हैं, इसीलिए बच्चे की अलग-अलग उम्र में सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) अलग-अलग तरह से डेवेलप किए जा सकते हैं।
- बच्चों के शुरुआती महीनों के लिए उन्हें अलग-अलग खिलौनों की मदद से सिंबॉलिक प्ले में उलझाया जा सकता है। इसके लिए आपको अलग-अलग तरह की रंगबिरंगी बॉल और ब्लॉक का इस्तेमाल करना चाहिए, जिसके अलग-अलग तरह के आकार और रंग होते हैं। साथ ही साथ ऐसे खिलौने जिनसे अलग अलग तरह की आवाजें निकाली जा सकती है। यह बच्चे के सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) में बेहद काम आ सकती हैं।
- बच्चों के शुरुआती सालों के लिए सिंबॉलिक प्ले अलग तरह से काम करता है। इसके लिए बच्चे को उसके पसंदीदा खिलौनों को दिया जा सकता है। इसमें कटलरी, प्लेटें इत्यादि का समावेश होता है। इसके साथ ही बॉटल्स का और टीसेट के जरिए बच्चे को सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) में एंगेज किया जा सकता है। इस दौरान बच्चों के लिए किचन से जुड़ी चीजें भी दी जाती हैं, जिससे बच्चे का मानसिक विकास अच्छी तरह से हो।
- प्रीस्कूलर बच्चों के लिए सिंबॉलिक प्ले अलग तरह से काम करता है। इसके लिए बच्चों को पुराने कपड़े, जूते, टोपी, बैग, सनग्लासेस इत्यादि दिए जाते हैं, जिससे बच्चा अपनी क्रिएटिविटी को बेहतर बना सके और इन चीजों के अनुसार नई चीजें सीख सकें। इस दौरान सिंबॉलिक प्ले के अनुसार बच्चे को आउटडोर गेम्स में भी एंगेज किया जा सकता है।
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बच्चों के लिए सिंबॉलिक प्ले बेहद जरूरी माना जाता है, लेकिन कई बच्चे ऐसे होते हैं, जो सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) खुद को नहीं जोड़ पाते। ऐसी स्थिति खड़ी होने पर माता-पिता को परेशान नहीं होना चाहिए। यह किसी तरह के शेड्यूल की तरह नहीं माना जाता। कई बच्चे सिंबॉलिक प्ले के जरिए नहीं, बल्कि अन्य चीजों के जरिए खुद का डेवलपमेंट करते हैं। आप बच्चों को सिंबॉलिक प्ले के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं, लेकिन उन पर किसी तरह का दबाव बनाना उनके विकास में बाधक साबित हो सकता है। इसलिए बच्चों को उनकी मर्जी के मुताबिक सिंबॉलिक प्ले में एंगेज करना चाहिए।
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सिंबॉलिक प्ले (Symbolic Play) बच्चों के लिए खेल के रूप में ही नहीं, बल्कि यह बच्चों के डेवलपमेंट में भी बड़ा रोल निभाता है। खासतौर पर बच्चों के शुरुआती सालों में जब उनका मानसिक और शारीरिक डेवलपमेंट होता है, तो सिंबॉलिक प्ले बेहद कारगर साबित होता है। यही वजह है कि बच्चों के लिए सिंबॉलिक प्ले ज़रूरी माना जाता है।