इसबगोल एक प्रकार का फाइबर (Fiber) है, जो आमतौर पर लैक्सेटिव (Laxativ) के रूप में उपयोग किया जाता है। घुलनशील फाइबर होने के नाते, इसबगोल (Isabgol) पूरी तरह से टूटने और अवशोषित हुए बिना आपके पाचन तंत्र से गुजरने में सक्षम है। यह पानी को अवशोषित करता है और एक चिपचिपा कम्पाउंड बन जाता है जो कब्ज (Constipation), दस्त (Diarrhea), ब्लड शुगर (Blood sugar), ब्लड प्रेशर (Blood pressure), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और वजन घटाने (Weight lose) में फायदा करता है। यह हाई कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol), ट्राइग्लिसराइड्स (Triglyceride) और ब्लड शुगर (Diabetes) के लेवल को रेगुलेट करने में भी मदद करता है।
इसबगोल को सिलियम हस्क (Psyllium husk) या इसबगोल की भूसी के नाम से भी जाना जाता है। ये स्टूल को आसानी से पास होने में मदद का काम करती है। आपको शायद जानकारी न हो लेकिन इसबगोल कब्ज (Constipation) के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले घरेलू उपचारों में से एक है। साथ ही इसबगोल वेट को घटाने में भी इस्तेमाल की जाती है। जिन लोगों को अधिक खाने की समस्या होती है उनके लिए इसबगोल का सेवन अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। इसबगोल का सेवन पाइल्स (Piles) के मरीजों के लिए भी लाभदायक होता है। इसबगोल का केवल सेवन ही नहीं किया जाता है, बल्कि इसको एलोवेरा जेल (Aloe vera gel) के साथ लगाने पर एक्ने (Acne) की समस्या से राहत मिलती है। इसमे एंटी-इंफ्लामेंट्री (Anti-Inflammatory) प्रॉपर्टी होती है, जो इसे स्किन को राहत पहुंचाने का काम करती है।
इसबगोल घुलनशील फाइबर है, जो प्लांटैगो ओवेटा के बीज से प्राप्त होता है। यह मुख्य रूप से भारत में उगाई जाने वाली एक जड़ी- बूटी है। इसका उपयोग मुख्य रूप से डायटरी सप्लिमेंट (Dietary Supplements) में किया जाता है, जो आमतौर पर भूसी, दानों, कैप्सूल या पाउडर के रूप में उपलब्ध होता है। यहां हम आपको इसबगोल के कुछ प्रमुख फायदे बता रहे हैं।
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इसबगोल के फायदे क्या हैं (What are the benefits of Isabgol)?
इसबगोल के फायदे अनेक हैं, जिसके बारे में हम नीचे बताने जा रहे हैं :
कब्ज को करता है दूर (Isabagol relieves constipation)
आज कल खाने में लापरवाही के चलते काफी लोग पेट खराब होने की समस्या से जूझते हैं। हालांकि पेट खराब सिर्फ खाने में लापरवाही के ही कारण नहीं होता। बल्कि जीवनशैली खराब होने की वजह से भी पेट खराब होने की समस्या होती है। पेट खराब होने में कब्ज (Constipation) की समस्या काफी लोगों के देखी जाती है। कब्ज का इलाज अगर सही समय पर न किया जाए, तो ये गंभीर रूप ले सकती है, जिससे अन्य कई तरह की शारीरिक बीमारियां घेर सकती हैं। ऐसे में कब्ज होने पर इसबगोल (Isabgol) का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। इसबगोल स्टूल की सॉफ्टनेस को बढ़ाकर कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। शुरुआत में यह डायजेस्ट हो चुके फूड को बांधने का काम करता है, जो की पेट से छोटी आंत (Small Intestine) में जाता है।
इसबगोल पानी के एब्सॉर्प्शन में मदद करता है, जो स्टूल की साइज को बढ़ता है और उसे मॉश्चर देता है। जिससे स्टूल आसानी से पास हो जाता है। एक स्टडी के अनुसार दो सप्ताह के लिए दिन में दो बार 5.1 ग्राम लेने से स्टूल के वाटर कंटेंट और वेट में वृद्धि हुई है। यह स्टडी 170 व्यक्तियों पर की गई जिनको पुरानी कब्ज की बीमारी थी। इसबगोल में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इस कारण से इसबगोल का सेवन पेट की समस्या में राहत दिलाता है। फाइबर की सही मात्रा खाने में लेने से कब्ज की समस्या में राहत मिलती है।
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बवासीर या पाइल्स के दौरान करें इसका सेवन (Relief from piles)
पाइल्स या फिर बवासीर की समस्या में स्टूल पास करते समय दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्टूल के टाइट होने पर समस्या अधिक बढ़ भी सकती है। जिन लोगों को पाइल्स की समस्या है, वो इसबगोल (Isabgol) का सेवन कर सकते हैं। पाइल्स क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic Constipation) का रिजल्ट होता है। इसबगोल में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। आपको बताते चले कि कब्ज की समस्या से निपटने के लिए फाइबर युक्त भोजन करना बहुत जरूरी होता है। इसबगोल का सेवन करने से ये पानी को अवशोषित करने में मदद करता है और साथ ही स्टूल के ढीला बनाने में भी मदद करता है। पाइल्स के दौरान ब्लीडिंग (Bleeding) की समस्या भी हो जाती है। इसबगोल का सेवन इन्टेस्टाइनल कॉन्ट्रेक्शन को बढ़ाने का काम करता है, जिसके कारण आसानी से स्टूल पास हो जाता है। इसबगोल में कोल्ड और हैवी प्रॉपर्टी (आयुर्वेदिक गुण) होती है, जो इसे पेट के लिए फायदेमंद बनाती है। इसबगोल का सेवन दूध (Milk) के साथ किया जा सकता है। किस व्यक्ति को कितनी मात्रा में इसबगोल का सेवन करना चाहिए, इस बारे में एक्सपर्ट से राय लेना बहुत जरूरी है।
लूजमोशन का इलाज करने में मदद कर सकता है
पेट खराब होने में दूसरी समस्या होती है लूजमोशन (Loose Motion) होना। कुछ लोगों को बार-बार लूज मोशन लगने की समस्या रहती है, तो कुछ लोगों को खाने में लापरवाही के चलते लूजमोशन होने लगते हैं। ऐसे में भी इसबगोल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसबगोल की गोलियां लूजमोशन से राहत देने के लिए उपयोग की जाती है। दरअसल यह पानी को अवशोषित करने वाले एजेंट के रूप में कार्य करता है, जो स्टूल की थिकनेस को बढ़ा सकता है और कोलोन से इसके निकलने की गति को धीमा कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार कैंसर (Cancer) से गुजर रहे 30 कैंसर रोगियों में इसबगोल की भूसी से लूजमोशन में काफी कमी आई है। लूज मोशन के दौरान दही का सेवन भी अहम भूमिका निभाता है। आप एक बार एक्सपर्ट से सलाह करने के बाद दही के साथ इसबगोल का सेवन कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि यदि आप दस्त की समस्या से कई दिनों से परेशान हैं तो पहले डॉक्टर से जांच कराएं और फिर सलाह के बाद ही कोई भी घरेलू उपाय अपनाएं।
दांत के दर्द में फायदेमंद है इसबगोल (Isabgol is beneficial in toothache)
दांतों में दर्द (Toothache) की समस्या किसी को भी हो सकती है। और अगर दांत का दर्द गंभीर रूप ले ले, तो काफी तकलीफ देता है। ऐसे में इसबगोल आपके काम आ सकता है। अगर आप दांत दर्द से परेशान हैं, तो इसबगोल की भूसी को सिरके में डुबो कर दांतों पर लगाएं। ऐसा करने से आपको काफी हद तक आराम मिलेगा। अगर आपकी सांसों में बदबू (Bad breath) है, तो मुंह धोने में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे काफी फायदा होता है।
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एसिडिटी में फायदेमंद इसबगोल
आजकल एसिडिटी (Acidity) की समस्या से हर दूसरा व्यक्ति परेशान है। कभी कभी ये समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि व्यक्ति से कुछ खाया नहीं जाता और उसे उल्टियों की भी समस्या शुरू हो सकती है। इसके अलावा भी एसिडिटी से कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। कभी-कभी फास्ट फूड (Fast food) खाने या कम नींद की वजह से एसिडिटी हो जाती है। इस समस्या के लिए सुरक्षित उपाय इसबगोल की भूसी है। भूसी पेट के अंदर एक सुरक्षा परत बनाकर जलन से बचाने में मदद करती है। इसके प्रभाव से एसिड कम हो जाता है।
हॉर्मोन असंतुलन ठीक कर सकता है इसबगोल
तनाव, खराब जीवनशैली, खाने में लापरवाही के साथ-साथ अन्य कई कारणों के चलते महिलाओं को हॉर्मोनल संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। खासतौर पर महिलाओं में मोनोपॉज के बाद यानी 45 साल की उम्र के बाद हमेशा के लिए पीरियड्स रुक जाने पर आने वाले हॉर्मोन अंसतुलन (Hormonal Imbalance) को संतुलित करने में भी यह फायेदमंद साबित होता है। इसबगोल का सेवन शरीर में इस्ट्रोजन (Estrogen) के उत्पाद को भी बढ़ाता है। यही कारण है कि हॉर्मोनल असंतुलन होने पर भी आप इसबगोल का सेवन कर सकते हैं।
ब्लड शुगर को कर सकता है लो
फाइबर सप्लिमेंट (Fibre Supplements) को भोजन में ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया को नियंत्रित करके इंसुलिन और ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के लिए उपयोग किया गया है। इसमें विशेष रूप से जैसे पानी में इनसॉल्युबल फाइबर होते हैं। वास्तव में, साइलियम चोकर जैसे अन्य फाइबर की तुलना में बेहतर काम करता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसके जेल बनाने वाले फाइबर भोजन के पाचन को धीमा कर सकते हैं, जो ब्लड शुगर के लेवल (Blood sugar level) को रेगुलेट करने में मदद करता है।
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इसबगोल के फायदे : अल्सर में भी फायदेमंद है इसबगोल (Isabgol is also beneficial in ulcers)
अगर किसी को अल्सर (Ulcer) की समस्या है, तो इसबगोल का सेवन आपको फायदा पहुंचा सकता है। इसबगोल का नियमित रूप से सेवन करने से पेट में हुए अल्सर पर इसकी एक सुरक्षित लेयर बन जाती है। इस लेयर की वजह से पेट में बने हुए अल्सर पर तीखा खाने से असर नहीं पड़ता।
जानिए इसके साइड इफेक्ट
इसबगोल की भूसी एक नहीं बल्कि कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं में राहत दिलाने का काम करती है। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि इसबगोल की सही मात्रा न लेने पर या फिर सही तरह से इस्तेमाल न करने पर शरीर में दुष्प्रभाव भी दिख सकते हैं। जो लोग इसबगोल का पहली बार सेवन कर रहे हैं उनको भी शरीर में साइड इफेक्ट दिख सकते हैं। आप चाहे तो इस बारे में एक्सपर्ट से भी राय ले सकती हैं। जानिए क्या हैं इसबगोल के दुष्प्रभाव।
- पेट में दर्द (Stomach pain) और ऐंठन (Cramps) की समस्या
- दस्त (Diarrhea) की समस्या
- गैस (Acidity) बनना
- लूज स्टूल
- अधिक बाउल मूवमेंट
- उल्टी (Vomiting) आना
अगर आपको साइलिम लेने के साथ समस्या महसूस हो रही है तो इस बारे में तुरंत डॉक्टर को जानकारी दें। इसबगोल के सेवन से कुछ रेयर साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
- सांस लेने में तकलीफ
- खुजली (Itching) की समस्या
- त्वचा के चकत्ते हो जाना
- चेहरे और गले के आसपास सूजन
- उल्टी होना
इसबगोल के साइड इफेक्ट के बारे में अधिक जानकारी के लिए हर्बल एक्सपर्ट से आप जानकारी ले सकते हैं।
इसबगोल की कितनी मात्रा का करना चाहिए सेवन?
साइलिम की मात्रा व्यक्ति की उम्र के साथ ही अन्य बातों पर भी निर्भर करती है। आमतौर पर साइलिम की गोलियों को दिन में पानी के साथ एक से तीन बार लिया जा सकता है। बिना विशेषज्ञ की सलाह के इसबगोल का सेवन न करें। कुछ रिचर्स में ये बात सामने आई है कि प्रोबायोटिक्स के साथ 7.9 ग्राम साइलियम ( Psyllium) लेना सुरक्षित रहता है। टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) या अन्य हेल्थ कंडीशन (Health Condition) के पेशेंट को साइलिम की गोली लेने से पहले सलाह जरूर लेनी चाहिए। हो सकता है कि कुछ लोगों को इसबगोल से एलर्जी हो। ऐसे में इसबगोल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसबगोल के फायदों के बारे में अधिक जानकारी के लिए हर्बल एक्सपर्ट से जरूर बात करें।
इसबगोल कैसे प्राप्त किया जा सकता है ?
आपने साइलिम से संबंधित बहुत से फायदे जानें। अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर इसबगोल को कैसे प्राप्त किया जा सकता है। आप हर्बल स्टोर से इसबगोल पाउडर खरीद सकते हैं। साइलिम की गोलियां भी बाजार में आपको मिल जाएंगी। ओवर द काउंटर लेक्जेटिव के रूप में भी ये आपको उपलब्ध हो जाएगा। आप इसबगोल के पाउडर को लेने से पहले एक बार एक्सपर्ट से जानकारी जरूर लें। ये एक आयुर्वेदिक औषधी है इसलिए बेहतर होगा कि बिना परामर्श के इसका सेवन न करें। आप इसबगोल की भूसी को गर्म पानी में मिलाकर खाने के बाद सेवन कर सकते हैं। बच्चों या फिर प्रेग्नेंट महिलाओं को इसबगोल का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपको किसी प्रकार की हेल्थ कंडीशन है तो बिना सलाह के आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन बिल्कुल भी न करें।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि इसबगोल पेट के लिए कितना फायदेमंद है। इसको कैसे और कितना खाना है जानने के लिए एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें। उम्मीद करते हैं कि आपको हैलो हेल्थ का ये लेख अच्छा लगा होगा और इसमें दी गई जानकारियां आपके काफी काम आएंगी। तो अगर आप भी ऊपर बताई गई समस्याओं में से किसी एक को लेकर परेशान रहते हैं, तो आप इसबगोल का सेवन आराम से कर सकते हैं। ये आपको इन समस्याओं से बचाने में काफी मदद करेंगे। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
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